राज्य विस्तारण में हिस्सा लेना
“क्या आश्चर्यजनक परिवर्तन!” “यह कितने जल्दी हो गया!” “यह सोवियत यूनियन में रहनेवाले भाइयों के लिए कैसा बढ़िया आशिष है!”
२ ये अभिव्यक्तियाँ अगस्त के बादवाले हिस्से और सितम्बर के प्रारंभिक हिस्से में सुनने में आए जब सोवियत यूनियन में संभव हस्तक्षेप के बावजूद भी सम्मेलनों की एक श्रृंखला सफ़लतापूर्वक आयोजित की गयी। कुल मिलाकर, इस गरमी के मौसम में सात सोवियत सम्मेलनों में ७४,२५२ लोग उपस्थित हुए, और ७,८२० लोगों ने बपतिस्मा लिया। इसके अलावा, पूर्वी यूरोपीय सम्मेलनों में २९५,९२४ और लोग एकत्रित हुए।
३ बेशक, जैसे पहली सदी में हुआ, वैसे आज भी भविष्यद्वक्ता यशायाह के शब्दों की पूर्ति हो रही है: “जो लोग अन्धियारे में चल रहे थे उन्हों ने बड़ा उजियाला देखा। . . . तू ने जाति को बढ़ाया, तू ने उसको बहुत आनन्द दिया; वे तेरे सामने कटनी के समय का सा आनन्द करते हैं।” जी हाँ, राज्य विस्तारण आगे बढ़ रहा है! यीशु मसीह हुकूमत कर रहा है! और जैसे भविष्यद्वाणी में आगे कहा गया है: “उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा।”—यशा. ९:२, ३, ७.
४ पूर्वी यूरोप में हुए बढ़िया विस्तारण की देख-रेख करने के लिए जर्मनी में कहीं ज़्यादा बड़ी मुद्रण सहूलियतों का प्रगतिशील निर्माण आवश्यक हुआ है। वहाँ रहनेवाले हमारे भाइयों को इस विस्तारण में सहायता करने में खुशी होती है, जो सीधे रूप से यीशु के इस ऐतिहासिक भविष्यद्वाणी में सहायक है: “राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा।”—मत्ती २४:१४.
५ अमरीका में और भी बड़ा विस्तारण हो रहा है। सितम्बर में हुए गिलियड ग्रॅड्यूएशन् में, यह घोषित किया गया कि गिलियड की अगली कक्षा में, जो अप्रैल में शुरू होनेवाली है, विद्यार्थियों की संख्या दुगनी की जाएगी, जिस से एक कक्षा में ५० विद्यार्थी होंगे! आख़िर में, यह स्कूल वॉचटावर एड्यूकेशनल सेंटर में स्थित होगा, जो कि अब तक़रीबन तीन साल से पॅट्टरसन्, न्यू यॉर्क, में बन रहा है। तो कोई ताज्जुब की बात नहीं कि हम अनेक लोगों को यह पूछते हुए सुनते हैं कि “पॅट्टरसन् में क्या-क्या हो रहा है?”
६ पॅट्टरसन् कॉम्प्लेक्स: हमें रिपोर्ट करने में खुशी होती है कि काम तेज़ गति से चल रहा है और समय से आगे है। इस शैक्षिक केंद्र से थोड़े चलने की दूरी पर स्थित, १५०-कमरों का होटल—पॅट्टरसन् इन की सातों इमारतों के साथ-साथ रास्तों, गाड़ी पार्क करने की जगहों, और भू-दृश्य बाग़बानी का सहवर्ती काम भी पूरा किया गया है। जब यह शैक्षिक केंद्र पूरा होगा, पासवाले होटल को दुनिया भर से आए मेहमानों को ठहराने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बहरहाल, उस दरमियान इस में ३०० बेथेल परिवार सदस्य रह रहे हैं, जो कॉम्प्लेक्स के निर्माण में हिस्सा ले रहे हैं।
७ कुल मिलाकर, इस परियोजना में ६५० स्वयंसेवक काम कर रहे हैं! इन में से अनेकों को इसी इलाके में रहने का स्थान दिया जा चुका है, और वे हर रोज़ अपने रहने के स्थान से काम के स्थल को आते हैं। इसी साल के प्रारम्भ में, न्यू यॉर्क टाइमस् के एक रिपोर्टर ने लिखा: “यहाँ उत्तर-पूर्वी पटनॅम काउन्टी में एक पहाड़ी पर एक शहर के समान स्थित, जिसकी ऊँचाई से रूट २२ दिखायी देता है, इस कॉम्प्लेक्स में इतना निर्माण कार्य हो रहा है कि यह मधुमक्खियों का छत्ता लगता है। . . . सभी—इंजिनियर, आर्किटेक्ट (वास्तुकार), ड्राफ़्टस्मॅन (नक़्शानवीस), बढ़ई, कंकरीट कर्मचारी, बिजली-मिस्तरी, प्लम्बर (नलसाज़) और मज़दूर—उन्हीं के चर्च के सदस्य हैं जो हफ़्तों से लेकर सालों तक काम करने के लिए स्वेच्छा से आते हैं। उन्हें कोई तनख़्वाह नहीं मिलती, लेकिन छोटे-मोटे ख़र्च के लिए हर महीने उन्हें वज़ीफ़ा मिलता है।”
८ इस शैक्षिक केंद्र में आख़िर १७ इमारतें होंगी, जिन में एक रसोईघर, कक्षाएँ, दफ़्तर, गैरजें, १,२०० लोगों को ठहराने के लिए छः रिहाइशी इमारतें होंगी, और एक खाने का कमरा तथा १,६०० लोगों को बिठाने के लिए एक सभागृह होगा। इस समय, कॉम्प्लेक्स की दो इमारतें पूरी हो चुकी हैं, चार का निर्माण हो रहा है, और १९९२ के दौरान पाँच और इमारतों पर काम शुरू कर दिया जाएगा। आख़री छः इमारतों का निर्माण बाद में शुरू किया जाएगा। इस साल के गरमियों में एक महत्त्वपूर्ण दिन तब था जब राज्य और स्थानीय अधिकारियों की ओर से गंदे पानी के ट्रीटमेंट प्लांट और पानी के ट्रीटमेंट प्लांट को स्वीकृत ठहराया गया।
९ इस परियोजना में काम करनेवाले स्वयंसेवकों को उत्तम आध्यात्मिक फ़ायदे मिल रहे हैं। दरअसल, सभी स्वयंसेवकों को योग्य ठहरने के लिए आध्यात्मिक व्यक्ति होना चाहिए। (१ कुरि. २:१४, १५) हर सुबह दिन के बाइबल पाठ पर विचार-विमर्श का आनन्द लिया जाता है। हफ़्ते में तीन बार, स्वयंसेवकों में से पहले से नियत टीकाकार खुद इस विचार-विमर्श में हिस्सा लेते हैं, और दूसरे सुबहों पर ऑडियो हुक-अप् (श्रव्य अंतःसम्पर्क) से पॅट्टरसन् के स्वयंसेवक ब्रुकलिन के मुख्यालय से आनेवाले विचार-विमर्श को सुन सकते हैं। इसके अलावा, परियोजना में काम करनेवाले सभी स्वयंसेवकों के फ़ायदे के लिए सोमवार शाम को वॉचटावर का अभ्यास संचालित किया जाता है। फिर भी, सिर्फ़ पॅट्टरसन् ही एकमात्र निर्माण परियोजना नहीं जो न्यू यॉर्क में जारी है।
१० ब्रुकलिन में क्या हो रहा है?: अगस्त ३०, १९९०, के रोज़, एक खुश बेथेल परिवार ने यह घोषणा सुनकर तालियाँ बजायीं, कि सोसाइटी को एक ३०-मंज़िली रिहाइशी इमारत बान्धने के लिए निर्माण करने का एक परमिट दिया गया था। अगले महीने उस स्थान पर खड़ी पुरानी नौ-मंज़िली फैक्टरी को गिरा देने का काम शुरू हुआ। फिर, जनवरी १९९१ में, नयी इमारत की १००- बाई २००-फुट बुनियाद पर खोदाई का काम शुरू हुआ। जल्दी ही वह खोदाई, जो रास्ते के तल से ३०-फुट नीचे थी, पूरी कर दी गयी। इंजिनियरिंग काम में कुछ सावधानी बरतनी पड़ी, इसलिए कि इमारत की जगह के एक बाज़ू को सुरंग-रेल का एक मार्ग है और दूसरी आरे वॉचटावर सोसाइटी की एक मौजूदा फैक्टरी है।
११ छः महीने के अन्दर बुनियाद का काम पूरा किया गया। भूमि के तल के नीचे की दो मंज़िलों में एक रसोईघर, खाद्य-भण्डार, और अन्य सहायक सेवाएँ होंगी, और साथ ही एक हज़ार से ज़्यादा लोगों के लिए एक खाने का कमरा होगा। इस इमारत के ढाँचे को बनानेवाले विशाल इस्पात् के खम्भों और कड़ियों का वज़न ७०,००,००० से भी ज़्यादा पौंड है। जुलाई में इस ढाँचे को खड़ा करने का काम शुरू हुआ। सितम्बर तक ईंट चिनाई का काम शुरू कर दिया गया, और जल्दी ही इस इमारत का रंग और आकार ब्रुकलिन के क्षितिज की एक विशेषता होगी।
१२ सोसाइटी द्वारा काम पर रखे गए वाणिज्यिक निर्माण कंपनी का काम अगले गरमियों तक पूरा होगा। इसका मतलब है कि ३७८-फुट ऊँची इमारत के ढाँचे को सोसाइटी के सुपुर्द किया जाएगा, और गवाहों में से स्वयंसेवक इमारत को पूरा करेंगे। हम आशा करते हैं कि पहली १२-मंज़िलें, जिन में लॉबी (प्रतीक्षा-कक्ष), खाने का कमरा और रसोईघर है, १९९३ के बादवाले हिस्से तक इस्तेमाल किए जाने के लिए तैयार होंगे। चूँकि ब्रुकलिन में सभी उपलब्ध रिहाइशी कमरों में लोग रह रहे हैं, हमारे धर्मशास्त्रीय नियतकाम को पूरा करने के लिए यह नया घर अत्यावश्यक है।—मत्ती २४:१४.
१३ आप क्या कर सकते हैं?: अब तक भाई-बहनों में बहुत कुछ किया है। इन सालों में पूरे अमरीका में से १४,००० से ज़्यादा स्वयंसेवक न्यू यॉर्क आ चुके हैं और विभिन्न निमार्ण परियोजनाओं में हाथ बटाया है। उनके प्रेम के परिश्रम के लिए हम बहुत आभारी हैं, और सोसाइटी उन्हें, और साथ ही उनकी पत्नियों तथा अन्य पारिवारिक सदस्यों का शुक्रिया अदा करना चाहती है, जिन्होंने उनकी कोशिशों का समर्थन किया है। सवाल यह है कि, क्या आप ऐसी परियोजनाओं में काम करने के लिए खुद को उपयोग में ला सकते हैं?—इब्रा. १३:१६.
१४ यह ज़ाहिर है कि हर कोई ऐसा नहीं कर सकता। लेकिन आप फिर भी बहुत कुछ कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अनेक प्राचीन और सहायक सेवक मण्डली की ज़रूरतों की देख-रेख करने में सहायता कर सकते हैं जब स्वयंसेवक अस्थायी रूप से किसी निर्माण परियोजना में काम कर रहे होते हैं। (नहेमायाह ४:१९-२२ से तुलना करें।) सहायता देने का एक और अत्यावश्यक तरीक़ा ऐच्छिक अंशदान करने के ज़रिए है, जिस से ख़र्च चलाए जा सकते हैं। द न्यू यॉर्क टाइमस् में प्रकाशित एक अनुमान ने “नए [पॅट्टरसन्] कॉम्प्लेक्स की क़ीमत को, जब यह पूरा होगा, तक़रीबन $१३ करोड़ पर लगाया।” स्वयंसेवकों की मदद से इस परियोजना की असली क़ीमत संभवतः आधे से भी कम होगी, लेकिन फिर भी काफ़ी बड़ी रक़म होगी। अभी लाखों डॉलर हर महीने में ख़र्च किए जा रहे हैं।
१५ मूसा के दिनों में तम्बू को बनाने में और साथ ही सुलैमान के निर्देशन के अनुसार जो मंदिर बान्धा गया, उसको बनाने में भी काफ़ी भौतिक धन की ज़रूरत थी। यहोवा ने लोगों के दिलों को सभी ज़रूरी चाज़ें देने के लिए प्रेरित किया। (निर्ग. ३५:४-६, २१, २२; ३६:३-६; १ इति. २९:३-९) हमारे समय में व्यक्ति, मण्डलियाँ, और सर्किटें इन निर्माण परियोजनाओं के लिए अंशदान देते आए हैं, जो निःसन्देह दुनिया भर राज्य की घोषणा के विस्तारण में एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा लेंगी। क्या आप इस बढ़िया विस्तारण कार्य का समर्थन करने में हिस्सा ले सकते हैं?
१६ अगर आप ले सकते हैं, तो कृपया ऐसे अंशदानों को Watchtower Bible and Tract Society of India, Post Bag 10, Lonavla, Mah. 410 401 [वॉचटावर बाइबल ॲन्ड ट्रैक्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया, पोस्ट बैग १०, लोनावला, महाराष्ट्र ४१० ४०१] को भेज दीजिए।
१७ चाहे आप निर्माण के जगहों पर काम करने के लिए स्वयंसेवक बन सकते हैं या आर्थिक रीति से अंशदान कर सकते हैं या नहीं, हम में से हर एक इन निर्माण परियोजनाओं की सफ़लता के लिए प्रार्थना ज़रूर कर सकते हैं, इस लक्ष्य से कि परमेश्वर के राज्य के हित पूरी दुनिया में विस्तृत किए जाएँ। हमारे स्वर्ग के पिता हम सब को समृद्ध करे, जैसे हम उनके कार्य को पूरा करने की कोशिश करते हैं।