‘खुशखबरी सुनाने में हमें कोई शर्म महसूस नहीं होती’
सुबह का कार्यक्रम
9:40 संगीत
9:50 गीत नं. 67 और प्रार्थना
10:00 हमें क्यों “खुशखबरी सुनाने में कोई शर्म महसूस नहीं होती”?
10:15 खुशखबरी सुनाने से पीछे मत हटिए
10:30 ऐसे ‘सेवक बनिए जिसे अपने काम पर शर्मिंदा न होना पड़े’
10:55 गीत नं. 73 और घोषणाएँ
11:05 हिम्मत, प्यार और सही सोच का सबूत दीजिए
11:35 बपतिस्मा: लगातार ‘खुशखबरी के अधीन रहो’
12:05 गीत नं. 75
दोपहर का कार्यक्रम
1:20 संगीत
1:30 गीत नं. 77
1:35 अनुभव
1:45 प्रहरीदुर्ग का सारांश
2:15 परिचर्चा: हम इस वजह से शर्मिंदा नहीं होते . . .
• परमेश्वर के नैतिक स्तर
• परमेश्वर का राज
• अगुवाई करनेवाले भाई
3:00 गीत नं. 40 और घोषणाएँ
3:10 “यहोवा पर गर्व कीजिए”
3:55 गीत नं. 7 और प्रार्थना