ब्रोशर—सेवकाई के लिए मूल्यवान साधन
एक कुशल शिल्पी प्रायः प्रत्येक विशिष्ट कार्य करने के उद्देश्य से बनाए गए विविध साधन रखता है। राज्य उद्घोषकों के रूप में, हमारे पास बड़ी विविधता में ब्रोशर हैं जो हमें उन लोगों की आध्यात्मिक ज़रूरतों को कुशलतापूर्वक पूरा करने में सहायता करते हैं जिनको हम प्रचार करते हैं। (नीति. २२:२९) एक दरवाज़े पर आप शायद ऐसे व्यक्ति से मिलें जो हताश हो। दूसरे घर पर गृहस्वामी ईमानदार सरकार की लालसा करता है, जबकि कोई और इस सोच में है कि क्या जीने का कोई उद्देश्य है। हम इन लोगों की सहायता करने में हमारे ब्रोशरों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? हमारी समस्याएँ ब्रोशर को पेश करने के सुझावों के लिए हमारी राज्य सेवकाई के जुलाई १९९३, पृष्ठ ४ और अगस्त १९९२, पृष्ठ १ और ४ देखिए।
२ “क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?” ब्रोशर पेश करते वक़्त आप शायद ऐसा कुछ कहेंगे:
▪“कुछ लोग जो संसार के दुःख और अन्याय को देखते हैं उसका सारा दोष परमेश्वर के ऊपर डालने के लिए प्रवृत्त होते हैं। वे तर्क करते हैं कि चूँकि परमेश्वर सर्वशक्तिमान है, इसलिए यदि वह वास्तव में हमारी परवाह करता होता तो वह हमारे दुःख का अन्त कर देता। इसके बारे में आप कैसे महसूस करते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] भजन ७२:१२-१४ दिखाता है कि सचमुच परमेश्वर हमारी परवाह करता है। दुःख और अन्याय उसका क़सूर नहीं है। उसने प्रतिज्ञा की है कि अपराधी जल्द ही हटा दिए जाएँगे। यह ब्रोशर, क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, दिखाता है कि वह क्या करेगा और हम कैसे लाभ उठा सकते हैं।” आप शायद पृष्ठ २७, अनुच्छेद २२ की टिप्पणियों के साथ चर्चा को जारी रखने में समर्थ हों।
३ यदि आप “जीवन का उद्देश्य” ब्रोशर इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप शायद इस तरह से प्रारंभ करना चाहेंगे:
▪“कभी न कभी, लगभग सभी व्यक्ति जीवन के उद्देश्य के बारे में सोचते हैं। क्या यह केवल ७० या ८० वर्ष तक जीना और फिर मर जाना है? या क्या जीवन में कुछ और भी है? आप क्या सोचते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] यहाँ भजन ३७:२९ में, हम मनुष्य और पृथ्वी के लिए परमेश्वर के सुन्दर उद्देश्य को देखते हैं।” शास्त्रवचन पढ़ने के बाद, पृष्ठ ३१ में दिए गए चित्र की ओर जाइए, और इस पर अतिरिक्त टिप्पणी कीजिए कि परादीस में जीना कैसा लगेगा।
४ “देख!” ब्रोशर को उसके संपूर्ण आवरण चित्र को दिखाते हुए प्रस्तुत किया जा सकता है और पूछा जा सकता है:
▪“आपके विचार से पृथ्वी को इस तरह दिखने लायक बनाने के लिए किस चीज़ की ज़रूरत होगी? [टिप्पणी के लिए समय दीजिए।] इस चित्र में हर व्यक्ति के पास एक घर और आनन्ददायक काम है। शान्ति है और खाने की प्रचुरता है, और पृथ्वी प्रदूषण-रहित है। हालाँकि वे काफ़ी प्रयत्न करते हैं फिर भी एक ऐसा संसार लाना मानव सरकारों को अपने लिए असंभव लगता है। परन्तु, बाइबल हमें आश्वस्त करती है कि परमेश्वर ‘सब कुछ नया कर देगा।’ [पृष्ठ ३० खोलिए, और प्रकाशितवाक्य २१:३, ४ पढ़िए।] उस नए संसार में जीने के लिए आपको क्या करने की ज़रूरत है वह सीखने के लिए यह ब्रोशर आपकी सहायता कर सकता है।” यदि पर्याप्त दिलचस्पी दिखाई जाती है, तो पृष्ठ ३ की ओर जाइए, और प्रदर्शित कीजिए कि हम बाइबल अध्ययन कैसे संचालित करते हैं।
५ “पृथ्वी पर जीवन का आनन्द” ब्रोशर के साथ आप शायद यह तरीक़ा इस्तेमाल करना चाहेंगे:
▪“अनेक लोग सोचते हैं कि अनन्त जीवन का आनन्द उठाने के लिए उन्हें स्वर्ग जाना पड़ेगा, लेकिन पृथ्वी पर हमेशा के लिए जीने के बारे में आप क्या सोचेंगे? [जवाब के लिए समय दीजिए।] बाइबल हमें आश्वस्त करती है कि अनन्त जीवन संभव है, और वह हमें बताती है कि हम कैसे उस लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं।” यूहन्ना १७:३ पढ़िए। फिर गृहस्वामी को चित्र ४९ दिखाइए, और पूछिए: “इस तरह के संसार में जीने के लिए आप कैसा महसूस करेंगे?” ब्रोशर पेश कीजिए, और एक पुनःभेंट का प्रबन्ध कीजिए।
६ ये ब्रोशर समयोचित विषयों को पेश करते हैं, लोगों के सवालों का जवाब देते हैं, और सांत्वना देते हैं। इन साधनों को कुशलतापूर्वक इस्तेमाल करने से, हम निष्कपट जनों को ‘सत्य का यथार्थ ज्ञान पाने’ में सहायता कर सकते हैं।—१ तीमु. २:४, NW.