अप्रैल में पत्रिका कार्य के लिए तैयारी कीजिए
जैसे हमारे १९९६ कैलॆंडर में बताया गया है, इस साल प्रभु का संध्या भोज अप्रैल २ को मनाया जाएगा। इस महान अवसर से प्रोत्साहित होकर, आइए हममें से हरेक व्यक्ति पूरे अप्रैल के दौरान उत्साही पत्रिका वितरण में हिस्सा ले। हम बहुत ही समयोचित पत्रिकाओं को इस्तेमाल कर रहे होंगे! अप्रैल १ की प्रहरीदुर्ग गत वर्ष के ज़िला अधिवेशन के जन भाषण, “सनातन राजा की स्तुति कीजिए!” पर ध्यान केंद्रित करेगी। अप्रैल १५ की प्रहरीदुर्ग गत अप्रैल के ख़ास जन भाषण के मुख्य विषय पर होगी, “झूठे धर्म का अन्त निकट है।” अप्रैल २१ को इस साल के ख़ास भाषण, “एक विकृत पीढ़ी के बीच निर्दोष रहना,” से राज्य कार्य को अधिक प्रेरणा मिलनी चाहिए। तब हम अप्रैल २२ की सजग होइए! (अंग्रेज़ी) पेश करेंगे, जिसका विषय होगा “जब और युद्ध न होंगे।”
गत अप्रैल के राज्य समाचार अभियान के अनुवर्तन के रूप में, इस अप्रैल को पत्रिका वितरण के लिए एक उल्लेखनीय महीना होना चाहिए। योजना बनाने का समय अभी है। अनेक लोग सहयोगी पायनियरों के तौर पर अपना नाम लिखवाना चाहेंगे। ज़रूरत के अनुसार, अप्रैल की अतिरिक्त प्रतियों के लिए ऑर्डर किया जाना चाहिए। पत्रिका-दिनों के लिए योजनाएँ बनायी जा सकती हैं, जिनमें सम्भव हर व्यक्ति सुबह, दोपहर, और शाम के वक़्त हिस्सा ले। आइए हममें से सभी लोग “वचन पर चलनेवाले” बनें। जैसे मसीहा के बारे में भजन ६९:९ में पूर्वबताया गया है, ऐसा हो कि हम भी यह कहने के लिए समर्थ हों: “तेरे भवन की धुन ने मुझे भस्म कर डाला है।”—याकू. १:२२; यूह. २:१७, NHT.