विषय-सूची
1-7 अगस्त, 2016 का हफ्ता
6 यहोवा हमारा कुम्हार है—क्या आप इसकी कदर करते हैं?
8-14 अगस्त, 2016 का हफ्ता
11 क्या आप महान कुम्हार के हाथों ढलने के लिए तैयार रहते हैं?
कुम्हार ऐसा कलाकार होता है, जो अपने हाथों से मिट्टी को ढालकर खूबसूरत बरतन बनाता है। इन दो लेखों में हम देखेंगे कि हम क्यों यह कह सकते हैं कि यहोवा “हमारा कुम्हार” है और उसके हाथों में नरम मिट्टी की तरह बनने के लिए हमें क्या करना चाहिए।
16 आपने पूछा
15-21 अगस्त, 2016 का हफ्ता
18 “यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है”
इसका क्या मतलब है कि हमारा परमेश्वर “यहोवा एक ही है”? इस बात का उसके साथ और भाई-बहनों के साथ हमारे रिश्ते पर क्या असर होता है? हम सब अलग-अलग संस्कृति से हैं, इसलिए हमें समझना चाहिए कि यहोवा हमसे क्या उम्मीद करता है, ताकि वह “हमारा परमेश्वर” हो।
22-28 अगस्त, 2016 का हफ्ता
23 दूसरों की खामियों से ठोकर मत खाइए
सभी इंसानों में कुछ-न-कुछ खामियाँ होती हैं, जिनसे दूसरों को ठेस पहुँच सकती है। तो जब कोई कुछ ऐसा कह देता है या कर देता है, जिससे हमारी भावनाओं को ठेस पहुँचती है, तो हमें कैसा रवैया दिखाना चाहिए? इस लेख में हम बाइबल के कुछ उदाहरणों पर गौर करेंगे जिनसे हमें मदद मिल सकती है।