11 उस दिन कई राष्ट्र मुझ यहोवा के साथ जुड़ जाएँगे+ और मेरे लोग बन जाएँगे और मैं तेरे बीच रहूँगा।” और तू जान लेगी कि सेनाओं के परमेश्वर यहोवा ने मुझे तेरे पास भेजा है।
16 और परमेश्वर के मंदिर का मूरतों+ के साथ क्या समझौता? इसलिए कि हम जीवित परमेश्वर का एक मंदिर हैं,+ ठीक जैसा परमेश्वर ने कहा है, “मैं उनके बीच निवास करूँगा+ और उनके बीच चलूँगा-फिरूँगा और मैं उनका परमेश्वर बना रहूँगा और वे मेरे लोग बने रहेंगे।”+