“पुराना नियम” या “इब्रानी शास्त्र”–कौन सा?
आज मसीहीजगत में बाइबल के इब्रानी/आरामी और यूनानी भाषा के भागों का वर्णन करने के लिए “पुराना नियम” और “नया नियम” पद इस्तेमाल करना एक आम बात है। लेकिन इन पदों का प्रयोग करने के लिए क्या कोई बाइबलीय आधार है? और किन कारणों से यहोवा के गवाह सामान्यतः अपने प्रकाशनों में इनका उपयोग करने से दूर रहते हैं?
यह सच है कि किंग जेम्स् वर्शन के अनुसार और जर्मन भाषा में मार्टिन लूथर का पहला अनुवाद (१५२२), सेप्टेम्बरटेस्टमेंट् जैसे कुछ अन्य पुराने अनुवादों के अनुसार, २ कुरिन्थियों ३:१४ इस प्रयोग का समर्थन करता हुआ प्रतीत हो सकता है। किंग जेम्स् वर्शन में यह शास्त्रवचन कहता है: “परन्तु वे मतिमन्द हो गए थे, क्योंकि आज तक पुराने नियम के पढ़ने से उन के हृदयों पर वही परदा पड़ा है; जो मसीह में उठ जाता है।”
लेकिन, क्या यहाँ प्रेरित उन ३९ पुस्तकों के बारे में बात कर रहा है जिन्हें सामान्यतः “पुराना नियम” कहा जाता है? यहाँ “नियम” अनुवादित यूनानी शब्द डायअथेके है। प्रसिद्ध जर्मन धर्मवैज्ञानिक विश्वकोश टाओलोजिशि राऑलंज़्यूक्लोपाडे २ कुरिन्थियों ३:१४ पर टिप्पणी करते हुए कहता है कि उस वचन में ‘पुराने डायअथेके को पढ़ना’ अगले शास्त्रवचन में ‘मूसा को पढ़ने’ के बराबर है। अतः, वह कहता है ‘पुराना डायअथेके’ मूसा की व्यवस्था को सूचित करता है, या ज़्यादा से ज़्यादा पंचग्रंथ (pentateuch) को। यह निश्चित ही मसीही-पूर्व उत्प्रेरित शास्त्रवचनों के पूर्ण संग्रहण को सूचित नहीं करता है।
प्रेरित इब्रानी शास्त्रों के केवल एक भाग का, अर्थात पुरानी व्यवस्था की वाचा का ज़िक्र कर रहा है, जो मूसा द्वारा पंचग्रंथ में लिपिबद्ध किया गया था; संपूर्ण इब्रानी और आरामी शास्त्रों का वह ज़िक्र नहीं कर रहा है। इसके अलावा, उसका यह अर्थ नहीं है कि सा.यु. पहली शताब्दी के उत्प्रेरित मसीही लेखों से “नया नियम” बनता है, क्योंकि यह पद बाइबल में कहीं नहीं पाया जाता।
यह भी नोट करना है कि यूनानी शब्द डायअथेके, जिसका पौलुस ने यहाँ उपयोग किया, का वास्तव में अर्थ “वाचा” है। [अधिक जानकारी के लिए वॉचटावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी ऑफ न्यू यॉर्क, इन्क, द्वारा १९८४ में प्रकाशित पवित्र शास्त्र का नया संसार अनुवाद—संदर्भों के साथ (अंग्रेज़ी), परिशिष्ट ७E, पृष्ठ १५८५ देखिए।] अतः अनेक आधुनिक अनुवादों में ‘पुराने नियम’ की जगह ठीक ही “पुरानी वाचा” लिखा गया है।
“नैशनल कैथोलिक रिपोर्टर” ने इस बारे में बताया: “पद ‘पुराना नियम’ अनिवार्य रूप से तुच्छता और प्राचीन होने का एक प्रभाव पैदा करता है।” लेकिन बाइबल एक ही रचना है, और कोई भाग अव्यावहारिक, या “पुराना” नहीं है। उसका संदेश इब्रानी भाग में पहली पुस्तक से लेकर यूनानी भाग में आख़िरी पुस्तक तक संगत है। (रोमियों १५:४; २ तीमुथियुस ३:१६, १७) अतः हमारे पास सही कारण हैं कि क्यों हम इन पदों का उपयोग करने से दूर रहते हैं, ऐसे पद जो ग़लत अनुमानों पर आधारित हैं, और हम उनसे अधिक सही पदों का, “इब्रानी शास्त्र” और “मसीही यूनानी शास्त्र” इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।