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यूसुफ पोतीफर की पत्नी से भाग रहा है

पाठ 14

एक गुलाम ने परमेश्‍वर की बात मानी

यूसुफ, याकूब के छोटे बेटों में से एक था। उसके बड़े भाइयों ने देखा कि उनका पिता सबसे ज़्यादा उससे प्यार करता है। यह देखकर उन्हें कैसा लगा? वे यूसुफ से जलने लगे और उससे नफरत करने लगे। एक बार जब यूसुफ को कुछ अजीब-से सपने आए तो उसने अपने भाइयों को उनके बारे में बताया। उन सपनों का मतलब था कि वे एक दिन उसके आगे झुकेंगे। इसलिए वे यूसुफ से और भी नफरत करने लगे!

यूसुफ के भाई उसे एक गड्ढे में डाल रहे हैं

एक दिन यूसुफ के भाई शेकेम नाम के शहर के पास भेड़ों की देखभाल कर रहे थे। तब याकूब ने यूसुफ को यह देखने के लिए भेजा कि उसके भाई ठीक हैं या नहीं। जब यूसुफ के भाइयों ने दूर से उसे आते हुए देखा तो वे एक-दूसरे से कहने लगे, ‘वह देखो! आ रहा है सपने देखनेवाला! चलो उसे मार डालते हैं।’ उन्होंने उसे पकड़ लिया और एक बड़े-से गड्ढे में डाल दिया। मगर उनमें से एक भाई यहूदा ने कहा, ‘उसे जान से मत मारो। हम उसे गुलाम बनने के लिए बेच देंगे।’ इसलिए उन्होंने चाँदी के 20 टुकड़ों के दाम पर यूसुफ को मिद्यानी व्यापारियों के हाथ बेच दिया। वे व्यापारी मिस्र जा रहे थे।

फिर यूसुफ के भाइयों ने उसका कपड़ा एक बकरी के खून में डुबोया और अपने पिता के पास भिजवाया। उन्होंने उसे यह संदेश भी भेजा, ‘देख, कहीं यह तेरे बेटे का कपड़ा तो नहीं?’ याकूब ने सोचा कि यूसुफ को किसी जंगली जानवर ने मार डाला है। वह बहुत दुखी हो गया। कोई उसका दुख कम नहीं कर पाया।

यूसुफ जेल में

मिस्र में यूसुफ को एक बड़े अधिकारी के हाथ बेच दिया गया और वह उसका गुलाम बन गया। उस आदमी का नाम पोतीफर था। मगर यहोवा यूसुफ के साथ था। पोतीफर ने देखा कि यूसुफ अपना काम अच्छी तरह करता है और उस पर भरोसा किया जा सकता है। कुछ ही समय बाद पोतीफर ने यूसुफ को अपनी सारी चीज़ों की देखभाल करने का काम सौंपा।

पोतीफर की पत्नी ने देखा कि यूसुफ बहुत खूबसूरत और ताकतवर है। वह हर दिन यूसुफ से कहती थी कि वह उसके साथ सोए। यूसुफ क्या करता था? वह इनकार कर देता और कहता था, ‘नहीं! ऐसा करना गलत है। मेरा मालिक मुझ पर भरोसा करता है और तू उसकी पत्नी है। अगर मैं तेरे साथ सोऊँगा तो यह परमेश्‍वर के खिलाफ पाप होगा!’

एक दिन पोतीफर की पत्नी ने यूसुफ के साथ ज़बरदस्ती की कि वह उसके साथ सोए। उसने झट-से यूसुफ का कपड़ा पकड़ लिया, मगर यूसुफ भाग गया। जब पोतीफर घर आया तो उसकी पत्नी ने उससे झूठ बोला कि यूसुफ ने उसके साथ ज़बरदस्ती सोने की कोशिश की। पोतीफर बहुत गुस्सा हो गया और उसने यूसुफ को जेल में डाल दिया। मगर यहोवा यूसुफ को नहीं भूला।

“परमेश्‍वर के शक्‍तिशाली हाथ के नीचे खुद को नम्र करो ताकि वह सही वक्‍त पर तुम्हें ऊँचा करे।”—1 पतरस 5:6

सवाल: यूसुफ के भाइयों ने उसके साथ क्या किया? उसे क्यों जेल में डाल दिया गया?

उत्पत्ति 37:1-36; 39:1-23; प्रेषितों 7:9

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