गीत 5
शास्त्र—ईश्वरप्रेरित और लाभदायक
1. ईश्वर का वचन है नूर,
करता ये अँधेरा दूर,
मुक्ति की मशाल है ये,
सच्चाई आज़ादी दे।
2. शास्त्र जब हमने माना,
याह का प्यार हमने जाना,
समझदार हमें बनाए,
ज़िंदगी हमें दिलाए।
3. ये वचन यहोवा का,
दे उपदेश जो है भला,
करता है सुधार ये,
याह की शिक्षा दे हमें।
4. फ़ायदेमंद और सच यही,
दे हिदायत, ताड़ना भी,
ताकि हर जन याह का,
भले काम करे सदा।