4 शमूएल ने ठीक वैसा ही किया जैसा यहोवा ने उसे बताया था। जब वह बेतलेहेम+ गया तो वहाँ के प्रधान डरते-काँपते उससे मिलने आए। उन्होंने उससे पूछा, “तू शांति के इरादे से ही आया है न?”
18 उसके एक सेवक ने कहा, “मैं एक लड़के को जानता हूँ जो बहुत बढ़िया साज़ बजाता है। वह बेतलेहेम के रहनेवाले यिशै का बेटा है। वह लड़का बड़ा हिम्मतवाला है, जाँबाज़ सैनिक है।+ वह बोलने में माहिर है और दिखने में सुंदर-सजीला है+ और यहोवा उसके साथ है।”+