मरे हुओं के लिए आशा—पुनरुत्थान
क्या आप बाइबल में बताए पुनरुत्थान के वादे पर विश्वास करते हैं?a अपने अज़ीज़ों को दोबारा ज़िंदा देखना का खयाल, कितना रोमांचक लगता है! लेकिन क्या वाकई, इस आशा पर यकीन किया जा सकता है? इसका जवाब जानने के लिए अच्छा होगा कि हम यीशु मसीह के प्रेषितों की मिसाल पर गौर करें।
प्रेषितों को पक्का विश्वास था कि मरे हुओं को ज़िंदा किया जाएगा। क्यों? इसकी कुछ दो वजहों पर गौर कीजिए। पहली, उनकी यह आशा इस सच्चाई पर आधारित थी कि यीशु को खुद मरे हुओं में से जी उठाया गया। प्रेषितों और “पाँच सौ से ज़्यादा भाइयों” ने “एक ही वक्त पर” यीशु को देखा। (1 कुरिंथियों 15:6) इसके अलावा, खुशखबरी की चार किताबें बताती हैं कि यीशु के पुनरुत्थान की खबर दूर-दूर तक फैली और लोगों ने इस पर यकीन किया।—मत्ती 27:62–28:20; मरकुस 16:1-8; लूका 24:1-53; यूहन्ना 20:1–21:25.
दूसरी, प्रेषितों ने यीशु को कम-से-कम तीन पुनरुत्थान करते देखा था। पहला नाईन में फिर कफरनहूम में और आखिरी बैतनिय्याह में। (लूका 7:11-17; 8:49-56; यूहन्ना 11:1-44) इसके पिछले लेख में हमने बैतनिय्याह में हुए पुनरुत्थान के बारे में चर्चा की थी। वहाँ जिस इंसान के जी उठने का ज़िक्र किया गया है वह एक ऐसे परिवार से था जो यीशु के बहुत करीब था। आइए उस ब्यौरे पर कुछ और गौर करें।
‘मरे हुओं का जी उठना मैं ही हूँ’
“तेरा भाई जी उठेगा।” ये शब्द यीशु ने मारथा से कहे। उसके भाई लाज़र को मरे चार दिन हो चुके थे। शुरू-शुरू में मारथा को यीशु के शब्दों का मतलब नहीं समझ आया। इसलिए उसने कहा: ‘मैं जानती हूँ, वह जी उठेगा।’ उसे लगता था कि यह भविष्य में होनेवाला है। लेकिन यीशु ने मारथा से कहा: “मरे हुओं का जी उठना और जीवन मैं ही हूँ”। इसके बाद, जब यीशु ने लाज़र को ज़िंदा किया, तो कल्पना कीजिए कि मारथा को कितना ताज्जुब हुआ होगा!—यूहन्ना 11:23-25.
लाज़र को मरे चार दिन हो चुके थे। ये चार दिन वह कहाँ था? लाज़र ने ऐसा कुछ नहीं कहा जो दिखाता हो कि वह चार दिन कहीं दूसरी जगह ज़िंदा था। इसके अलावा, न ही लाज़र के पास अमर आत्मा थी जो स्वर्ग चली गयी। इसलिए जब यीशु ने लाज़र को ज़िंदा किया, तो ऐसा नहीं था कि वह लाज़र को परमेश्वर के पास से और स्वर्ग के खुशनुमा माहौल से खींचकर लाया जा रहा हो। तो फिर, लाज़र ये चार दिन कहाँ था? दरअसल, वह कब्र में सो रहा था।—सभोपदेशक 9:5, 10.
याद कीजिए, यीशु ने मौत की तुलना गहरी नींद से की थी और पुनरुत्थान एक इंसान को उस नींद से जगाता है। ब्यौरा बताता है कि यीशु ने कहा: “‘हमारा दोस्त लाज़र सो गया है, लेकिन मैं उसे नींद से जगाने वहाँ जा रहा हूँ।’ इसलिए चेलों ने उससे कहा: ‘प्रभु, अगर वह सो गया है, तो ठीक हो जाएगा।’ मगर यीशु ने उसकी मौत के बारे में कहा था। लेकिन चेलों ने समझा कि वह नींद की वजह से सो जाने की बात कर रहा है। इसलिए, यीशु ने उन्हें साफ-साफ बता दिया: ‘लाज़र मर चुका है।’” (यूहन्ना 11:11-14) लाज़र का पुनरुत्थान करके यीशु ने उसे ज़िंदगी वापस दी और वह अपने परिवार के साथ फिर से खुशी-खुशी जी सका। यीशु ने उस परिवार को क्या ही बढ़िया तोहफा दिया!
धरती पर रहते वक्त यीशु ने जो पुनरुत्थान किए, वे इस बात की झलक है कि भविष्य में जब वह राजा बनकर परमेश्वर के राज में शासन करेगा, तो क्या-क्या करेगा।b इस दौरान वह उन सब लोगों को जी उठाएगा जो कब्र में गहरी नींद में सो रहे हैं। इसलिए उसने कहा था: ‘मरे हुओं का जी उठना मैं ही हूँ।’ ज़रा उस वक्त के बारे में सोचिए, जब आप अपने अज़ीज़ों से मिलेंगे तो आपको कितनी खुशी होगी! यहाँ तक कि जो दोबारा जी उठेंगे उनकी भी खुशी का ठिकाना न रहेगा!—लूका 8:56.
मौत में खोए अपने अज़ीज़ों से दोबारा मिलने पर आपकी खुशी का ठिकाना न रहेगा!
हमेशा की ज़िंदगी के लिए विश्वास की ज़रूरत
यीशु ने मारथा से कहा: “जो मुझमें विश्वास दिखाता है, वह चाहे मर जाए, तो भी जी उठेगा। और हर कोई जो ज़िंदा है और मुझ पर विश्वास दिखाता है, वह कभी न मरेगा।” (यूहन्ना 11:25, 26) धरती पर यीशु के हज़ार साल के शासन के दौरान, जिन लोगों को जी उठाया जाएगा उनके पास, तब तक हमेशा तक जीने की आशा होगी, जब तक वे यीशु पर विश्वास दिखाते रहेंगे।
“जो मुझमें विश्वास दिखाता है, वह चाहे मर जाए, तो भी जी उठेगा।”—यूहन्ना 11:25
पुनरुत्थान की इन ज़बरदस्त बातों के बाद यीशु ने मारथा से यह अहम सवाल पूछा। “क्या तू इस पर विश्वास करती है?” मारथा ने जवाब में कहा, “हाँ प्रभु, मैंने विश्वास किया है कि तू ही परमेश्वर का बेटा मसीह है।” (यूहन्ना 11:26, 27) आपके बारे में क्या? क्या आप भी पुनरुत्थान के वादे पर मारथा की तरह विश्वास करना चाहेंगे? ऐसा करने के लिए पहला कदम है ज्ञान लेना, यह जानना कि इंसानों के लिए परमेश्वर का क्या मकसद है। (यूहन्ना 17:3; 1 तीमुथियुस 2:4) यह ज्ञान विश्वास मज़बूत करने में आपकी मदद करेगा। क्यों न आप यहोवा के साक्षियों से पूछें कि बाइबल इस विषय पर क्या कहती है? उन्हें पुनरुत्थान के बारे में आपके साथ चर्चा करने में दिली खुशी होगी। ▪ (w14-E 01/01)
a इस अंक के पेज 6 पर “मौत पर जीत पक्की है!” लेख देखिए।
b भविष्य में होनेवाले पुनरुत्थान के इस वादे के बारे में ज़्यादा जानने के लिए बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का अध्याय 7 देखिए, जिसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है। यह किताब www.pr2711.com पर भी उपलब्ध है।