29 तो सोचो कि वह इंसान और भी कितनी बड़ी सज़ा के लायक समझा जाएगा, जो परमेश्वर के बेटे को पैरों तले रौंदता है और करार के उस खून को मामूली समझता है+ जिसके ज़रिए उसे पवित्र किया गया था और जिसने पवित्र शक्ति के ज़रिए की गयी महा-कृपा का घोर अपमान किया है।+