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  • लैव्यव्यवस्था 20
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)

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लैव्यव्यवस्था का सारांश

      • मोलेक की पूजा; जादू-टोना (1-6)

      • पवित्र बनो; माता-पिता का आदर करो (7-9)

      • यौन अपराध की सज़ा मौत (10-21)

      • देश में रहने के लिए पवित्र बनो (22-26)

      • जादू-टोना करनेवाले मार डाले जाएँ (27)

लैव्यव्यवस्था 20:2

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फुटनोट

  • *

    या “वह वेश्‍याओं जैसी बदचलनी।”

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इंडैक्स

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    प्रहरीदुर्ग,

    5/15/2004, पेज 24

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  • *

    शा., “का तन उघाड़ता है।”

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फुटनोट

  • *

    या “शर्मनाक काम; कामुकता।”

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फुटनोट

  • *

    शा., “का तन उघाड़ा है।”

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इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    3/1/1991, पेज 24-25

लैव्यव्यवस्था 20:19

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फुटनोट

  • *

    शा., “का तन उघाड़ता है।”

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फुटनोट

  • *

    शा., “का तन उघाड़ता है।”

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फुटनोट

  • *

    शा., “वह देश तुम्हें उगल न दे।”

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फुटनोट

  • *

    या “उसमें भविष्य बतानेवाला दुष्ट स्वर्गदूत समाया हो।”

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दूसरें अनुवाद

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लैव्य. 20:2लैव 18:21; व्य 18:10
लैव्य. 20:3यहे 5:11
लैव्य. 20:4व्य 13:6-9
लैव्य. 20:5निर्ग 20:5
लैव्य. 20:6लैव 19:31; व्य 18:10-12; गल 5:19, 20; प्रक 21:8
लैव्य. 20:6लैव 20:27; प्रेष 16:16
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लैव्य. 20:8निर्ग 31:13; लैव 21:8; 1थि 5:23; 2थि 2:13
लैव्य. 20:9निर्ग 21:17; व्य 27:16; नीत 20:20; मत 15:4
लैव्य. 20:10व्य 5:18; 22:22; रोम 7:3; 1कुर 6:9, 10
लैव्य. 20:11लैव 18:8; व्य 27:20
लैव्य. 20:12लैव 18:15, 29
लैव्य. 20:13उत 19:5; लैव 18:22; न्या 19:22; रोम 1:26, 27; 1कुर 6:9, 10; यहू 7
लैव्य. 20:14लैव 18:17; व्य 27:23
लैव्य. 20:14लैव 21:9
लैव्य. 20:15निर्ग 22:19; व्य 27:21
लैव्य. 20:16लैव 18:23
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लैव्य. 20:23लैव 18:3, 24; व्य 12:30
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लैव्य. 20:24निर्ग 19:5; 33:16; 1रा 8:53; 1पत 2:9
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
लैव्यव्यवस्था 20:1-27

लैव्यव्यवस्था

20 यहोवा ने मूसा से यह भी कहा, 2 “तू इसराएलियों से कहना, ‘अगर कोई इसराएली आदमी या इसराएल में रहनेवाला कोई परदेसी अपने किसी बच्चे को मोलेक के लिए अर्पित करता है, तो उसे हर हाल में मार डाला जाए।+ देश के लोगों को उसे पत्थरों से मार डालना चाहिए। 3 मैं ऐसे आदमी को ठुकरा दूँगा और उसे मौत की सज़ा दूँगा क्योंकि उसने अपना बच्चा मोलेक को अर्पित करके मेरे पवित्र-स्थान को दूषित किया है+ और मेरे पवित्र नाम का अपमान किया है। 4 अगर देश के लोग यह जानते हुए भी कि उसने अपना बच्चा मोलेक को अर्पित किया है, उसका अपराध अनदेखा कर देते हैं और उसे मौत की सज़ा नहीं देते,+ 5 तो मैं बेशक उस आदमी और उसके परिवार को ठुकरा दूँगा।+ मैं उस आदमी को और उसके साथ मिलकर मोलेक को पूजनेवालों को मौत की सज़ा दूँगा।

6 अगर कोई ऐसे इंसान के पास जाता है जो मरे हुओं से संपर्क करने का दावा करता है+ या भविष्य बताता है,+ तो वह मेरे साथ विश्‍वासघात* करता है। मैं बेशक उसके खिलाफ हो जाऊँगा और उसे मौत की सज़ा दूँगा।+

7 तुम खुद को शुद्ध और पवित्र बनाए रखना+ क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ। 8 तुम मेरी विधियों का पालन किया करना और उनके मुताबिक चलना।+ मैं यहोवा हूँ, मैं तुम्हें पवित्र ठहरा रहा हूँ।+

9 अगर कोई अपने पिता या अपनी माँ को शाप देता है तो उसे हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए।+ उसने अपने पिता या अपनी माँ को शाप दिया है, इसलिए उसका खून उसी के सिर पर पड़ेगा।

10 अगर कोई अपने संगी-साथी की पत्नी के साथ व्यभिचार करता है तो उसे मौत की सज़ा दी जाए। व्यभिचार करनेवाले उस आदमी और औरत, दोनों को हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए।+ 11 जो आदमी अपने पिता की पत्नी के साथ सोता है वह अपने पिता का अपमान करता है।*+ उस आदमी और औरत को हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए। उन दोनों का खून उन्हीं के सिर पड़ेगा। 12 अगर एक आदमी अपनी बहू के साथ सोता है तो उन दोनों को हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए। उन्होंने जो स्वाभाविक है उसके खिलाफ काम किया है। उनका खून उन्हीं के सिर पड़ेगा।+

13 अगर एक आदमी किसी आदमी के साथ सोता है जैसे आदमी-औरत साथ सोते हैं, तो वे दोनों घिनौना काम करते हैं।+ उन दोनों आदमियों को हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए। उनका खून उन्हीं के सिर पड़ेगा।

14 अगर एक आदमी किसी औरत से शादी करता है और उसकी माँ के साथ यौन-संबंध रखता है तो यह अश्‍लील काम* है।+ उस आदमी और उन दोनों औरतों को मौत की सज़ा दी जाए और फिर आग में जला दिया जाए+ ताकि तुम्हारे बीच ऐसे अश्‍लील काम आगे न होते रहें।

15 अगर एक आदमी किसी जानवर के साथ यौन-संबंध रखता है तो उसे हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए और उस जानवर को मार डाला जाए।+ 16 अगर एक औरत किसी जानवर के साथ यौन-संबंध रखने के इरादे से उसके करीब जाती है,+ तो तुम उस औरत और जानवर दोनों को मार डालना। जानवर के साथ यौन-संबंध रखनेवाले आदमी और औरत को हर हाल में मौत की सज़ा दी जाए। उनका खून उन्हीं के सिर पड़ेगा।

17 अगर एक आदमी अपनी बहन के साथ यौन-संबंध रखता है, फिर चाहे वह उसके पिता की बेटी हो या माँ की बेटी और वे एक-दूसरे का नंगापन देखते हैं तो यह एक शर्मनाक बात है।+ उन्हें उनके लोगों के देखते मौत की सज़ा दी जाए। उस आदमी ने अपनी बहन का अपमान किया है।* उसे अपने गुनाह का लेखा देना होगा।

18 अगर एक आदमी किसी औरत की माहवारी के दिनों में उसके साथ सोता है और यौन-संबंध रखता है तो वे दोनों खून को अपवित्र समझते हैं।+ उन दोनों को मौत की सज़ा दी जाए।

19 तुम अपनी मौसी या बुआ के साथ यौन-संबंध न रखना क्योंकि ऐसा करना अपने सगे रिश्‍तेदार का अपमान करना है।+ ऐसा करनेवाले आदमी और औरत दोनों को अपने गुनाह का लेखा देना होगा। 20 जो आदमी अपनी चाची या मामी के साथ सोता है वह अपने चाचा या मामा का अपमान करता है।*+ ऐसा करनेवाले आदमी और औरत दोनों को अपने पाप का लेखा देना होगा। उन्हें मार डाला जाए ताकि उनकी कोई औलाद न हो। 21 अगर कोई अपने भाई की पत्नी के साथ संबंध रखता है तो यह एक घिनौना काम है।+ वह अपने भाई का अपमान करता है।* ऐसा करनेवाले आदमी और औरत दोनों को मार डाला जाए ताकि उनकी कोई औलाद न हो।

22 तुम मेरी सभी विधियों और मेरे सभी न्याय-सिद्धांतों का पालन करना+ और उनके मुताबिक चलना+ ताकि मैं तुम्हें जिस देश में ले जा रहा हूँ वहाँ से तुम्हें खदेड़ न दिया जाए।*+ 23 तुम उन जातियों की विधियों पर मत चलना जिन्हें मैं तुम्हारे सामने से खदेड़ रहा हूँ,+ क्योंकि वे ऐसे नीच काम करते हैं और मैं उन जातियों से घिन करता हूँ।+ 24 इसीलिए मैंने तुमसे कहा है, “तुम उस देश को अपने अधिकार में कर लोगे और मैं उस देश को तुम्हारी जागीर बना दूँगा, जहाँ दूध और शहद की धाराएँ बहती हैं।+ मैं यहोवा हूँ, तुम्हारा परमेश्‍वर जिसने तुम्हें दूसरी जातियों से अलग किया है।”+ 25 तुम शुद्ध और अशुद्ध जानवरों के बीच और शुद्ध और अशुद्ध चिड़ियों के बीच फर्क करना।+ मैंने जिन जानवरों, चिड़ियों और ज़मीन पर रेंगनेवाले जीवों के बारे में तुम्हें आज्ञा दी है कि तुम उन्हें अशुद्ध मानना, उनमें से किसी की वजह से तुम घिनौने मत बनना।+ 26 तुम मेरे पवित्र लोग बने रहना क्योंकि मैं यहोवा पवित्र हूँ।+ मैं तुम्हें दूसरे देशों के लोगों से अलग कर रहा हूँ ताकि तुम मेरे अपने लोग बने रहो।+

27 अगर कोई आदमी या औरत मरे हुओं से संपर्क करने का दावा करे या भविष्य बताने का काम करे,* तो उसे हर हाल में मार डाला जाए।+ लोगों को उसे पत्थरों से मार डालना चाहिए। उसका खून उसी के सिर पड़ेगा।’”

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