घोषणाएँ
▪साहित्य भेंट जनवरी: संस्था द्वारा सूचीबद्ध आधी क़ीमत या विशेष दर की कोई भी पुरानी १९२-पृष्ठवाली पुस्तक। (जुलाई १९९७ की हमारी राज्य सेवकाई, पृष्ठ ६ और संस्था का अप्रैल १४, १९९७ का ख़त देखिए।) जहाँ स्थानीय भाषा में ऐसी कोई भी पुस्तक उपलब्ध नहीं है, वहाँ ज्ञान या पारिवारिक सुख पुस्तकों को २० रुपए प्रति के चंदे पर पेश किया जा सकता है। फरवरी: पुस्तक आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं, २५ रुपए के चंदे पर (बड़ा आकार ४५ रुपए का है) या संस्था द्वारा सूचीबद्ध आधी क़ीमत या विशेष दर की कोई भी पुरानी १९२-पृष्ठवाली पुस्तक। जहाँ स्थानीय भाषा में ऐसी कोई भी पुस्तक उपलब्ध नहीं है, वहाँ ज्ञान या पारिवारिक सुख पुस्तकों को २० रुपए प्रति के चंदे पर पेश किया जा सकता है। मार्च: पुस्तक ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है २० रुपए के चंदे पर। गृह बाइबल अध्ययन शुरू करने पर ध्यान केंद्रित कीजिए। अप्रैल व मई: प्रहरीदुर्ग या सजग होइए! के लिए अभिदान।
▪ जनवरी ५ के सप्ताह की सेवा सभा में मौजूद सभी बपतिस्मा-प्राप्त प्रकाशक, अपने लिटरेचर काऊंटर से अग्रिम चिकित्सा निदेश-पत्र/निर्मुक्ति कार्ड और उनके बच्चों के लिए पहचान-पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
▪ कलीसियाओं को इस साल शनिवार, अप्रैल ११ के दिन, सूर्यास्त के बाद स्मारक मनाने के लिए सुविधाजनक प्रबंध करने चाहिए। हालाँकि भाषण शायद पहले शुरू हो जाए, लेकिन स्मारक प्रतीकों का दिया जाना सूर्यास्त से पहले शुरू नहीं किया जाना चाहिए। इस बात को निर्धारित करने के लिए स्थानीय स्रोतों से पता लगाइए कि आपके क्षेत्र में सूर्यास्त कब होता है। हालाँकि यह अच्छी बात है कि हर कलीसिया खुद अपना स्मारक समारोह आयोजित करे, यह शायद हमेशा मुमकिन ना हो। जहाँ कई कलीसियाएँ प्रायः एक ही राज्यगृह का इस्तेमाल करती हैं, शायद एकाध कलीसिया उस शाम के लिए कोई दूसरी जगह इस्तेमाल कर सकती है। स्मारक इतनी देर से भी शुरू नहीं होना चाहिए कि नयी-नयी दिलचस्पी रखनेवाले लोगों को उपस्थित होने में असुविधा हो। ना ही दो कार्यक्रमों के बीच का अंतराल इतना कम होना चाहिए जिससे कि समारोह से पहले या बाद में आगंतुकों से मुलाक़ात करने, दिलचस्पी रखनेवालों के लिए जारी आध्यात्मिक मदद के लिए प्रबंध करने, या प्रोत्साहन के सामान्य आदान-प्रदान का आनंद उठाने का समय ही ना मिले। सभी विषयों पर अच्छी तरह विचार करने के बाद, प्राचीनों को फ़ैसला करना चाहिए कि स्मारक में उपस्थित होनेवालों को अवसर से पूरा-पूरा लाभ उठाने के लिए कौन-से प्रबंध सबसे ज़्यादा मदद देंगे।
▪ सन् १९९८ स्मारक समय के लिए विशेष जन भाषण रविवार, मार्च २९ को दिया जाएगा। एक रूपरेखा दी जाएगी। जिन कलीसियाओं का उस सप्ताहांत में सर्किट ओवरसियर की भेंट, सर्किट सम्मेलन, या ख़ास सम्मेलन दिन होगा, उनके लिए यह ख़ास भाषण अगले सप्ताह दिया जाएगा। किसी भी कलीसिया में यह ख़ास भाषण मार्च २९, १९९८ से पहले नहीं होना चाहिए।
▪ उपलब्ध नए प्रकाशन:
कौन वास्तव में संसार पर शासन करता है? (T-22) —कोंकणी (अंग्रेज़ी लिपि), पंजाबी
पारिवारिक जीवन का आनन्द लीजिए (T-21)—कोंकणी (अंग्रेज़ी लिपि), पंजाबी
हताश लोगों के लिए सांत्वना (T-20)—कोंकणी (अंग्रेज़ी लिपि), पंजाबी
▪ प्रकाशन जो उपलब्ध नहीं हैं:
एकमात्र सच्चे परमेश्वर की उपासना में संयुक्त—तमिल
क्या यही जीवन सब कुछ है?—तेलगू
“तेरा राज्य आए”—अंग्रेज़ी, कन्नड़, तमिल
बाइबल—परमेश्वर का वचन या मनुष्य का वचन?—अंग्रेज़ी