16 और 24 प्राचीन+ जो परमेश्वर के सामने अपनी राजगद्दियों पर बैठे थे, मुँह के बल गिर पड़े और उन्होंने यह कहते हुए परमेश्वर की उपासना की, 17 “सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा, तू जो था और जो है,+ हम तेरा शुक्रिया अदा करते हैं क्योंकि तूने अपनी महाशक्ति से राजा के तौर पर राज करना शुरू कर दिया है।+