गीत 8
राज्य की बढ़ती
1. फैल रही है देखो याह की हुक़ूमत!
शानदार तरक्की अब हो रही है;
तारीफ़ यहोवा की करते वो दूर तक,
राहें जिनकी उसने रौशन की है।
छोटी शुरुआत हुई सालों पहले
जब मसीहा इस ज़मीं पर आया।
आज बड़ी भीड़ शेष जनों के साथ मिल के करती
ऐलान के मसीह है राजा।
2. तख़्ते अदालत पर बैठा मसीहा
जाति हर एक खड़ी सामने उसके;
जान लेगा तब याह का नाम ये ज़माना,
यीशु जब दुश्मन का ख़ात्मा करे।
है शांति का राजकुमार, जीवनदाता;
वो शक्तिशाली, बड़ा बुद्धिमान।
शांति देगा याह की धुन में हमेशा,
होगी ना कम उसके राज की शान।
3. धरती पे फैल रहे राज को देखो!
दिल क्या उमंग से अब झूमता नहीं?
राज्य के काम में लगाके हम ख़ुद को,
आओ बढ़ा लें ख़ुशी अपनी।
कह दो उन्हें करते याह को जो बदनाम,
हरमगिदोन है बहुत ही क़रीब।
आहें भरनेवालोंको दो तुम पैग़ाम
ताकि वो आशीषों में हों शरीक़।