31 दाविद ने कुछ लेवियों को इसलिए चुना कि जब संदूक यहोवा के भवन में रखा जाए तो वहाँ वे गीत गाने का निर्देशन करें।+32 जब तक सुलैमान ने यरूशलेम में यहोवा का भवन नहीं बनाया+ तब तक भेंट के तंबू में वे गानों के लिए ज़िम्मेदार थे। उनके लिए जो नियम ठहराया गया था उसके मुताबिक वे सेवा करते थे।+
5 4,000 पहरेदार थे+ और 4,000 आदमी वे साज़ बजाकर यहोवा की तारीफ करते थे,+ जिनके बारे में दाविद ने कहा, “मैंने ये साज़ इसलिए बनाए हैं कि इनसे परमेश्वर की तारीफ की जाए।”
25इसके अलावा, दाविद और मंदिर में सेवा करनेवाले समूहों के प्रधानों ने मिलकर आसाप, हेमान और यदूतून के कुछ बेटों+ को अलग किया ताकि वे सुरमंडल, तारोंवाले बाजों+ और झाँझ की धुन पर+ भविष्यवाणी करें। इस सेवा के लिए चुने गए आदमियों की सूची यह थी: