क7-घ
यीशु की ज़िंदगी की खास घटनाएँ—गलील में बड़े पैमाने पर यीशु की सेवा (भाग 2)
वक्त |
जगह |
घटना |
मत्ती |
मरकुस |
लूका |
यूहन्ना |
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31 या 32 |
कफरनहूम के आस-पास |
यीशु राज के बारे में मिसालें देता है |
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गलील झील |
नाव पर सवार वह आँधी को शांत करता है |
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गदारा का इलाका |
दुष्ट स्वर्गदूतों को सूअरों में भेज देता है |
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शायद कफरनहूम |
औरत के खून बहने की बीमारी ठीक करता है; याइर की बेटी को ज़िंदा करता है |
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कफरनहूम (?) |
अंधों को और एक गूँगे को ठीक करता है |
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नासरत |
अपने ही शहर में फिर से ठुकराया जाता है |
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गलील |
गलील का तीसरा दौरा; बड़े पैमाने पर प्रचार के लिए प्रेषितों को भेजता है |
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तिबिरियास |
हेरोदेस, यूहन्ना का सिर कटवा देता है; यीशु की वजह से हेरोदेस घबराया |
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32, फसह के त्योहार के आस-पास (यूह 6:4) |
कफरनहूम (?); गलील झील के उत्तर-पूर्व में |
प्रचार के दौरे से प्रेषित लौटते हैं; यीशु 5,000 आदमियों को खाना खिलाता है |
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गलील झील के उत्तर-पूर्व में; गन्नेसरत |
यीशु को राजा बनाने की कोशिश; वह पानी पर चला; बीमारों को ठीक किया |
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कफरनहूम |
“जीवन देनेवाली रोटी”; कई चेलों को ठोकर लगी, उसे छोड़कर चले गए |
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32, फसह के त्योहार के बाद |
शायद कफरनहूम |
इंसानी परंपराओं का परदाफाश करता है |
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फीनीके; दिकापुलिस |
फीनीके की औरत की बेटी को चंगा करता है; 4,000 आदमियों को खिलाता है |
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मगदन |
योना के सिवा कोई और चिन्ह नहीं देता |