“ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन में आइए
प्राचीन समयों में मूसा की व्यवस्था के अधीन यहोवा के सेवकों को विशेष उत्सवों के लिए प्रत्येक वर्ष तीन बार इकट्ठे होना था। ये आनन्दकर और आध्यात्मिक रूप से प्रोत्साहक अवसर थे।—व्यवस्थाविवरण १६:१६.
आधुनिक समयों में यहोवा के सेवक इसी प्रकार प्रत्येक वर्ष तीन बार इकट्ठे होते हैं: ख़ास सम्मेलन दिन के लिए, दो-दिवसीय सर्किट सम्मेलन के लिए, और तीन- या चार-दिवसीय ज़िला अधिवेशन के लिए। सेवा वर्ष १९९४ के दौरान, यहोवा के गवाह “ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन के लिए इकट्ठे होंगे।
परमेश्वर का वचन ईश्वरीय भय के महत्त्व के बारे में स्पष्ट रूप से समझाता है। उस प्रकार के भय का उल्लेख इस में कुछ २०० बार किया गया है। ईश्वरीय भय एक सुरक्षा है, जैसे नीतिवचन १६:६ से देखा जा सकता है: “यहोवा के भय मानने के द्वारा मनुष्य बुराई करने से बच जाते हैं।” क्यों, भजन १११:१० में हमें बताया गया है कि बुद्धि का मूल ही ईश्वरीय भय है!
यह कहा जा सकता है कि ईश्वरीय भय के दो पहलू हैं। पहली बात, ऐसा भय प्रेम द्वारा प्रेरित होता है। परमेश्वर के लिए हमारे अत्यधिक प्रेम के कारण हम उसे नाराज़ करने से डरते हैं। (नीतिवचन २७:११) और फिर, हमारी बुद्धिमत्ता हम में ईश्वरीय भय विकसित करने में मदद करेगी, क्योंकि हम जानते हैं कि बुराई का अभ्यास करनेवालों के लिए परमेश्वर “भस्म करनेवाली आग है।”—इब्रानियों १२:२९.
हमारे “ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन में, ईश्वरीय भय में बढ़ने के लिए हमें काफ़ी उपदेश और प्रोत्साहन मिलेगा। ऐसी शिक्षा भाषणों, प्रदर्शनों, और एक नाटक, साथ ही अनुभव बताए जाने के द्वारा दी जाएगी।
जैसे प्राचीन इस्राएलियों को अपने सम्मेलनों में ख़ाली-हाथ न आने की आज्ञा दी गयी थी, वैसे ही हमारे सम्मेलनों की सफलता और हर्ष में हमें अपने हिस्से का योगदान देने की इच्छा होनी चाहिए। (व्यवस्थाविवरण १६:१७) यहोवा की मेज़ के लिए आदर दिखाने के द्वारा हम ऐसा कर सकते हैं। कैसे? समय पर आने के द्वारा, मंच से जो कहा जाता है उस पर पूरा ध्यान लगाने के द्वारा, और गीतों के गायन में पूर्ण मन से शामिल होने के द्वारा। कार्यक्रम के दौरान हम बातचीत नहीं करेंगे या यहाँ-वहाँ नहीं घूमेंगे। अपनी सेवाओं को स्वेच्छापूर्वक देने के द्वारा भी हम जिस हद तक योगदान दे सकते हैं देंगे। अधिवेशन व्यवस्था में कई विभाग शामिल होते हैं, जिन सब में कार्य-कर्त्ताओं की आवश्यकता होती है। और जिस हद तक यहोवा ने हमें आशीष दी है हम आर्थिक अंशदान भी देना चाहेंगे।
यहोवा का प्रत्येक सेवक “ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन के सभी तीन दिन, शुक्रवार सुबह शुरूआत के गीत से लेकर रविवार दोपहर की समाप्ति प्रार्थना तक, उपस्थित होने की योजनाएँ अभी बनाए।