9 यहोवा के लोग उसकी अपनी जागीर हैं,+
याकूब उसकी विरासत है।+
10 उसने याकूब को एक वीरान देश में पाया,+
एक सुनसान रेगिस्तान में, जहाँ हुआँ-हुआँ करते जानवरों की आवाज़ें गूँजती थीं।+
वह उसके इर्द-गिर्द घूमकर उसकी हिफाज़त करता रहा, उसकी देखभाल करता रहा,+
अपनी आँख की पुतली की तरह उसने उसकी रक्षा की।+