9 मगर हम यीशु को देखते हैं जिसे स्वर्गदूतों से थोड़ा कमतर बनाया गया।+ और मौत का दुख झेलने की वजह से उसे महिमा और आदर का ताज पहनाया गया+ ताकि परमेश्वर की महा-कृपा से वह हर इंसान के लिए मौत का दुख झेले।+
2 और यीशु पर नज़र टिकाए रहें जो हमारे विश्वास का खास अगुवा और इसे परिपूर्ण करनेवाला है।+ उसने उस खुशी के लिए जो उसके सामने थी, यातना के काठ* पर मौत सह ली और शर्मिंदगी की ज़रा भी परवाह नहीं की और अब वह परमेश्वर की राजगद्दी के दायीं तरफ बैठा है।+