गीत 12
हम यहोवा के साक्षी!
(यशायाह ४३:१०-१२)
1. पत्थर बुत पूजे इंसान,
यहोवा का ना है ज्ञान,
वो ही सच्चा ईश्वर,
वो ही शक्तिमान।
पत्थर के ये देवता
जाने ना कल होगा क्या,
पेश न कर पाए कोई गवाह
झूठे हैं ये साबित हुआ।
(कोरस)
2. “साक्षी तुम सब मेरे हो
मूरतों से ना डरो,
इस जहाँ का मालिक
मैं हूँ शहंशाह।
किया है तेरा उद्धार,
हूँ तेरा परवरदिगार,
नाम करो मेरा दूर तक ऐलान,
हो मेरे साक्षी दो प्रमाण।”
(कोरस)
3. साक्षी करते याह का नाम
आज बुलंद और बेइल्ज़ाम,
दुष्टों को चिताते
क्या होगा अंजाम।
जो भी आए याह के पास,
दें उन्हें दया की आस,
मिलती हमें इस काम से ख़ुशी
और फिर सदा की ज़िंदगी।
(कोरस)
हम यहोवा के गवाह,
हिम्मत से कहते सदा,
“याह जो कहे होता है
वही उसका वचन है सही।”