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राजा नबूकदनेस्सर एक बड़ी मूरत का सपना देख रहा है जिसे एक पत्थर चूर-चूर कर देता है

पाठ 60

एक ऐसा राज जो हमेशा बना रहेगा

एक रात राजा नबूकदनेस्सर को एक अजीब-सा सपना आया। वह इतना परेशान हो गया कि सो नहीं पाया। उसने अपने जादूगरों को बुलाया और उनसे कहा, ‘मेरे सपने का मतलब बताओ।’ उन्होंने कहा, ‘हे राजा, हमें बता कि तूने क्या सपना देखा।’ मगर नबूकदनेस्सर ने कहा, ‘नहीं, तुम मुझे बताओ कि मैंने क्या सपना देखा था वरना मैं तुम्हें मार डालूँगा।’ उन्होंने फिर से कहा, ‘तू हमें अपना सपना बता, फिर हम उसका मतलब तुझे बताएँगे।’ उसने कहा, ‘तुम सब मुझे धोखा देना चाहते हो। बताओ मैंने क्या सपना देखा!’ उन्होंने राजा से कहा, ‘दुनिया में ऐसा कोई आदमी नहीं जो बता सके कि तूने क्या सपना देखा। यह नामुमकिन है!’

नबूकदनेस्सर को इतना गुस्सा आया कि उसने देश के सभी ज्ञानियों और जादूगरों को मार डालने का हुक्म दिया। उन ज्ञानियों में दानियेल, शदरक, मेशक और अबेदनगो भी थे। दानियेल ने राजा से कहा कि उसे सपने का मतलब बताने के लिए थोड़ा समय दिया जाए। फिर उसने और उसके दोस्तों ने यहोवा से प्रार्थना की और उससे मदद माँगी। यहोवा ने क्या किया?

एक दर्शन में यहोवा ने दानियेल को नबूकदनेस्सर का सपना दिखाया और उसका मतलब बताया। अगले दिन दानियेल ने राजा के सेवक के पास जाकर कहा, ‘किसी भी ज्ञानी को मत मार डालना। मैं राजा के सपने का मतलब बता सकता हूँ।’ सेवक दानियेल को नबूकदनेस्सर के पास ले गया। दानियेल ने राजा से कहा, ‘परमेश्‍वर ने तुझे बताया है कि भविष्य में क्या-क्या होगा। तूने यह सपना देखा था: तूने एक बड़ी-सी मूरत देखी जिसका सिर सोने का था, सीना और बाज़ू चाँदी के थे, पेट और जाँघें ताँबे के थे, टाँगें लोहे की थीं और पैर का कुछ हिस्सा लोहे का और कुछ मिट्टी का था। फिर एक पहाड़ में से एक पत्थर आया और मूरत के पैरों पर जा लगा। तब मूरत चूर-चूर हो गयी और उसका चूरा हवा में उड़ गया। फिर वह पत्थर एक बड़ा पहाड़ बन गया जिससे पूरी धरती भर गयी।’

दानियेल ने कहा, ‘तेरे सपने का मतलब यह है: सोने का सिर तेरा राज है। चाँदी का हिस्सा तेरे बाद आनेवाला राज होगा। उसके बाद जो राज होगा वह ताँबे जैसा होगा और पूरी धरती पर हुकूमत करेगा। उसके बाद आनेवाला राज लोहे की तरह मज़बूत होगा। आखिर में एक ऐसा राज होगा जो बँटा होगा, यानी उसका कुछ हिस्सा लोहे जैसा मज़बूत होगा और कुछ हिस्सा मिट्टी की तरह कमज़ोर होगा। जो पत्थर पहाड़ बन गया वह परमेश्‍वर का राज है। वह राज इन सभी हुकूमतों को चूर-चूर कर देगा और हमेशा कायम रहेगा।’

तब नबूकदनेस्सर ने ज़मीन पर लेटकर दानियेल को प्रणाम किया। उसने कहा, ‘तेरे परमेश्‍वर ने तुझे यह सपना बताया। उसके जैसा परमेश्‍वर और कोई नहीं।’ नबूकदनेस्सर ने दानियेल को नहीं मार डाला बल्कि उसे सभी ज्ञानियों का मुखिया और बैबिलोन के एक प्रांत का शासक बनाया। देखा आपने, यहोवा ने दानियेल की प्रार्थना का कैसे जवाब दिया?

“उन्होंने राजाओं को उस जगह इकट्ठा किया जो इब्रानी भाषा में हर-मगिदोन कहलाती है।”—प्रकाशितवाक्य 16:16

सवाल: दानियेल नबूकदनेस्सर के सपने का मतलब क्यों समझा पाया? उस सपने का क्या मतलब था?

दानियेल 2:1-49

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