26 मैं उनसे यह ज़रूर कहता, “मैं उन्हें तितर-बितर कर दूँगा,
लोगों के बीच से उनकी याद मिटा दूँगा,”
27 अगर मुझे इस बात की चिंता न होती कि दुश्मन क्या कहेंगे,+
क्योंकि मेरे बैरी इसका गलत मतलब निकाल बैठेंगे।+
वे शायद कहेंगे, “हमने अपनी ताकत से जीता है,+
इसमें यहोवा का कोई हाथ नहीं।”