अपनी ही ज़िम्मेदारी का बोझ उठाना
आज ज़िम्मेदारी का विचार ही लोगों को भार-सा लगता है। अनेक लोग इस से बचने की कोशिश करते हैं। इसके परिणामस्वरूप, पति अपनी पत्नियों को छोड़ देते हैं, माएँ बच्चों को त्याग देते हैं, युवजन पाठशाला छोड़ देते हैं, और नागरिक कर नहीं देने की कोशिश करते हैं। ग़ैर-ज़िम्मेदार क्रियाओं की सूची बढ़ती ही जाती है। एक ज़िम्मेदार व्यक्ति ऐसा है जो भरोसे-योग्य, तत्पर और अपने आचरण के लिए जवाब देने के क़ाबिल है। इसलिए, परमेश्वर के वचन में मसीहियों के बारे में स्पष्ट रूप से कहा गया है: “हर एक व्यक्ति अपना ही बोझ उठाएगा।” (गल. ६:५) तो फिर यह कितना उपयुक्त है कि १९९२ के सेवा वर्ष की सर्किट सभा का विषय है “अपनी ही ज़िम्मेदारी का बोझ उठाना”! यह श्रृंखला जनवरी, १९९२ से शुरू होगी। हम सब को उपस्थित होने की सुनिश्चित योजना बनानी चाहिए।
२ भाषण, लघु नाटिका, प्रदर्शन, अनुभव, और मुलाक़ातों के द्वारा, इस बढ़िया सर्किट सभा कार्यक्रम में हम सब की मसीहियों के तौर से जो ज़िम्मेदारियाँ हैं, उन पर स्पष्ट रूप से खुलासा किया जाएगा। शनिवार दोपहर को चार-हिस्से वाली एक विचारगोष्ठी होगी जिस में व्याख्या की जाएगी कि किस तरह हम सब हर्षपूर्ण रूप से अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा कर सकेंगे। हमारे युवजनों को भी एक ज़िम्मेदारी उठानी है, और शनिवार दोपहर को सर्किट अध्यक्ष जो भाषण देंगे, यह ख़ास तौर से उन्हीं से संबोधित किया जाएगा। शनिवार को नए रूप से समर्पित लोगों को बपतिस्मा लेने का भी मौक़ा मिलेगा। जो कोई भी सर्किट सभा में बपतिस्मा लेने की सोच रहे हैं, उन्हें प्रिसाइडिंग ओवरसियर को बहुत पहले बता देना चाहिए ताकि इसके लिए तैयारी की जा सके।
३ इतवार सुबह को एक और चार-हिस्से वाली विचारगोष्ठी होगी जिस में प्रचार करने की हमारी मसीही ज़िम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। फिर इतवार दोपहर को, ज़िला ओवरसियर आम भाषण देंगे, जिसका शीर्षक होगा, “परमेश्वर की नयी दुनिया—कौन उस में प्रवेश करने के क़ाबिल है?” यह भाषण सुनने के लिए दिलचस्पी रखनेवाले सभी लोगों को आमंत्रित करने के विषय में सतर्क रहें।
४ हम सभी अपने मामलों को इस तरह सुव्यवस्थित करना चाहेंगे कि हम उपस्थित हो सकें और इस दो-दिन के शानदार कार्यक्रम से पूरा लाभ उठा सकें। आपके सर्किट अध्यक्ष आपको इसके स्थान और तारीख़ों के बारे में बताएँगे जो आपकी मण्डली के लिए निश्चित किए गए हैं।