क्या आप एक संतुलित पायनियर हैं?
पिता की आँखें चमक उठती हैं जब वह बाँहें फैलाए अपनी बेटी के पहले संकोची क़दम रखने का इन्तज़ार करता है। जब वह एकाएक गिरती है, तो वह उसे फिर से कोशिश करने के लिए प्रोत्साहित करता है। वह जानता है कि वह जल्द ही अपना संतुलन और ताक़त पा लेगी।
समान रीति से, एक नए पायनियर सेवक को एक पूर्ण-समय राज्य उद्घोषक के तौर पर क़ामयाब होने के लिए आवश्यक संतुलन पाने से पहले समय और प्रोत्साहन की ज़रूरत हो सकती है। अनेक पायनियर दशकों तक आनन्दपूर्वक सेवा करना जारी रखते हैं। कुछ लोग अपनी परिस्थितियों में अनपेक्षित परिवर्तनों द्वारा अपना संतुलन खो बैठते हैं। कुछ लोग तो अपना आनन्द भी खो बैठते हैं। एक देश में, उन लोगों में से २० प्रतिशत लोग जो पायनियर कार्य शुरू करते हैं, अपनी पूर्ण-समय सेवा के पहले दो साल के अन्दर ही पायनियर कार्य रोक देते हैं। कौन-सी बात एक पायनियर को इस सबसे आनन्दपूर्ण सेवा से हटा सकती है? इन बाधाओं से बचने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है?
हालाँकि ख़राब स्वास्थ्य, आर्थिक ज़रूरतें, और पारिवारिक ज़िम्मेदारियाँ शायद कुछ जनों के पूर्ण-समय सेवकाई छोड़ने का कारण हों, विभिन्न मसीही बाध्यताओं के बीच अच्छा संतुलन बनाए रखने में असफलता दूसरों के लिए रोड़ा रही है। संतुलन “एक ऐसी दशा” को सूचित करता है “जिसमें कोई एक भाग, अवयव, तत्व, या प्रभाव दूसरे से ज़्यादा भारी होता है या दूसरों के साथ उचित अनुपात में नहीं होता है।”
यीशु मसीह ने अपने शिष्यों को दिखाया कि किस प्रकार प्रचार और शिष्य बनाने का कार्य किया जाना था। अपनी ख़ुद की सेवकाई में, उसने यह प्रदर्शित भी किया कि किस प्रकार संतुलन रखा जाता है। यीशु ने दिखाया कि यहूदी धार्मिक अगुवों में संतुलन की कमी थी, उसने उनसे कहा: “तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवां अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बातों को अर्थात् न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते।”—मत्ती २३:२३.
यह सिद्धान्त आज भी उसी तरह लागू होता है, विशेषकर पायनियर सेवकाई में। उत्साह और अच्छे उद्देश्य द्वारा प्रेरित, कुछ लोगों ने पूरी तरह से इसके लिए तैयारी किए बिना या इसमें जो-जो बातें शामिल हैं उन पर विचार किए बिना पायनियर कार्य शुरू किया है। (लूका १४:२७, २८) दूसरे लोग क्षेत्र सेवकाई में इतने तल्लीन हो गए हैं कि उन्होंने मसीहियत के अन्य महत्त्वपूर्ण पहलुओं को नज़रअंदाज़ किया है। वे संतुलन को कैसे पा सकते और बनाए रख सकते हैं?
आध्यात्मिक रूप से मज़बूत बने रहिए!
यीशु ने कभी अपनी आध्यात्मिकता की उपेक्षा नहीं की। हालाँकि भीड़ के लिए, जो उससे सुनने और चंगा होने के लिए आती थी, उसे काफ़ी समय की ज़रूरत होती थी, उसने मननशील प्रार्थना के लिए समय निकाला। (मरकुस १:३५; लूका ६:१२) आज संतुलित पायनियर कार्य यह भी माँग करता है कि एक पायनियर आध्यात्मिक रूप से मज़बूत रहने के लिए सभी प्रबन्धों का पर्याप्त प्रयोग करें। पौलुस ने तर्क किया: “सो क्या तू जो औरों को सिखाता है, अपने आप को नहीं सिखाता?” (रोमियों २:२१) पर्याप्त व्यक्तिगत अध्ययन और नियमित प्रार्थना के लिए समय निकालने की उपेक्षा करते हुए दूसरों को प्रचार करने में अपना सारा समय लगा देना निश्चय ही एक ग़लती होगी।
कूमीको दो दशकों तक पायनियर रही है। हालाँकि उसके तीन बच्चे और एक अविश्वासी पति है, उसने अनुभव के द्वारा पाया है कि उसके लिए बाइबल को पढ़ने और अध्ययन करने का सर्वोत्तम समय है, रात को उसके सोने से पहले। जैसे-जैसे वह अध्ययन करती है, वह विशेषकर ऐसे मुद्दों को नोट करती है जिन्हें वह क्षेत्र सेवकाई में इस्तेमाल कर सकती है ताकि वह अपनी दैनिक सेवकाई को ताज़ा और दिलचस्प रख सके। अन्य क़ामयाब पायनियर सुबह के शान्त घंटों में आध्यात्मिक पुनःशक्ति का आनन्द उठाने के लिए परिवार के बाक़ी लोगों के उठने से पहले उठते हैं। आपके पास सभाओं की तैयारी करने और नवीनतम मसीही प्रकाशनों को पढ़ने के लिए अलग रखे गए शायद अन्य उपयुक्त समय होंगे। यदि आप सेवकाई के आनन्द को बनाए रखने की इच्छा रखते हैं, तो व्यक्तिगत अध्ययन कुछ ऐसी बात नहीं है जिसे जल्दबाज़ी में या नज़रअंदाज़ किया जा सकता है।
पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को संतुलित करना
पायनियर कार्य करनेवाले माता-पिताओं को यह भी ध्यान में रखने की ज़रूरत है कि उनके लिए “प्रभु की इच्छा” के एक बड़े भाग में अपने परिवार की शारीरिक, भावात्मक, और आध्यात्मिक ज़रूरतों की परवाह करना शामिल है। (इफिसियों ५:१७; ६:१-४; १ तीमुथियुस ५:८) कभी-कभी एक विश्वासी विवाह-साथी और परिवार के सदस्य भी डरते हैं कि पायनियर कार्य शुरू करने पर उन्हें पत्नी और माँ से सांत्वना और सहारा नहीं मिलेगा। ऐसी भावनाएँ पायनियर बनने की उसकी इच्छा के प्रति कम-उत्साही अनुक्रिया में परिणित होती हैं। लेकिन, अच्छी योजना और पूर्वविचार से, संतुलन बनाए रखा जा सकता है।
अनेक पायनियर अपना सारा प्रचार कार्य तब करने का प्रयास करते हैं जब परिवार के सदस्य घर से बाहर होते हैं। पहले उल्लेख की गयी कूमीको अपने परिवार के साथ होती है जब वे अपना नाश्ता करते हैं, वह अपने पति और बच्चों को सुबह विदा करती है, और उनके लौटने से पहले वापस घर पर होती है। वह पहले से ही कई भोजन पकाने के लिए सोमवार के दिन का प्रयोग करती है ताकि वह चिन्तामुक्त रह सके और रसोईघर में अपने आपको व्यस्त रखने के बजाय अपने परिवार के साथ भोजन कर सके। एक समय में एक से अधिक काम करना, जैसे खाना बनाते वक़्त घर के अन्य कार्य करना भी मदद करता है। इस तरह, कूमीको को अपने बच्चों के दोस्तों को आमंत्रित करने और उनके लिए ख़ास आनन्दायी चीज़ें तैयार करने के लिए भी समय मिलता है।
जैसे-जैसे बच्चे अपनी किशोरावस्था में पहुँचते हैं, उन्हें अभीभूत करनेवाली नयी भावनाओं, इच्छाओं, संदेहों, और आशंकाओं का सामना करने के लिए अकसर अपने माता-पिता से ज़्यादा ध्यान की आवश्यकता होती है। यह ऐसे जनक से, जो एक पायनियर है, सतर्कता और उसकी सारणी में समंजन की माँग करता है। हीसॉको पर ग़ौर फ़रमाइए, जो तीन बच्चों की पायनियर माता है। उसने क्या किया जब उसकी सबसे बड़ी बेटी ने सांसारिक स्कूली दोस्तों के खिंचाव की वजह से मसीही सभाओं और क्षेत्र सेवा के लिए आनन्द और उत्साह की कमी प्रदर्शित करना शुरू किया? उसकी बेटी के लिए वास्तविक ज़रूरत थी सच्चाई को अपना बनाना और पूरी तरह से क़ायल होना कि संसार से अलग रहना सर्वोत्तम मार्ग था।—याकूब ४:४.
हीसॉको कहती है: “मैंने सर्वदा जीवित रहना पुस्तक से मूल सिद्धान्तों को उसके साथ दैनिक तौर पर फिर से अध्ययन करने का फ़ैसला किया। पहले-पहल हम केवल कुछ मिनटों के लिए ही अध्ययन कर सके, क्योंकि मेरी बेटी अध्ययन का समय होने पर अकसर तीव्र पेटदर्द और सिरदर्द की शिकायत करती। लेकिन मैंने नियमित रूप से अध्ययन किया। कुछ महीनों के बाद, उसकी मनोवृत्ति में काफ़ी उन्नति हुई, जो मात्र थोड़े समय में उसके समर्पण और बपतिस्मे की ओर ले गया।” अब हीसॉको अपनी बेटी के साथ-साथ पूर्ण-समय सेवकाई का आनन्द उठा रही है।
पायनियर कार्य करनेवाले पिताओं को भी सावधान रहने की ज़रूरत है कि वे क्षेत्र में दिलचस्पी दिखानेवाले जनों और अपनी कलीसिया के कर्त्तव्यों की परवाह करने में इतना बँध न जाएँ कि वे अपने बढ़ते बच्चों को मज़बूत भावात्मक सहारा और निर्देशन देने से, जिनके वे योग्य हैं, चूक जाएँ। यह कुछ ऐसी बात नहीं है जिसे एक पुरुष को अपनी पत्नी पर डालना चाहिए। एक व्यस्त मसीही प्राचीन, जो काफ़ी समय से पायनियर रहा है और जो एक छोटा व्यवसाय भी सँभालता है, अपने चार बच्चों में से हरेक के साथ व्यक्तिगत तौर पर अध्ययन करने के लिए समय निकालता है। (इफिसियों ६:४) इसके अतिरिक्त, वह अपने परिवार के साथ साप्ताहिक सभाओं के लिए तैयारी करता है। संतुलित पायनियर अपने परिवारों की भौतिक या आध्यात्मिक रूप से उपेक्षा नहीं करते हैं।
आर्थिक संतुलन
दैनिक ज़रूरतों का एक उचित दृष्टिकोण दूसरा क्षेत्र है जिसमें पायनियरों को अच्छा संतुलन बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। यहाँ पर भी, हम यीशु के उत्तम उदाहरण और सलाह से काफ़ी कुछ सीख सकते हैं। उसने भौतिक विषयों के बारे में अत्यधिक चिन्तित होने के विरुद्ध चिताया। इसके बजाय, उसने अपने शिष्यों को राज्य को पहला दरज़ा देने के लिए प्रोत्साहित किया, और यह प्रतिज्ञा की कि परमेश्वर उनकी परवाह करेगा जैसे वह अपनी बाक़ी सृष्टि की करता है। (मत्ती ६:२५-३४) इस अच्छी सलाह का पालन करने के द्वारा अनेक पायनियर सालों तक पूर्ण-समय सेवा में बने रहने के लिए समर्थ हुए हैं, और यहोवा ने ‘हर दिन की रोटी’ पाने के उनके प्रयासों पर आशीष दी है।—मत्ती ६:११.
प्रेरित पौलुस ने साथी मसीहियों को ‘उनकी कोमलता [“विचारशीलता,” NW] सब मनुष्यों पर प्रगट होने’ देने की सलाह दी। (फिलिप्पियों ४:५) निश्चय ही, विचारशीलता यह माँग करेगी कि हम अपने स्वास्थ्य की उचित देखभाल करें। संतुलित पायनियर अपनी जीवन-शैली और भौतिक वस्तुओं के प्रति अपनी मनोवृत्ति में विचारशीलता दिखाने का हर प्रयास करते हैं, यह जानते हुए कि दूसरे उनके आचरण को ध्यान से देखते हैं।—१ कुरिन्थियों ४:९ से तुलना कीजिए।
ऐसे युवाओं को, जो पायनियर सेवा शुरू करते हैं, अपने माता-पिता की उदारता का अनुचित फ़ायदा उठाने से दूर रहना चाहिए। यदि वे अपने माता-पिता के घर में रह रहे हैं, तो घर के कार्यों में हिस्सा लेना और ऐसी एक अंशकालिक नौकरी करना, जो घर को चलाने के ख़र्चे के प्रति योग देने में उन्हें समर्थ करेगी, अच्छा संतुलन और मूल्यांकन प्रदर्शित करेगा।—२ थिस्सलुनीकियों ३:१०.
संतुलित पायनियर एक असल आशीष
आप शायद एक ऐसे पायनियर हों जो उचित संतुलन बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हों। विश्वस्त रहिए। जिस प्रकार एक छोटे बच्चे को अपने आपको संतुलित करने और चलना सीखने के लिए समय की ज़रूरत होती है, अनेक प्रौढ़ पायनियर कहते हैं कि उन्हें अपने सभी कर्त्तव्यों की देखभाल करने में संतुलन प्राप्त करने के लिए समय लगा।
व्यक्तिगत अध्ययन करना, परिवार के सदस्यों की देखभाल करना, और अपनी भौतिक ज़रूरतों की पूर्ति करना ऐसे पहलू हैं जिनमें पायनियरों को संतुलन के लिए प्रयत्न करना चाहिए। रिपोर्टें दिखाती हैं कि अनेक पायनियर एक अनोखे तरीक़े से अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करते हैं। वे समुदाय के लिए सचमुच एक आशीष तथा यहोवा और उसके संगठन के लिए एक श्रेय हैं।