हम स्मारक में हाज़िर होनेवालों की कैसे मदद कर सकते हैं?
1. 22 मार्च, 2008 को क्या ज़बरदस्त गवाही दी जाएगी?
दुनिया-भर में लाखों लोगों को 22 मार्च, 2008 के दिन एक ज़बरदस्त गवाही दी जाएगी। स्मारक में हाज़िर होनेवाले लोग जानेंगे कि यहोवा ने इंसानों के लिए छुड़ौती का इंतज़ाम करके अपने महान प्यार का सबूत दिया है। (यूह. 3:16) वे यहोवा के राज के बारे में भी सीखेंगे कि कैसे इसके ज़रिए वह धरती के लिए अपना मकसद पूरा करेगा। (मत्ती 6:9, 10) वे खुद अपनी आँखों से देखेंगे कि परमेश्वर के लोगों के बीच क्या ही प्यार और एकता है। और वे महसूस करेंगे कि ये लोग कितने मिलनसार हैं और दूसरों का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।—भज. 133:1.
2. स्मारक में हाज़िर होनेवाले बाइबल विद्यार्थियों की हम कैसे मदद कर सकते हैं?
2 बाइबल विद्यार्थी: स्मारक में कुछ ऐसे लोग हाज़िर होंगे, जिन्होंने हाल ही में हमारे साथ बाइबल अध्ययन करना शुरू किया है। उन्हें भाई-बहनों से मिलवाइए। उन्हें हर हफ्ते होनेवाली सभाओं के बारे में बताइए और राज्य घर का एक छोटा-सा दौरा करवाइए। स्मारक के भाषण के दौरान, वक्ता ऐसे लोगों को बढ़ावा देगा कि वे यहोवा के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत करते रहें। आप उसकी कही बातों का इस्तेमाल करके अपने विद्यार्थी को तरक्की करने के लिए उकसा सकते हैं।
3. स्मारक में हाज़िर होनेवाले उन प्रचारकों की कैसे मदद की जा सकती है, जो सच्चाई में ठंडे पड़ गए हैं?
3 प्रचारक, जो सच्चाई में ठंड़े पड़ गए हैं: हाज़िर लोगों में कुछ ऐसे प्रचारक भी होंगे, जो सच्चाई में ठंडे पड़ गए हैं। ऐसे लोगों का गर्मजोशी से स्वागत करने में पहल कीजिए। उनसे ऐसे सवाल मत पूछिए या कोई ऐसी बात मत कहिए जिससे वे झेंप जाएँ। स्मारक के कुछ समय बाद, प्राचीनों को इन प्रचारकों से मिलना चाहिए और उन्हें स्मारक में हाज़िर होने के लिए शाबाशी देनी चाहिए। इसके बाद, वे उन्हें कलीसिया की अगली सभा में आने का न्यौता दे सकते हैं।
4. हममें से हरेक जन, नए लोगों की मदद करने के लिए क्या कर सकता है?
4 नए लोग: स्मारक में हाज़िर कुछ लोग हमारे जान-पहचान के या परिवार के वे सदस्य हो सकते हैं, जिन्हें हमने न्यौता दिया था। और कुछ लोग ऐसे हो सकते हैं, जिन्हें खास अभियान के दौरान स्मारक का निमंत्रण पत्र मिला हो। अगर आप किसी नए व्यक्ति को देखते हैं, तो उससे मिलने, उसे अपना नाम बताने और उसका स्वागत करने में पहल कीजिए। हो सकता है, वह व्यक्ति हमारी सभा में पहली बार आया हो। उससे बात करते वक्त आप उसका पता या फोन नंबर पूछ सकते हैं, ताकि आप उससे दोबारा मिल सकें। फिर कुछ दिनों बाद, आप उसे फोन पर या खुद उससे मिलकर उसकी दिलचस्पी बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। और उसके आगे बाइबल अध्ययन की पेशकश रख सकते हैं।
5. बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए हम क्या कह सकते हैं?
5 वापसी भेंट पर आप बाइबल सिखाती है किताब पेश करने के लिए स्मारक के भाषण में दी जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं। मिसाल के लिए, भाषण में भाई यशायाह 65:21-23 पढ़ेगा। वापसी भेंट पर आप इस आयत का ज़िक्र करते हुए कह सकते हैं, “आइए देखें कि छुड़ौती की वजह से हमें और क्या-क्या आशीषें मिल सकती हैं।” फिर बाइबल सिखाती है किताब के पेज 4-5 पर चर्चा कीजिए। या आप कह सकते हैं, “कई लोग सोचते हैं कि यशायाह की यह भविष्यवाणी कब पूरी होगी।” इसके बाद अध्याय 9 के पैराग्राफ 1-3 पर चर्चा कीजिए। एक और तरीका है, बाइबल अध्ययन के बारे में भाषण देनेवाले भाई ने जो बात कही थी, उसका हवाला देकर आप बाइबल सिखाती है किताब पेश कर सकते हैं। और फिर दिखा सकते हैं कि यह अध्ययन कैसे किया जाता है।
6. यीशु की आज्ञा के मुताबिक उसकी मौत की यादगार मनाते वक्त, हमें क्या करने के मौके ढूँढ़ने चाहिए?
6 तो फिर, आइए हम स्मारक में हाज़िर होनेवाले बाइबल विद्यार्थियों, सच्चाई में ठंडे पड़ चुके प्रचारकों और नए लोगों की मदद करने के मौके ढूँढ़ें। (लूका 22:19) राज्य के कामों में ज़्यादा-से-ज़्यादा करने में हम जो भी मेहनत करते हैं, उस पर यहोवा ज़रूर आशीष देगा।