11 मगर अब मैं तुम्हें लिख रहा हूँ कि ऐसे किसी भी आदमी के साथ मेल-जोल रखना बंद कर दो,+ जो भाई कहलाते हुए भी नाजायज़ यौन-संबंध* रखता है या लालची है+ या मूर्तिपूजा करता है या गाली-गलौज करता है या पियक्कड़ है+ या दूसरों का धन ऐंठता है।+ ऐसे आदमी के साथ खाना भी मत खाना।
5 इसलिए अपने शरीर के उन अंगों को* मार डालो+ जिनमें ऐसी लालसाएँ पैदा होती हैं जैसे, नाजायज़ यौन-संबंध,* अशुद्धता, बेकाबू होकर वासनाएँ पूरी करना,+ बुरी इच्छाएँ और लालच जो कि मूर्तिपूजा के बराबर है।