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  • प्रकाशितवाक्य 16
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)

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प्रकाशितवाक्य का सारांश

      • परमेश्‍वर के क्रोध के सात कटोरे उँडेले गए (1-21)

        • धरती पर (2), समुंदर पर (3), नदियों और पानी के सोतों पर (4-7), सूरज पर (8, 9), जंगली जानवर की राजगद्दी पर (10, 11), फरात पर (12-16) और हवा पर (17-21)

        • हर-मगिदोन में परमेश्‍वर का युद्ध (14, 16)

प्रकाशितवाक्य 16:1

संबंधित आयतें

  • +प्रक 16:17
  • +भज 69:24; सप 3:8

प्रकाशितवाक्य 16:2

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  • +प्रक 13:15; 19:20
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प्रकाशितवाक्य 16:3

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  • +प्रक 8:8
  • +निर्ग 7:20
  • +यश 57:20

प्रकाशितवाक्य 16:4

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  • +प्रक 8:10
  • +निर्ग 7:20; भज 78:44

प्रकाशितवाक्य 16:5

संबंधित आयतें

  • +भज 145:17; प्रक 15:4
  • +प्रक 1:4
  • +व्य 32:4; भज 119:137

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 287-288

प्रकाशितवाक्य 16:6

संबंधित आयतें

  • +भज 79:3
  • +यश 49:26
  • +प्रक 18:20

प्रकाशितवाक्य 16:7

फुटनोट

  • *

    अति. क5 देखें।

  • *

    या “न्याय-सिद्धांत।”

संबंधित आयतें

  • +निर्ग 6:3
  • +भज 19:9; 119:137; प्रक 19:1, 2

प्रकाशितवाक्य 16:8

संबंधित आयतें

  • +प्रक 8:12

प्रकाशितवाक्य 16:10

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  • +निर्ग 10:21; यश 8:22

प्रकाशितवाक्य 16:12

संबंधित आयतें

  • +प्रक 9:13, 14
  • +यिर्म 50:38
  • +यश 44:27, 28

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    7/2022, पेज 6

    प्रहरीदुर्ग,

    6/15/2012, पेज 17-18

    दानिय्येल की भविष्यवाणी, पेज 281-282

प्रकाशितवाक्य 16:13

संबंधित आयतें

  • +प्रक 12:3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 4

प्रकाशितवाक्य 16:14

संबंधित आयतें

  • +प्रक 13:11, 13
  • +यश 13:6; यिर्म 25:33; यहे 30:3; योए 1:15; 2:1, 11; सप 1:15; 2पत 3:11, 12
  • +प्रक 19:19

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    9/2019, पेज 8-9

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 4

    12/1/2005, पेज 4

    3/1/1987, पेज 30

प्रकाशितवाक्य 16:15

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  • +1थि 5:2; 2पत 3:10
  • +लूक 21:36
  • +प्रक 3:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2005, पेज 18

    12/15/2003, पेज 21

    12/1/1999, पेज 18-19

    3/1/1997, पेज 14-19

    7/1/1991, पेज 28

प्रकाशितवाक्य 16:16

फुटनोट

  • *

    यह शब्द एक इब्रानी शब्द से निकला है जिसका मतलब है “मगिद्दो पहाड़।”

संबंधित आयतें

  • +2इत 35:22; जक 12:11; प्रक 19:19

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 85

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    9/2019, पेज 8-9

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2131

    प्रहरीदुर्ग,

    7/1/2012, पेज 5-6

    12/1/2005, पेज 4

    4/15/1997, पेज 17

    6/1/1989, पेज 16-17

    3/1/1987, पेज 30

प्रकाशितवाक्य 16:17

संबंधित आयतें

  • +प्रक 16:1

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 3-4

प्रकाशितवाक्य 16:18

संबंधित आयतें

  • +यहे 38:19; दान 12:1; इब्र 12:26

प्रकाशितवाक्य 16:19

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  • +प्रक 17:18
  • +प्रक 18:2
  • +यिर्म 25:15; प्रक 15:7

प्रकाशितवाक्य 16:20

संबंधित आयतें

  • +प्रक 6:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले, 5/2024, पेज 1-2

प्रकाशितवाक्य 16:21

फुटनोट

  • *

    एक यूनानी तोड़ा। अति. ख14 देखें।

संबंधित आयतें

  • +अय 38:22, 23
  • +निर्ग 9:24

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2020, पेज 15

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    10/2019, पेज 16

    शुद्ध उपासना, पेज 66, 198

    प्रहरीदुर्ग,

    7/15/2015, पेज 16

    2/15/2009, पेज 4

    7/15/2008, पेज 6-7

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2211

दूसरें अनुवाद

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दूसरी

प्रका. 16:1प्रक 16:17
प्रका. 16:1भज 69:24; सप 3:8
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प्रका. 16:2प्रक 13:16, 18
प्रका. 16:2प्रक 13:15; 19:20
प्रका. 16:2निर्ग 9:10
प्रका. 16:3प्रक 8:8
प्रका. 16:3निर्ग 7:20
प्रका. 16:3यश 57:20
प्रका. 16:4प्रक 8:10
प्रका. 16:4निर्ग 7:20; भज 78:44
प्रका. 16:5भज 145:17; प्रक 15:4
प्रका. 16:5प्रक 1:4
प्रका. 16:5व्य 32:4; भज 119:137
प्रका. 16:6भज 79:3
प्रका. 16:6यश 49:26
प्रका. 16:6प्रक 18:20
प्रका. 16:7निर्ग 6:3
प्रका. 16:7भज 19:9; 119:137; प्रक 19:1, 2
प्रका. 16:8प्रक 8:12
प्रका. 16:10निर्ग 10:21; यश 8:22
प्रका. 16:12प्रक 9:13, 14
प्रका. 16:12यिर्म 50:38
प्रका. 16:12यश 44:27, 28
प्रका. 16:13प्रक 12:3
प्रका. 16:14प्रक 13:11, 13
प्रका. 16:14यश 13:6; यिर्म 25:33; यहे 30:3; योए 1:15; 2:1, 11; सप 1:15; 2पत 3:11, 12
प्रका. 16:14प्रक 19:19
प्रका. 16:151थि 5:2; 2पत 3:10
प्रका. 16:15लूक 21:36
प्रका. 16:15प्रक 3:18
प्रका. 16:162इत 35:22; जक 12:11; प्रक 19:19
प्रका. 16:17प्रक 16:1
प्रका. 16:18यहे 38:19; दान 12:1; इब्र 12:26
प्रका. 16:19प्रक 17:18
प्रका. 16:19प्रक 18:2
प्रका. 16:19यिर्म 25:15; प्रक 15:7
प्रका. 16:20प्रक 6:14
प्रका. 16:21अय 38:22, 23
प्रका. 16:21निर्ग 9:24
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
प्रकाशितवाक्य 16:1-21

यूहन्‍ना को दिया गया प्रकाशितवाक्य

16 फिर मैंने पवित्र-स्थान में से एक ज़ोरदार आवाज़ सुनी+ जो सात स्वर्गदूतों से कह रही थी, “जाओ और परमेश्‍वर के क्रोध के सात कटोरे धरती पर उँडेल दो।”+

2 पहला स्वर्गदूत गया और उसने अपना कटोरा धरती पर उँडेला।+ और जिन लोगों पर जंगली जानवर का निशान था+ और जो उसकी मूरत की पूजा कर रहे थे,+ वे एक दर्दनाक और भयानक फोड़े से पीड़ित हुए।+

3 दूसरे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा समुंदर पर उँडेला।+ और समुंदर मरे हुए इंसान के खून जैसा हो गया+ और समुंदर का हर प्राणी, हाँ, सभी जीव मर गए।+

4 तीसरे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा नदियों और पानी के सोतों पर उँडेला।+ तब वे खून में बदल गए।+ 5 जिस स्वर्गदूत को पानी पर अधिकार था उसे मैंने यह कहते हुए सुना, “हे वफादार परमेश्‍वर,+ तू जो था और जो है,+ तू नेक है क्योंकि तूने ये फैसले सुनाकर न्याय किया है,+ 6 क्योंकि उन्होंने पवित्र जनों और भविष्यवक्‍ताओं का खून बहाया था।+ तूने उन्हें पीने के लिए खून दिया है।+ वे इसी लायक हैं।”+ 7 और मैंने वेदी को यह कहते सुना, “हे सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर यहोवा,*+ तेरे फैसले* वाकई नेक और सच्चे हैं।”+

8 चौथे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा सूरज पर उँडेला।+ और सूरज को यह अधिकार दिया गया कि वह लोगों को आग से झुलसा दे। 9 लोग भयंकर गरमी से झुलस गए फिर भी उन्होंने उस परमेश्‍वर के नाम की निंदा की, जिसे हर कहर पर अधिकार है। उन्होंने पश्‍चाताप नहीं किया और उसकी महिमा नहीं की।

10 पाँचवें स्वर्गदूत ने अपना कटोरा जंगली जानवर की राजगद्दी पर उँडेला। और उसका राज अंधकार से भर गया+ और लोग दर्द के मारे अपनी जीभ काटने लगे। 11 उन्होंने दर्द और फोड़ों की वजह से स्वर्ग के परमेश्‍वर की निंदा की और अपने कामों से पश्‍चाताप नहीं किया।

12 छठे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा महानदी फरात पर उँडेला+ और उसका पानी सूख गया+ ताकि पूरब से आनेवाले राजाओं के लिए रास्ता तैयार करे।+

13 और मैंने देखा कि अजगर,+ जंगली जानवर और झूठे भविष्यवक्‍ता के मुँह से तीन अशुद्ध प्रेरित वचन निकल रहे थे जो मेंढकों जैसे दिख रहे थे। 14 दरअसल ये दुष्ट स्वर्गदूतों की प्रेरणा से कहे गए वचन हैं और ये चमत्कार करते हैं+ और सारे जगत के राजाओं के पास जाते हैं कि उन्हें सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के महान दिन+ के युद्ध के लिए इकट्ठा करें।+

15 “देख! मैं एक चोर की तरह आ रहा हूँ।+ सुखी है वह जो जागता रहता है+ और अपने कपड़ों की चौकसी करता है ताकि वह नंगा न फिरे और लोग उसकी शर्मनाक हालत न देखें।”+

16 और उन्होंने राजाओं को उस जगह इकट्ठा किया जो इब्रानी भाषा में हर-मगिदोन* कहलाती है।+

17 सातवें स्वर्गदूत ने अपना कटोरा हवा पर उँडेला। तब पवित्र-स्थान से, राजगद्दी से एक ज़ोरदार आवाज़ निकली+ जो कह रही थी, “पूरा हो गया!” 18 और बिजलियाँ कौंधीं, ज़ोरदार आवाज़ें आयीं, गरजन हुआ और ऐसा ज़बरदस्त और भयानक भूकंप हुआ जैसा धरती पर इंसान के आने से लेकर अब तक कभी नहीं हुआ था।+ 19 उस महानगरी+ के टूटकर तीन हिस्से हो गए और राष्ट्रों के शहर तबाह हो गए। और महानगरी बैबिलोन+ को परमेश्‍वर ने याद किया ताकि उसे अपने गुस्से और जलजलाहट की मदिरा से भरा प्याला दे।+ 20 साथ ही, हरेक द्वीप भाग गया और पहाड़ लापता हो गए।+ 21 फिर आकाश से लोगों पर बड़े-बड़े ओले गिरे और हर ओले का वज़न करीब 20 किलो* था।+ इस कहर की वजह से लोगों ने परमेश्‍वर की निंदा की+ क्योंकि इस कहर ने बहुत ज़्यादा तबाही मचायी।

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