6 इसलिए कि परमेश्वर ने ही कहा था, “अंधकार में से रौशनी चमके।”+ उसी ने हमारे दिलों पर अपनी रौशनी चमकायी है+ ताकि हम उन्हें परमेश्वर के उस शानदार ज्ञान से रौशन करें जो मसीह के चेहरे से झलकता है।
19 इस तरह भविष्यवाणियों पर हमारा भरोसा और मज़बूत हुआ है। और (जब तक दिन नहीं होता और दिन का तारा+ नहीं निकलता) तुम उन पर ध्यान देकर अच्छा कर रहे हो मानो ये एक जलते हुए दीपक की तरह+ अँधेरी जगह में यानी तुम्हारे दिलों में जगमगा रही हैं।