17 इसलिए मेहरबानी करके हमें अपने देश से होकर जाने दे। हम तेरे किसी खेत या अंगूरों के बाग से होकर नहीं जाएँगे और न ही तेरे किसी कुएँ से पानी पीएँगे। हम बस “राजा की सड़क” पर सीधे चलते हुए आगे बढ़ेंगे और जब तक तेरे इलाके से नहीं निकल जाते, हम न दाएँ मुड़ेंगे न बाएँ।’”+