34 मैं तुम्हें एक नयी आज्ञा देता हूँ कि तुम एक-दूसरे से प्यार करो। ठीक जैसे मैंने तुमसे प्यार किया है,+ वैसे ही तुम भी एक-दूसरे से प्यार करो।+35 अगर तुम्हारे बीच प्यार होगा, तो इसी से सब जानेंगे कि तुम मेरे चेले हो।”+
22 तुमने सच्चाई के वचन को मानकर खुद को शुद्ध किया है जिस वजह से तुम निष्कपट मन से एक-दूसरे के लिए भाइयों जैसा लगाव रखते हो,+ इसलिए अब पूरे जतन के साथ एक-दूसरे को दिल से प्यार करो।+