बेरोज़गारी से स्वतंत्रता कैसे और कब?
अपने सृष्टिकर्ता की तरह, मनुष्य अपने काम में आनन्द अनुभव कर सकता है, जिसे उचित रूप से “परमेश्वर का वरदान” परिभाषित किया गया है। (सभोपदेशक ३:१२, १३, NHT; यूहन्ना ५:१७) एक दिलचस्प काम हमें ख़ुशी दे सकता है और हमें महसूस करा सकता है कि हम उपयोगी हैं और हमारी आवश्यकता है। मुश्किल ही कोई व्यक्ति नौकरी खोना चाहेगा, चाहे उसे उसमें कितना ही कम आनन्द क्यों न आता हो। तनख़्वाह की गारंटी देने के अलावा, सवेतन रोज़गार एक व्यक्ति के जीवन को आकार, उद्देश्य, और एक विशेषता का भाव देता है। यह कोई इत्तफ़ाक़ नहीं कि सामान्यतः “बेरोज़गार किसी और बात से ज़्यादा एक नौकरी चाहता है।”
एक नौकरी की तलाश में
जैसे हम पहले ही देख चुके हैं, श्रम-बाज़ार में स्थिति बहुत ही जटिल है। फलस्वरूप, एक नौकरी ढूँढने के अनेक उचित तरीक़े हैं। कोई भी व्यक्ति जो सरकार के बेरोज़गारी भत्ते का, जहाँ उपलब्ध हो, हक़दार है प्रयोग कर सकता है; और जहाँ उपयुक्त हो, वे बेरोज़गारी कार्यालयों में अपना नाम लिखवा सकते हैं और दी गयी सेवाओं का प्रयोग कर सकते हैं। अन्य व्यक्ति स्वयं अपना रोज़गार उत्पन्न करने के द्वारा काम ढूँढ निकालते हैं। लेकिन सावधानी बरती जानी चाहिए। अकसर स्वतंत्र व्यवसायी व्यक्तियों को भारी प्रारंभिक ख़र्च उठाने पड़ते हैं जिनकी अदायगी करना शायद आसान न हो। यह भी ज़रूरी है कि वित्तीय और कर-सम्बन्धी नियमों की जानकारी रखी जाए और उनका आदर किया जाए—जो कुछ देशों में छोटी-मोटी बात नहीं है!—रोमियों १३:१-७; इफिसियों ४:२८.
काम ढूँढने के लिए, कुछ लोगों ने नौकरी ढूँढने की नौकरी कर ली है, और अपने आप को व्यवस्थित रूप से और लगन से इसके लिए समर्पित किया है। अन्य लोगों ने ऐसी कम्पनियों को लिखा है जो कर्मचारियों की खोज में हैं, या जिन्होंने स्थानीय समाचार-पत्रों में घोषणाएँ दी हैं—जिनमें से कुछ समाचार-पत्र नौकरी-आवेदन की घोषणाएँ मुफ़्त में छापते हैं। सजग होइए! ने इस विषय पर अकसर उपयोगी और व्यावहारिक सलाह दी है—युवा और वयस्क दोनों के लिए।a—बक्स देखिए, पृष्ठ ११.
आपका अनुकूलनशील होना ज़रूरी है—सब प्रकार के काम करने के लिए इच्छुक, जिसमें ऐसे काम भी शामिल हैं जिन्हें ज़रूरी नहीं कि आप पसन्द करें। विशेषज्ञ कहते हैं कि नौकरी के इंटरव्यू में जो सबसे पहले पूछा जाता है वह है काम का पिछला अनुभव और कितने समय तक काम नहीं किया है। भावी मालिक लम्बे समय तक सामान्य काम के नित्यक्रम से बाहर रहना एक नकारात्मक तत्व समझता है।
जिस व्यक्ति ने स्कूल में अपना समय बुद्धिमानी से हुनर सीखने में बिताया है, उसकी अपनी पहली नौकरी पाने की संभावना बेहतर होती है। “बेरोज़गारी,” वित्तीय विज्ञान के शिक्षक, आल्बर्टो मायॉकी कहते हैं, “विशेषकर बेहुनर कर्मचारियों को प्रभावित करती है।”
भावात्मक सहारे का महत्त्व
एक महत्त्वपूर्ण तत्व है सकारात्मक दृष्टिकोण। इससे एक नौकरी पाने और न पाने का फ़र्क पड़ सकता है। बेरोज़गार भावात्मक सहारे का बहुत ही मूल्यांकन करते हैं, जो उन्हें सहायता करता है कि अपने आपको अलग कर लेने से या उदासीनता में पड़ने से दूर रहें। यह आत्म-सम्मान की उस कमी पर भी विजय पाने का काम करता है जो स्वयं को दूसरों के साथ तुलना करने के फलस्वरूप हो सकती है जिन्होंने अपनी नौकरी नहीं खोयी है।
दो वक़्त की रोटी जुटा पाना शायद आसान न हो। “क्योंकि मैं चिन्तित था, मेरे पास जो समय था उसका अच्छा प्रयोग करना मुझे मुश्किल लगा,” स्टॆफानो कहता है। “इस स्थिति से मुझे इतना तनाव हुआ,” फ्रॉनचेस्को याद करता है, “कि मैं अपने कुछ प्रिय दोस्तों की नुकताचीनी करने लगा।” यहीं पर परिवार का सहारा महत्त्वपूर्ण होता है। आमदनी की कमी के कारण जीवन-स्तर को घटाने के लिए परिवार के सभी सदस्यों से समझौता करने की माँग होती है। फ्राँग्को, एक ही कम्पनी के लिए २३ वर्ष काम करने के बाद, जिसे ४३ वर्ष की उम्र में नौकरी से निकाल दिया गया, कहता है: “मेरे नौकरी से निकाल दिए जाने के समय से ही, मेरी पत्नी सकारात्मक थी और बहुत ही प्रोत्साहन का स्रोत थी।” अर्मान्डो विशेषकर अपनी पत्नी का “ख़रीदारी में उसकी अत्यधिक सावधानी” के लिए आभारी है।—नीतिवचन ३१:१०-३१; मत्ती ६:१९-२२; यूहन्ना ६:१२; १ तीमुथियुस ६:८-१०.
बाइबल सिद्धान्त एक सकारात्मक आत्मा रखने में और ज़्यादा महत्त्वपूर्ण मूल्यों को न भूलने के लिए हमारी मदद कर सकते हैं। ऊपर बताए गए जिन लोगों का इन्टरव्यू सजग होइए! ने लिया, उन्होंने बाइबल से सांत्वनादायक आश्वासन प्राप्त किया है। इससे उन्होंने परमेश्वर के ज़्यादा निकट महसूस किया है। (भजन ३४:१०; ३७:२५; ५५:२२; फिलिप्पियों ४:६, ७) यहोवा परमेश्वर के साथ एक आत्मीय सम्बन्ध रखना, सबसे अधिक महत्त्व का है, क्योंकि वह प्रतिज्ञा करता है: “मैं तुझे कभी न छोड़ूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।”—इब्रानियों १३:५.
एक व्यक्ति बेरोज़गार हो या न हो, परमेश्वर का वचन प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे गुण विकसित करने का प्रोत्साहन देता है जो रोज़मर्रा के जीवन के लिए उपयोगी हैं। यह कोई इत्तफ़ाक़ नहीं कि कभी-कभी यहोवा के साक्षियों की ईमानदार कर्मचारियों के तौर पर माँग और क़दर की जाती है। वे आलसी न होने, बल्कि परिश्रमी और भरोसेमन्द होने की बाइबल की सलाह को मानते हैं।—नीतिवचन १३:४; २२:२९; १ थिस्सलुनीकियों ४:१०-१२; २ थिस्सलुनीकियों ३:१०-१२.
बेरोज़गारी के साये से मुक्ति
काम के अभाव के पीछे एक मूल कारण मौजूद है—मानव स्वार्थ और लोभ। जैसे बाइबल कहती है, “एक मनुष्य दूसरे मनुष्य पर अधिकारी होकर अपने ऊपर हानि लाता है।”—सभोपदेशक ८:९.
बेरोज़गारी की समस्या—और अन्य समस्याएँ भी—मानव अधिकार के निष्कासन से सुलझायी जाएगी, जो अब अपने “अन्तिम दिनों” में है। (२ तीमुथियुस ३:१-३) एक ऐसे संसार की ज़रूरत है जो सचमुच नया है। जी हाँ, ऐसा संसार जिसमें धर्मी मानव समाज एक न्यायपूर्ण और निष्पक्ष शासन के अधीन जी सकता है और काम कर सकता है, जहाँ लोभ नहीं रहेगा। (१ कुरिन्थियों ६:९, १०; २ पतरस ३:१३) इसीलिए यीशु ने लोगों को प्रार्थना करना सिखाया कि परमेश्वर का राज्य आए और उसकी इच्छा पृथ्वी पर पूरी हो।—मत्ती ६:१०.
मानवजाति की मुख्य समस्याओं में से कुछ के निराकरण का वर्णन भविष्यसूचक रूप से करते हुए, परमेश्वर का वचन उस राज्य के प्रभावों को चित्रित करता है: “वे घर बनाकर उन में बसेंगे; वे दाख की बारियां लगाकर उनका फल खाएंगे। ऐसा नहीं होगा कि वे बनाएं और दूसरा बसे; वा वे लगाएं, और दूसरा खाए; . . . मेरे चुने हुए अपने कामों का पूरा लाभ उठाएंगे। उनका परिश्रम व्यर्थ न होगा, न उनके बालक घबराहट के लिये उत्पन्न होंगे।” (यशायाह ६५:२१-२३) बेरोज़गारी का साया जल्द ही हमेशा के लिए ग़ायब हो जाएगा। यदि आप परमेश्वर के समाधान के बारे में ज़्यादा जानना पसन्द करेंगे, तो कृपया अपने क्षेत्र में यहोवा के साक्षियों से सम्पर्क कीजिए।
[फुटनोट]
a अक्तूबर २२, १९९४, पृष्ठ १६-१८; अगस्त ८, १९९१, पृष्ठ ६-१०; जनवरी २२, १९८३, पृष्ठ १७-१९; और जून ८, १९८२, पृष्ठ ३-८ की अंग्रेज़ी सजग होइए! देखिए।
[पेज 11 पर बक्स]
घर पर काम की रचना
• बच्चों की देख-भाल, बाल-देखरेख
• घर पर उगायी गयीं सब्ज़ियाँ या फूल बेचना
• कपड़ों की नाप में फेर-बदल, उन्हें दुरुस्त करना, सीना
• निर्माणकर्ताओं के लिए उजरती काम
• बेकिंग और खाना बनाना
• रज़ाइयाँ सीना, क्रोशियाकारी, बुनाई, गाँठदार धागे का काम, कुम्हारी; अन्य शिल्प
• सोफ़ासाज़ी
• हिसाब-किताब रखने का काम, टाइपिंग, घरेलू कम्प्यूटर सेवाएँ
• टेलिफ़ोन का जवाब देने की सेवा
• केश-प्रसाधन
• किराएदार रखना
• विज्ञापनकर्ताओं के लिए लिफ़ाफों पर पता लिखना और उन्हें भरना
• कारों को धोना और चमकाना (ग्राहक आपके घर पर कार लाता है)
• पालतू जानवरों की देखभाल और कसरत कराना
• तालों की मरम्मत और कुंजियाँ बनाना (घर पर वर्कशाप)
• इनमें से अधिकांश कामों के लिए विज्ञापन मुफ़्त में या कम क़ीमत पर सप्ताहांत खरीदारी समाचार-पत्रों में या कुछ बड़ी दुकानों के सूचना-पट्ट पर दिए जा सकते हैं
[पेज 11 पर बक्स]
घर के बाहर काम की रचना
• घर की देख-भाल (जब लोग छुट्टी पर होते हैं और चाहते हैं कि उनके घर की देखरेख हो)
• साफ़-सफ़ाई: दुकान; दफ़्तर; निर्माण के बाद, आग के बाद अथवा लोगों के चले जाने के बाद घर और मकान; घरेलू काम (दूसरों के घर में); खिड़कियाँ (दफ़्तर और घरों की)
• मरम्मत: सभी प्रकार के उपकरण (पुस्तकालयों में मरम्मत पर करने-में-आसान पुस्तकें होती हैं)
• हरफनमौला वाले काम: घरों की साइडिंग; अलमारियाँ, दरवाज़े, बरामदे बनाना; चित्रकारी; बाड़ा लगाना; छत बनाना
• खेती का काम: फ़सल लगाना या काटना, फल तोड़ना
• आन्तरिक भू-दृश्य-निर्माण और पौधों की देख-रेख: दफ़्तरों, बैंकों, बड़ी-बड़ी दुकानों और प्रांगणों, प्रतीक्षा-कक्षों में करना
• संपत्ति का रख-रखाव: संरक्षक, निरीक्षक (कभी इसमें मुफ़्त रहने की जगह भी दी जाती है)
• बीमा, अचल संपत्ति सम्बन्धी
• कालीन बिछाना, साफ़-सफ़ाई
• समाचार-पत्र मार्ग (वयस्क और बच्चे), अन्य सुपुर्दगी सेवाएँ: विज्ञापन, नगरपालिकाओं के लिए इश्तहार
• स्थानांतरण, संग्रहण
• भू-दृश्य निर्माण, पेड़ों की छँटाई, लॉन की देखरेख, लकड़ी काटना
• स्कूल-बस चालक
• फ़ोटॉग्राफ़ी (प्रतिकृति और सामान्य घटनाएँ)
• मछुआरों के लिए चारा
• कामों की अदला-बदली: बिजली के काम के लिए कार की मरम्मत करना, नलकारी के लिए सिलाई की अदला-बदली करना इत्यादि
[पेज 10 पर तसवीर]
“मेरे चुने हुए अपने कामों का पूरा लाभ उठाएंगे।”—यशायाह ६५:२२.