प्रतिदिन यहोवा की स्तुति कीजिए
हमारा परमेश्वर यहोवा, अद्भुत, प्रेममय सृष्टिकर्त्ता है अर्थात समस्त जीवन और ख़ुशी का स्रोत। उसकी महानता को ध्यान में रखते हुए वह सचमुच अपनी सारी सृष्टि द्वारा स्तुति के योग्य है। व्यक्तिगत रूप से, हम भजनहार की तरह कहना चाहते हैं: “मैं . . . तेरी स्तुति अधिक अधिक करता जाऊंगा। मैं अपने मुंह से तेरे धर्म का, और तेरे किए हुए उद्धार का वर्णन दिन भर करता रहूंगा।” (भज. ७१:१४, १५) ऐसा करने के लिए, हमें दिन-प्रतिदिन यहोवा की स्तुति करने के तरीक़ों की खोज करनी चाहिए और उसके बारे में, उसकी धार्मिकता के बारे में और उसके उद्धार के प्रबन्धों के बारे में अच्छी बाते कहने के लिए प्रेरित होना चाहिए।
२ प्रारंभिक मसीहियों ने यहोवा की स्तुति करने में एक उत्तम उदाहरण रखा। पिन्तेकुस्त के दिन ३,००० बपतिस्मा प्राप्त करनेवालों के सम्बन्ध में, हम प्रेरितों २:४६, ४७ में पढ़ते हैं: “वे प्रति दिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, . . . परमेश्वर की स्तुति करते थे, और सब लोग उन से प्रसन्न थे: और जो उद्धार पाते थे, उनको प्रभु प्रति दिन उन में मिला देता था।” वे यहोवा और उसके मसीहा के बारे में अद्भुत सच्चाइयाँ सीख रहे थे। उनका आनन्द संक्रामक था, सुनने और सीखने तथा यहोवा की स्तुति करने के लिए और भी अधिक लोगों को प्रोत्साहित कर रहा था।
३ प्रतिदिन अवसर उपलब्ध हैं: आज अनेक व्यक्ति पाते हैं कि वे अनौपचारिक गवाही के द्वारा प्रतिदिन यहोवा की स्तुति कर सकते हैं। पूर्व योजना अधिक फलदायी होने में उनकी मदद करती है। एक बहन जिन्होंने अनौपचारिक गवाही में भाग लेने का निश्चय किया था, पाया कि किसी ने उनकी कार की दो खिड़कियाँ तोड़कर उसमें घुसने की कोशिश की थी। उन्होंने एक गराज को फ़ोन किया और उसके बाद मिस्त्री को गवाही देने की तैयारी की। उनकी तैयारी में यहोवा के निर्देशन के लिए प्रार्थना करना शामिल था। और ऐसा हुआ कि उन्होंने मिस्त्री को एक घंटे तक गवाही दी और सर्वदा जीवित रहना पुस्तक उसे दी।
४ एक और बहन अपनी एक पड़ोसन से नियमित रूप से मिलती थीं जब वे अपने कुत्तों को सैर के लिए ले जाती थीं। एक भेंट के दौरान, उन्होंने जीवन की समस्याओं के बारे में गंभीर वार्तालाप किया और यह उन्हें अधिक चर्चा की ओर ले गया। कुछ समय के बाद, एक बाइबल अध्ययन शुरू किया गया। दिलचस्पी की बात है, उस पड़ोसन ने बाद में स्वीकार किया कि उन्होंने यहोवा के साक्षियों की नहीं सुनी होती यदि वे उनके दरवाज़े पर आए होते, चूँकि वो परमेश्वर या बाइबल में विश्वास नही करतीं।
५ कुछ लोग तब गवाही देना संभव पाते हैं जब विक्रेता अथवा कोई और उनके दरवाज़े पर आते हैं। आयरलैंड की एक बहन के पास जीवन बीमा बेचनेवाला एक व्यक्ति आया। इस बहन ने समझाया कि वो अनन्त जीवन का आनंद लेने के लिए उत्सुकता से प्रत्याशा कर रही हैं। इस व्यक्ति के लिए यह एक बिलकुल नया विचार था, जिनकी परवरिश एक रोमन कैथोलिक के तौर पर हुई थी। उन्होंने सर्वदा जीवित रहना पुस्तक स्वीकार की, अगले सप्ताह एक सभा में उपस्थित हुए, और बाइबल अध्ययन के लिए राज़ी हो गए। अब ये विक्रेता एक बपतिस्मा-प्राप्त भाई हैं।
६ हम सभी को प्रतिदिन यहोवा की स्तुति करने के अवसरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। कुछ पत्रिकाओं या ट्रैक्टों को ऐसी जगहों पर रखना सहायक है जहाँ उन पर दृष्टि पड़ सके और आगंतुकों को तत्परता से प्रदान किए जा सकें। कुछ क्षेत्रों में किसी बग़ीचे की बैंच पर बिताए गए कुछ समय से आपको शायद ऐसे लोगों को गवाही देने के अनेक अवसर मिलें जो वहाँ कुछ मिनट आराम करने के लिए रुकते हैं। कुछ स्कूल जानेवाले युवा साक्षी स्कूलों में अपनी मेज़ों पर बाइबल साहित्य बातचीत शुरू करने के एक तरीक़े के रूप में ऐसे व्यक्ति के लिए रखते हैं जो उसे देखता है और सवाल पूछता है। एक या दो शास्त्र के हवाले मन में रखिए जिन्हें आप प्रयोग कर सकते हैं। यहोवा से आपकी सहायता करने की माँग कीजिए। ऐसा करने से आपको आशीष मिलेगी।—१ यूह. ५:१४.