18-24 सितंबर
दानियेल 1-3
गीत 33 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा के वफादार रहिए और इनाम पाइए”: (10 मि.)
[दानियेल की किताब पर एक नज़र नाम का वीडियो दिखाइए।]
दान 3:16-20—दानियेल के साथी कड़ी परीक्षा में डटे रहे और यहोवा के वफादार बने रहे (प्र15 7/15 पेज 25-26 पै 15-16)
दान 3:26-29—उनके वफादार रहने से यहोवा की तारीफ हुई और उन्हें आशीषें मिलीं (प्र13 1/15 पेज 10 पै 13)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
दान 1:5, 8—दानियेल और उसके तीन साथी क्यों इस नतीजे पर पहुँचे कि राजा के यहाँ से मिलनेवाला लज़ीज़ खाना खाकर वे दूषित हो जाएँगे? (इंसाइट-2 पेज 382)
दान 2:44—मूरत जिन सरकारों को दर्शाती है, उन सरकारों को परमेश्वर का राज चूर-चूर क्यों करेगा? (प्र12 6/15 पेज 17, बक्स; प्र01 10/15 पेज 6 पै 4)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) दान 2:31-43
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) यश 40:22—सच्चाई सिखाइए—वापसी भेंट के लिए बुनियाद डालिए।
अगली मुलाकात: (4 मि. या उससे कम) रोम 15:4—सच्चाई सिखाइए—पहली मुलाकात की बात को आगे बढ़ाइए। JW.ORG संपर्क कार्ड दीजिए।
भाषण: (6 मि. या उससे कम) प्र17.02 पेज 29-30—विषय: क्या यहोवा पहले से जान लेता है कि हम क्या बरदाश्त कर सकते हैं और फिर तय करता है कि कौन-सी परीक्षाएँ हम पर आएँगी?
जीएँ मसीहियों की तरह
“लुभाए जाने पर वफादार बने रहिए”: (8 मि.) चर्चा।
“परिवार में किसी का बहिष्कार होने पर वफादार बने रहिए”: (7 मि.) चर्चा।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) यहोवा के करीब अध्या 25 पै 9-16
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 13 और प्रार्थना