26 तब मैंने जाना कि एक ऐसी औरत है जो मौत से भी ज़्यादा दुख देती है। वह शिकारी के जाल के समान है, उसका दिल मछली पकड़नेवाले बड़े जाल जैसा है और उसके हाथ बेड़ियों की तरह हैं। ऐसी औरत से बचनेवाला, सच्चे परमेश्वर को खुश करता है।+ लेकिन जो उसके जाल में फँस जाता है, वह पाप कर बैठता है।+
15 मगर कुत्ते,* जादू-टोना करनेवाले, नाजायज़ यौन-संबंध* रखनेवाले, कातिल, मूर्तिपूजा करनेवाले, झूठ बोलनेवाले और झूठ को पसंद करनेवाले उस नगरी के बाहर होंगे।’+