एक समयोचित संदेश
जैसे हमारी राज्य सेवकाई के जनवरी १९९३ अंक में घोषित किया गया, इस साल के स्मारक मौसम के लिए ख़ास जन भाषण मार्च २८ को अधिकांश कलीसियाओं में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके समयोचित संदेश का शीर्षक है “‘परमेश्वर के कार्य’—आप उन्हें किस दृष्टि से देखते हैं?” सभी दिलचस्पी दिखानेवालों को आमंत्रित करने की ख़ास कोशिश की जानी चाहिए। उपस्थित होनेवाले व्यक्तियों को अप्रैल ६ के स्मारक समारोह में उपस्थित होने का प्रोत्साहन दिया जा सकता है।