विषय-सूची
29 जनवरी, 2018–4 फरवरी, 2018 का हफ्ता
3 “मैं जानती हूँ . . . वह ज़िंदा हो जाएगा”
5-11 फरवरी, 2018 का हफ्ता
8 “मैं . . . परमेश्वर से यह आशा रखता हूँ”
बीते समय में हुई किन घटनाओं से मसीहियों को भरोसा मिलता है कि मरे हुओं को ज़िंदा किया जाएगा? उन घटनाओं से और प्राचीन सेवकों के विश्वास से आपका विश्वास कैसे मज़बूत होता है कि जो लोग मर गए हैं वे दोबारा ज़िंदा होंगे? इन लेखों से आपकी आशा और भी पक्की होगी।
14 आपने पूछा
16 आपने पूछा
12-18 फरवरी, 2018 का हफ्ता
18 माता-पिताओ, बच्चों की मदद कीजिए कि वे “उद्धार पाने के लिए बुद्धिमान” बनें
19-25 फरवरी, 2018 का हफ्ता
23 नौजवानो, “अपने उद्धार के लिए काम करते जाओ”
हर साल हज़ारों लोग बपतिस्मा लेते हैं। इनमें से कई छोटे बच्चे और नौजवान हैं। बपतिस्मा लेने से कई आशीषें मिलती हैं मगर साथ ही कई ज़िम्मेदारियाँ भी आती हैं। तो फिर, माता-पिता किस तरह अपने बच्चों की मदद कर सकते हैं ताकि वे यह कदम उठाने के लिए तैयार हो सकें? जो नौजवान बपतिस्मा लेने की सोच रहे हैं या जिनका बपतिस्मा हो चुका है, वे यहोवा के साथ अपना रिश्ता कैसे मज़बूत कर सकते हैं?
28 जीवन कहानी—मालिक के पीछे चलने के लिए मैंने सबकुछ छोड़ दिया