-
निर्गमन 37:25, 26पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
-
-
25 फिर उसने बबूल की लकड़ी से धूप की वेदी+ बनायी। यह वेदी चौकोर थी, लंबाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ। इसकी ऊँचाई दो हाथ थी। वेदी के कोनों को उभरा हुआ बनाकर सींग का आकार दिया गया।+ 26 उसने पूरी वेदी को यानी उसके ऊपरी हिस्से, उसके बाज़ुओं और सींगों को शुद्ध सोने से मढ़ा। और वेदी के चारों तरफ सोने का एक नक्काशीदार किनारा बनाया।
-