गीत 26
एहसान तेरा मानते, यहोवा
1. एहसान तेरा मानते यहोवा हर रोज़,
दिया हमें तूने वचन अनमोल।
पास तेरे आके कर सक ते हम दुआ,
यक़ीन है हमें, तू करता परवाह।
2. इकलौता दिया तूने, मानते एहसान,
जिसने सब की ख़ातिर की जान क़ुरबान।
ऐसा तूने रास्ता दिखाया हमें,
कि मर्ज़ी तेरी पूरी कर सकें।
3. एहसान तेरा, देता तू भाई अनेक,
साथी वफ़ादार हैं बड़े ही नेक।
हमें जो मिली तेरी पावन शक्ति,
ताकि पूरे दिल से करें भक्ति।
4. तेरे नाम का कर सकते हम ऐलान,
सो मानते यहोवा, तेरा एहसान।
मिटा देगा तू इस जहाँ का हर ग़म,
फिर पाएँगे राज की आशीषें हम।