6 जब एक औरत के शुद्ध होने के दिन पूरे हो जाते हैं, फिर चाहे यह बेटे के जन्म के बाद हो या बेटी के, तो उसे होम-बलि के लिए एक साल का नर मेम्ना+ और पाप-बलि के लिए कबूतर का एक बच्चा या एक फाख्ता लेकर भेंट के तंबू के द्वार पर जाना चाहिए और याजक को देना चाहिए।