16कुछ समय बीतने पर यहोवा ने शमूएल से कहा, “तू कब तक शाऊल के लिए शोक मनाता रहेगा?+ मैंने उसे ठुकरा दिया है। वह आगे इसराएल का राजा नहीं रहेगा।+ तू सींग में तेल+ भरकर बेतलेहेम के रहनेवाले यिशै+ के घर जा क्योंकि मैंने उसके बेटों में से एक को राजा चुना है।”+
21 दाविद ने मीकल से कहा, “मैं यहोवा के सामने जश्न मना रहा था, जिसने तेरे पिता और उसके पूरे घराने के बदले मुझे चुना। यहोवा ने मुझे अपनी प्रजा इसराएल का अगुवा ठहराया है।+ इसलिए मैं यहोवा के सामने ज़रूर जश्न मनाऊँगा
8 तू मेरे सेवक दाविद से कहना, ‘सेनाओं का परमेश्वर यहोवा कहता है, “मैं तुझे चरागाहों से ले आया था जहाँ तू भेड़ों की देखभाल करता था+ और तुझे अपनी प्रजा इसराएल का अगुवा बनाया।+
4 इसराएल के परमेश्वर यहोवा ने मेरे पिता के पूरे घराने में से मुझे ही चुना था ताकि मैं सदा के लिए इसराएल का राजा बनूँ।+ उसने यहूदा को अगुवा चुना था+ और यहूदा के घरानों में से मेरे पिता का घराना चुना+ और मेरे पिता के बेटों में से मुझी को पूरे इसराएल का राजा बनने के लिए मंज़ूर किया।+