14 मूर्ख मन में कहता है, “कोई यहोवा नहीं।”+
ऐसे लोगों के काम भ्रष्ट और घिनौने होते हैं,
कोई भी भला काम नहीं करता।+
2 मगर यहोवा स्वर्ग से इंसानों को देखता है
कि क्या कोई अंदरूनी समझ रखनेवाला है,
क्या कोई यहोवा की खोज करनेवाला है।+
3 वे सब सही राह से हट गए हैं,+
सब-के-सब भ्रष्ट हो गए हैं।
कोई भी भला काम नहीं करता, एक भी नहीं।