वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • प्रकाशितवाक्य 1
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

प्रकाशितवाक्य का सारांश

      • परमेश्‍वर, यीशु के ज़रिए बातें प्रकट करता है (1-3)

      • सात मंडलियों को नमस्कार (4-8)

        • “मैं ही शुरूआत हूँ और मैं ही अंत हूँ” (8)

      • पवित्र शक्‍ति के उभारने पर यूहन्‍ना, प्रभु के दिन में (9-11)

      • महिमावान यीशु का दर्शन (12-20)

प्रकाशितवाक्य 1:1

फुटनोट

  • *

    या “जिनका खुलासा किया।”

संबंधित आयतें

  • +दान 2:28
  • +आम 3:7; प्रक 7:3, 4
  • +मत 10:2; मर 1:19; यूह 21:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 72

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 2

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले, 3/2019, पेज 7

    प्रहरीदुर्ग,

    12/1/1999, पेज 15, 19

    11/1/1999, पेज 6

प्रकाशितवाक्य 1:3

संबंधित आयतें

  • +भज 1:2; लूक 11:28; यूह 13:17; याकू 1:22

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2009, पेज 31

    12/1/1999, पेज 14-19

    4/1/1989, पेज 10-11

    12/1/1988, पेज 16-17

प्रकाशितवाक्य 1:4

संबंधित आयतें

  • +प्रक 1:11
  • +प्रक 1:8; 4:8; 11:17
  • +प्रक 4:5

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2009, पेज 30

प्रकाशितवाक्य 1:5

संबंधित आयतें

  • +प्रक 3:14
  • +कुल 1:18
  • +भज 89:27; 1ती 6:15; प्रक 19:16
  • +यूह 15:9
  • +इब्र 9:14; 1पत 1:18, 19; 1यूह 1:7

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    12/1/1999, पेज 10

प्रकाशितवाक्य 1:6

संबंधित आयतें

  • +निर्ग 19:6; लूक 22:28-30; 1पत 2:5; प्रक 5:9, 10; 20:6

प्रकाशितवाक्य 1:7

संबंधित आयतें

  • +मत 26:64; मर 13:26
  • +मत 24:30

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    परमेश्‍वर का राज हुकूमत कर रहा है!, पेज 226

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/1993, पेज 9-10

    3/1/1988, पेज 20

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 146

प्रकाशितवाक्य 1:8

फुटनोट

  • *

    अति. क5 देखें।

  • *

    शा., “मैं ही अल्फा और ओमेगा हूँ।” ये यूनानी वर्णमाला के पहले और आखिरी अक्षर हैं।

संबंधित आयतें

  • +निर्ग 6:3
  • +यश 48:12; प्रक 21:6; 22:13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2101

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2009, पेज 30-31

    12/1/1999, पेज 10

प्रकाशितवाक्य 1:9

संबंधित आयतें

  • +रोम 8:17
  • +लूक 12:32
  • +मत 10:22; 2ती 2:12
  • +मत 24:9

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    12/1/1999, पेज 14-15

प्रकाशितवाक्य 1:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 2-3

    यीशु—राह, पेज 313

    प्रहरीदुर्ग,

    5/15/2003, पेज 10

    12/15/1997, पेज 11

    4/1/1989, पेज 11-12

    12/1/1988, पेज 17

    9/1/1989, पेज 10

प्रकाशितवाक्य 1:11

संबंधित आयतें

  • +इफ 1:1; प्रक 2:1
  • +प्रक 2:8
  • +प्रक 2:12
  • +प्रक 2:18
  • +प्रक 3:1
  • +प्रक 3:7
  • +प्रक 3:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2009, पेज 30

    4/1/1989, पेज 11

    12/1/1988, पेज 17

    ‘उत्तम देश’, पेज 33

प्रकाशितवाक्य 1:12

संबंधित आयतें

  • +प्रक 1:20

प्रकाशितवाक्य 1:13

संबंधित आयतें

  • +दान 7:13

प्रकाशितवाक्य 1:14

संबंधित आयतें

  • +प्रक 19:12

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 126

प्रकाशितवाक्य 1:15

संबंधित आयतें

  • +प्रक 2:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 126

प्रकाशितवाक्य 1:16

संबंधित आयतें

  • +प्रक 1:20
  • +यश 49:2
  • +मत 17:1, 2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2012, पेज 14

प्रकाशितवाक्य 1:17

संबंधित आयतें

  • +प्रेष 26:23; कुल 1:18; प्रक 1:5
  • +प्रक 2:8

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2009, पेज 30-31

प्रकाशितवाक्य 1:18

फुटनोट

  • *

    या “हेडीज़।” शब्दावली देखें।

संबंधित आयतें

  • +1कुर 15:45
  • +1पत 3:18
  • +रोम 6:9; 1ती 6:16
  • +मत 16:18; यूह 6:54; 11:25

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    एकमात्र सच्चा परमेश्‍वर, पेज 83

प्रकाशितवाक्य 1:20

संबंधित आयतें

  • +मत 5:16; फिल 2:15

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    11/2019, पेज 5

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2012, पेज 14

    9/15/2010, पेज 27

    1/15/2009, पेज 30

    4/1/2007, पेज 28

    5/15/2003, पेज 10-11

    3/15/2002, पेज 14

    12/1/1989, पेज 21

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

प्रका. 1:1दान 2:28
प्रका. 1:1आम 3:7; प्रक 7:3, 4
प्रका. 1:1मत 10:2; मर 1:19; यूह 21:20
प्रका. 1:3भज 1:2; लूक 11:28; यूह 13:17; याकू 1:22
प्रका. 1:4प्रक 1:11
प्रका. 1:4प्रक 1:8; 4:8; 11:17
प्रका. 1:4प्रक 4:5
प्रका. 1:5यूह 15:9
प्रका. 1:5इब्र 9:14; 1पत 1:18, 19; 1यूह 1:7
प्रका. 1:5प्रक 3:14
प्रका. 1:5कुल 1:18
प्रका. 1:5भज 89:27; 1ती 6:15; प्रक 19:16
प्रका. 1:6निर्ग 19:6; लूक 22:28-30; 1पत 2:5; प्रक 5:9, 10; 20:6
प्रका. 1:7मत 26:64; मर 13:26
प्रका. 1:7मत 24:30
प्रका. 1:8निर्ग 6:3
प्रका. 1:8यश 48:12; प्रक 21:6; 22:13
प्रका. 1:9रोम 8:17
प्रका. 1:9लूक 12:32
प्रका. 1:9मत 10:22; 2ती 2:12
प्रका. 1:9मत 24:9
प्रका. 1:11इफ 1:1; प्रक 2:1
प्रका. 1:11प्रक 2:8
प्रका. 1:11प्रक 2:12
प्रका. 1:11प्रक 2:18
प्रका. 1:11प्रक 3:1
प्रका. 1:11प्रक 3:7
प्रका. 1:11प्रक 3:14
प्रका. 1:12प्रक 1:20
प्रका. 1:13दान 7:13
प्रका. 1:14प्रक 19:12
प्रका. 1:15प्रक 2:18
प्रका. 1:16प्रक 1:20
प्रका. 1:16यश 49:2
प्रका. 1:16मत 17:1, 2
प्रका. 1:17प्रेष 26:23; कुल 1:18; प्रक 1:5
प्रका. 1:17प्रक 2:8
प्रका. 1:181कुर 15:45
प्रका. 1:181पत 3:18
प्रका. 1:18रोम 6:9; 1ती 6:16
प्रका. 1:18मत 16:18; यूह 6:54; 11:25
प्रका. 1:20मत 5:16; फिल 2:15
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
  • नयी दुनिया अनुवाद (nwt) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • 13
  • 14
  • 15
  • 16
  • 17
  • 18
  • 19
  • 20
पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
प्रकाशितवाक्य 1:1-20

यूहन्‍ना को दिया गया प्रकाशितवाक्य

1 ये वे बातें हैं जो यीशु मसीह ने प्रकट कीं,* जो उसे परमेश्‍वर ने इसलिए दीं+ ताकि वह उसके दासों को दिखाए+ कि बहुत जल्द क्या-क्या होनेवाला है। और यीशु ने अपना स्वर्गदूत भेजकर ये बातें उसके दास यूहन्‍ना को निशानियों के ज़रिए बतायीं।+ 2 यूहन्‍ना ने परमेश्‍वर के वचन की और जो गवाही यीशु मसीह ने दी थी, उसकी गवाही दी यानी उन सब बातों की जो उसने देखी थीं। 3 सुखी है वह जो इस भविष्यवाणी के वचन ज़ोर से पढ़ता है और वे भी जो इन्हें सुनते हैं और इसमें लिखी बातों पर चलते हैं,+ क्योंकि तय किया गया वक्‍त पास है।

4 मैं यूहन्‍ना एशिया प्रांत की सात मंडलियों को लिख रहा हूँ:+

मेरी दुआ है कि तुम्हें उसकी तरफ से यानी “जो था और जो है और जो आ रहा है,”+ महा-कृपा और शांति मिले और सात पवित्र शक्‍तियों की तरफ से भी+ जो उसकी राजगद्दी के सामने हैं। 5 तुम्हें यीशु मसीह की तरफ से भी महा-कृपा और शांति मिले जो “विश्‍वासयोग्य साक्षी,”+ “मरे हुओं में से ज़िंदा होनेवालों में पहलौठा”+ और “धरती के राजाओं का राजा” है।+

यीशु जो हमसे प्यार करता है+ और जिसने अपने खून के ज़रिए हमें पापों से छुड़ाया+ 6 और हमें अपने परमेश्‍वर और पिता के लिए राजा और याजक बनाया,+ हाँ, महिमा और शक्‍ति सदा उसी की हो। आमीन।

7 देखो! वह बादलों के साथ आ रहा है+ और हर आँख उसे देखेगी और वे भी देखेंगे जिन्होंने उसे भेदा था। और पृथ्वी के सारे गोत्र उसकी वजह से दुख के मारे छाती पीटेंगे।+ हाँ, आमीन।

8 यहोवा* परमेश्‍वर, “जो था, जो है और जो आ रहा है और जो सर्वशक्‍तिमान है”+ वह कहता है, “मैं ही शुरूआत हूँ और मैं ही अंत हूँ।”*+

9 मैं यूहन्‍ना तुम्हारा भाई, यीशु का चेला होने के नाते+ दुख झेलने, राज करने+ और धीरज धरने में+ तुम्हारे साथ साझेदार हूँ।+ मैं परमेश्‍वर के बारे में बोलने और यीशु के बारे में गवाही देने की वजह से पतमुस नाम के द्वीप में था। 10 मैं पवित्र शक्‍ति से उभारे जाने पर प्रभु के दिन में पहुँच गया। और मैंने अपने पीछे तुरही के जैसी तेज़ आवाज़ सुनी 11 जो मुझसे कह रही थी, “तू जो देखता है उसे एक खर्रे पर लिख ले और उसे इन सातों मंडलियों को भेज: इफिसुस,+ स्मुरना,+ पिरगमुन,+ थुआतीरा,+ सरदीस,+ फिलदिलफिया+ और लौदीकिया।”+

12 फिर मैं यह देखने के लिए मुड़ा कि कौन मुझसे बोल रहा है और तब मैंने सोने की सात दीवटें देखीं।+ 13 उन दीवटों के बीच मैंने इंसान के बेटे जैसा कोई देखा,+ जो पाँव तक लंबा चोगा पहने और सोने का सीनाबंद बाँधे हुए था। 14 उसका सिर और उसके बाल सफेद ऊन और बर्फ जैसे सफेद थे और उसकी आँखें आग की ज्वाला जैसी थीं।+ 15 उसके पाँव चमचमाते ताँबे जैसे थे+ जो भट्ठी में तपाया गया हो। और उसकी आवाज़ पानी की तेज़ धाराओं के गरजन जैसी थी। 16 उसके दाएँ हाथ में सात तारे थे+ और उसके मुँह से एक लंबी और दोनों तरफ तेज़ धारवाली तलवार निकल रही थी।+ उसका चेहरा ऐसे चमक रहा था जैसे सूरज कड़ी धूप में चमकता है।+ 17 जब मैंने उसे देखा तो मैं उसके पाँवों पर मुरदा-सा गिर पड़ा।

तब उसने अपना दायाँ हाथ मुझ पर रखकर कहा, “डर मत। मैं ही पहला+ और आखिरी हूँ+ 18 और मैं ही जीवित हूँ।+ मैं मर गया था,+ मगर देख! अब मैं हमेशा-हमेशा के लिए जीता हूँ+ और मेरे पास मौत और कब्र* की चाबियाँ हैं।+ 19 इसलिए तूने जो देखा और जो हो रहा है और इसके बाद जो होनेवाला है, वे सारी बातें लिख ले। 20 और मेरे दाएँ हाथ में तूने जो सात तारे देखे और सोने की जो सात दीवटें तूने देखीं उनका पवित्र रहस्य यह है: इन सात तारों का मतलब है सात मंडलियों के दूत और सात दीवटों का मतलब है सात मंडलियाँ।”+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें