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  • बाइबल का अध्ययन बनाइए असरदार और मज़ेदार
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w18 जुलाई पेज 30-31
यहोशू दीए की रौशनी में मूसा का कानून पढ़ रहा है

बाइबल का अध्ययन बनाइए असरदार और मज़ेदार

यहोशू मूसा का कानून पढ़ रहा है; यरीहो की शहरपनाह गिर रही है, जबकि राहाब का घर टिका है; यहोशू हाथ ऊपर उठाकर प्रार्थना कर रहा है

यहोशू को यह ज़िम्मेदारी मिली थी कि वह इसराएल राष्ट्र को वादा किए गए देश ले जाए। यह बहुत मुश्‍किल ज़िम्मेदारी थी। लेकिन यहोवा ने उससे कहा, ‘तू हिम्मत से काम ले और हौसला रख।’ उसने यहोशू को सलाह दी कि वह उसका कानून पढ़े और उसे माने, तो वह अच्छे फैसले कर पाएगा और कामयाब होगा।​—यहो. 1:7, 8.

हम ‘संकटों से भरे वक्‍त’ में जी रहे हैं, इसलिए हमारी ज़िंदगी में कई मुश्‍किलें आ सकती हैं। (2 तीमु. 3:1) यहोशू की तरह कामयाब होने के लिए हमें भी वह सलाह माननी होगी, जो यहोवा ने उसे दी थी। हमें नियमित तौर पर बाइबल पढ़नी होगी और जो बातें हम सीखते हैं, उनके आधार पर फैसले करने होंगे।

पर शायद हममें से कुछ लोगों को बाइबल का अध्ययन करना न आता हो या अध्ययन करने में इतना मज़ा न आता हो, फिर भी निजी बाइबल अध्ययन करना बहुत ज़रूरी है। ज़रा “कुछ सुझाव आज़माइए” नाम के बक्स पर ध्यान दीजिए। वहाँ ऐसे सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें अपनाने से आपको बाइबल के अध्ययन से फायदा होगा और पहले से ज़्यादा मज़ा आएगा।

एक भजन के लिखनेवाले ने यहोवा से कहा, “अपनी आज्ञाओं की डगर पर मुझे ले चल, क्योंकि मुझे उससे खुशी मिलती है।” (भज. 119:35) आपको भी परमेश्‍वर के वचन का अध्ययन करने से खुशी मिल सकती है। बाइबल का अध्ययन करते रहिए। आप बहुत-सी अच्छी बातें सीखेंगे।

हालाँकि आपको यहोशू की तरह किसी राष्ट्र की अगुवाई नहीं करनी है, लेकिन आपकी अपनी मुश्‍किलें हो सकती हैं। इस वजह से यहोशू की तरह परमेश्‍वर के वचन का अध्ययन कीजिए और उस पर चलिए। अगर आप ऐसा करें, तो आप अच्छे फैसले कर पाएँगे और कामयाब होंगे।

कुछ सुझाव आज़माइए

  • एक आदमी हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा है

    प्रार्थना। अध्ययन करने से पहले प्रार्थना कीजिए। बाइबल में यहोवा के विचार हैं और वे आपके फायदे के लिए लिखे गए हैं। यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपकी मदद करे, ताकि आप पढ़ी बातों को समझ सकें, याद रख सकें और उनके आधार पर अच्छे फैसले कर सकें।​—एज्रा 7:10.

  • एक आदमी खुद से सवाल कर रहा है

    सवाल। जब आप बाइबल या उस पर आधारित कोई प्रकाशन पढ़ते हैं, तो खुद से सवाल कीजिए। जैसे, ‘बाइबल के इस भाग से मैं यहोवा के बारे में क्या जान पाता हूँ? यह जानकारी बाइबल के मुख्य विषय से कैसे जुड़ी हुई है? जो भी बातें मैंने सीखी हैं, उनसे मैं दूसरों की मदद कैसे कर सकता हूँ?’

  • एक आदमी मनन कर रहा है

    मनन। आप जो पढ़ते हैं, उस पर मनन कीजिए। लगातार पढ़ते मत जाइए, बीच-बीच में रुककर सोचिए। खुद से पूछिए, ‘इससे मुझे कैसा लग रहा है और ऐसा क्यों लग रहा है? पहले मेरे साथ जो हुआ या अभी हो रहा है या फिर शायद भविष्य में हो, उससे यह बात कैसे जुड़ी है? मैं बाइबल के इन सिद्धांतों या इस सलाह पर कैसे चल सकता हूँ?’ (अय्यू. 23:5; भज. 49:3) सोचिए कि यहोवा ने अपने लोगों को कुछ काम करने से क्यों मना किया था या यह सोचिए कि जिस व्यक्‍ति के बारे में आपने अभी पढ़ा, अगर उसने कुछ अलग किया होता, तो क्या होता।​—व्यव. 32:28, 29.

  • एक आदमी बाइबल की घटनाओं की कल्पना कर रहा है

    कल्पना। पढ़ते वक्‍त कल्पना कीजिए। उदाहरण के लिए, जब यूसुफ के भाइयों ने उसे इश्‍माएलियों के हाथों बेच दिया था, तो क्या आप उस घटना की कल्पना कर सकते हैं? (उत्प. 37:18-28) क्या आप देख सकते हैं कि वहाँ क्या-क्या हो रहा है? क्या लोगों की बातें सुन सकते हैं? आस-पास की चीज़ों की महक ले सकते हैं? खुद को किसी किरदार की जगह रखकर देखिए। वह क्या सोच रहा होगा और महसूस कर होगा? इस तरह कल्पना करने से अध्ययन में जान आ जाएगी।

  • एक आदमी अलग-अलग प्रकाशनों से अध्ययन कर रहा है

    प्रकाशन। संगठन के प्रकाशनों से खोजबीन कीजिए। इससे आपको अध्ययन करने में मज़ा आएगा। अगर कोई प्रकाशन आपकी भाषा में है या ऑनलाइन उपलब्ध है, तो उसका इस्तेमाल कीजिए। इसे अच्छी तरह इस्तेमाल करने के बारे में दूसरों से पूछने में झिझकिए मत। जैसे, वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी और यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड। इन प्रकाशनों में बताया गया है कि कुछ विषयों पर या बाइबल की कई आयतों पर जानकारी कौन-सी किताबों-पत्रिकाओं में दी गयी है। पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद के अतिरिक्‍त लेखों में जगहों, घटनाओं के क्रम, वज़न, माप और दूसरे कई विषयों पर बढ़िया जानकारी दी गयी है। यह जानकारी भी अध्ययन के दौरान आपके बहुत काम आ सकती है।

  • एक आदमी मुख्य मुद्दों पर दोबारा विचार कर रहा है

    मुख्य मुद्दे। मुख्य मुद्दों पर दोबारा विचार कीजिए। इससे आपने जो भी अध्ययन किया है, उसे आप याद रख पाएँगे। इससे भी अच्छा उपाय है कि आपने जो सीखा है, वह दूसरों को बताएँ। कुछ बातें आप प्रचार करते वक्‍त भी लोगों को बता सकते हैं। यह सब करने से आप मुख्य मुद्दे याद रख पाएँगे और आपके अध्ययन से दूसरों को भी फायदा पहुँचेगा।

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