वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • g24 अंक 1 पेज 4-6
  • दूसरों का आदर कीजिए

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • दूसरों का आदर कीजिए
  • सजग होइए!—2024
  • उपशीर्षक
  • मिलते-जुलते लेख
  • यह क्यों ज़रूरी है?
  • आप यह कैसे कर सकते हैं?
  • हमारी कोशिशें
  • दूसरों का आदर कीजिए
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2025
  • कहाँ गया आदर-सम्मान?
    सजग होइए!—2024
  • सहनशील बनने में बाइबल कैसे मदद कर सकती है
    कुछ और विषय
  • अधिकार रखनेवालों का आदर कीजिए
    परमेश्‍वर के प्यार के लायक बने रहिए
और देखिए
सजग होइए!—2024
g24 अंक 1 पेज 4-6
होटल में एक आदमी एक वेटर पर चिल्ला रहा है, जो उससे माफी माँगने की कोशिश कर रहा है। टेबल पर उस आदमी के साथ बैठे दूसरे लोगों को बुरा लग रहा है।

दूसरों का आदर कीजिए

यह क्यों ज़रूरी है?

अगर हम किसी की बात से राज़ी नहीं हैं, फिर भी हम उसका आदर करें, तो बात बिगड़ने से बच सकती है।

  • पवित्र शास्त्र, बाइबल में लिखा है, “नरमी से जवाब देने पर क्रोध शांत हो जाता है, लेकिन चुभनेवाली बात से गुस्सा भड़क उठता है।” (नीतिवचन 15:1) अगर हम दूसरों का आदर ना करें तो हम बदतमीज़ी से पेश आने लग सकते हैं। ऐसा करना आग में घी डालना होगा और अकसर इसके बहुत भयानक अंजाम होते हैं।

  • पवित्र शास्त्र में यह भी लिखा है, “जो दिल में भरा है वही मुँह पर आता है।” (मत्ती 12:34) यह दिखाता है कि बदतमीज़ी से बात करने के पीछे कुछ और वजह हो सकती है। शायद हमें ऐसे लोग पसंद नहीं, जो दूसरी जाति, गोत्र या देश के हैं या जिनका समाज में ओहदा हमसे अलग है।

    हाल ही में 28 देशों के 32,000 से ज़्यादा लोगों का सर्वे लिया गया। उनमें से 65 प्रतिशत लोगों का कहना है कि आज लोगों में पहले जैसी तमीज़ नहीं रही और वे एक-दूसरे की ज़रा भी इज़्ज़त नहीं करते।

आप यह कैसे कर सकते हैं?

जब आप दूसरों से सहमत ना हों, तब भी उनका आदर कीजिए। आप जहाँ कहीं भी हों सबका आदर कीजिए। उन बातों के बारे में सोचिए जिन पर आप उनसे सहमत हो सकते हैं। इससे आप उनके बारे में गलत राय कायम नहीं करेंगे और ना ही उनमें गलतियाँ ढूँढ़ेंगे।

“दोष लगाना बंद करो ताकि तुम पर भी दोष न लगाया जाए।”—मत्ती 7:1.

दूसरों के साथ वैसे ही पेश आइए, जैसे आप चाहते हैं कि वे आपके साथ पेश आएँ। अगर आप दूसरों का लिहाज़ करेंगे और उनके साथ अच्छे-से पेश आएँगे, तो शायद वे भी आपके साथ अच्छे-से पेश आएँगे।

“ठीक जैसा तुम चाहते हो कि लोग तुम्हारे साथ करें, तुम भी उनके साथ वैसा ही करो।”—लूका 6:31.

दूसरों को माफ कीजिए। अगर किसी ने अपनी बातों या कामों से आपको ठेस पहुँचायी है, तो यह मत सोचिए कि उसने ऐसा जानबूझकर किया है। हो सके तो उस बात को जाने दीजिए।

“इंसान की अंदरूनी समझ उसे गुस्सा करने से रोकती है और ठेस पहुँचने पर उसे अनदेखा करना उसकी खूबी है।” —नीतिवचन 19:11.

यहोवा के साक्षियों के एक राज-घर में सभा से पहले का सीन। अलग-अलग उम्र और संस्कृति के लोग प्यार से एक-दूसरे से मिल रहे हैं और बातें कर रहे हैं।
यहोवा के साक्षियों के एक राज-घर में सभा से पहले का सीन। अलग-अलग उम्र और संस्कृति के लोग प्यार से एक-दूसरे से मिल रहे हैं और बातें कर रहे हैं।

हमारी कोशिशें

हम यहोवा के साक्षी सभी लोगों का आदर करते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने का बढ़ावा देते हैं।

यहोवा के साक्षियों के बारे में जानने के लिए jw.org पर खोजिए बक्स में वीडियो का नाम, यहोवा के साक्षी—हम कौन हैं?  टाइप करें और देखें।

हम सभी लोगों को मुफ्त में बाइबल से अच्छी बातें सिखाते हैं। पर हम उनके साथ ज़बरदस्ती नहीं करते कि उन्हें हमारी शिक्षाएँ माननी ही हैं, ना ही हम अपनी राय उन पर थोपते हैं। इसके बजाय हम बाइबल की यह सलाह मानते हैं कि हम “कोमल स्वभाव और गहरे आदर के साथ” अपना संदेश सुनाएँ।—1 पतरस 3:15; 2 तीमुथियुस 2:24.

हम किसी में फर्क नहीं करते। हम अपनी सभाओं में आनेवाले सभी लोगों का स्वागत करते हैं, फिर चाहे वे किसी भी देश, जाति या गोत्र के हों। हम “हर किस्म के इंसान का आदर” करने की कोशिश करते हैं, फिर चाहे हम उनसे या उनके फैसलों से सहमत ना हों।—1 पतरस 2:17.

हम सरकार का आदर करते हैं। (रोमियों 13:1) हम देश के नियम-कानून मानते हैं और टैक्स भरते हैं। हालाँकि हम राजनैतिक मामलों में किसी का पक्ष नहीं लेते, पर हम इस बात का भी आदर करते हैं कि हर किसी को इन मामलों में फैसला लेने का हक है।

तसवीरें: “क्या प्यार नफरत पर जीत हासिल कर सकता है?” वीडियो के सीन। 1. एक अरबी आदमी। 2. एक यहूदी आदमी।

और जानिए

जब बचपन से लोगों को दूसरों से नफरत करना सिखाया जाता है, तो उनके लिए दूसरों की इज़्ज़त करना मुश्‍किल हो सकता है। ऐसा दो आदमियों के साथ हुआ था, जो अलग देशों से हैं। पर फिर उन्होंने सीखा कि उन्हें अलग-अलग किस्म के लोगों की इज़्ज़त करनी चाहिए। उन्होंने यह कैसे सीखा, यह जानने के लिए क्या प्यार नफरत पर जीत हासिल कर सकता है? वीडियो देखें। आप jw.org पर खोजिए बक्स में इस वीडियो का नाम टाइप करके ढूँढ़ सकते हैं।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें