किंग्डम मिनिस्ट्री स्कूल ईश्वरशासित शिक्षा देती है
प्राचीनों पर ज़िम्मेदारी का एक वज़नदार भार है। १९५९ से शुरू होकर, “अध्यक्षों की गतिविधियों में एक ख़ास प्रशिक्षण कार्यक्रम” के लिए प्रबन्ध किए गए, जो उन्हें इस भारी नियतकार्य की देख-रेख करने में मदद करता। (jp पृ. २९२-३; yb७७ पृ. १४.) १९८४ में सहायक सेवकों को पहली बार इस में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया गया। पिछला किंग्डम मिनिस्ट्री स्कूल १९८८ के सेवा वर्ष के दौरान आयोजित हुआ था, और कई हज़ारों ने इस से लाभ प्राप्त किया।
तब से, सैंकड़ों मण्डलियाँ स्थापित हुई हैं और हज़ारों भाइयों को प्राचीन और सहायक सेवकों के तौर से नियुक्त किया जा चुका है। और, संगठनात्मक रूप से भी समायोजन किए गए हैं। इसलिए, शासी वर्ग सारी मण्डलियों के प्राचीनों और सहायक सेवकों को नए सेवा वर्ष के दौरान आयोजित किंग्डम मिनिस्ट्री स्कूल में उपस्थित होने का प्रबन्ध कर रहा है। नया पाठ्यक्रम क्षेत्र की प्रचलित ज़रूरतों को पूरा करने के अनुकूल बना दिया गया है। सफ़री अध्यक्ष इस स्कूल में सिखाने में अगुआई करेंगे। सारी मण्डलियों को लाभ तब होगा जब प्राचीन और सहायक सेवक स्कूल में सीखी गयी बातों पर अमल करेंगे।