आवश्यकता है—४,००० सहयोगी पायनियरों
की क्या आप मार्च, अप्रैल, या मई में सहयोगी पायनियर-कार्य कर सकते हैं?
“आवश्यकता है १,००० प्रचारकों की” यह शीर्षक था १८८१ की प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी) के अप्रैल अंक में प्रकाशित एक लेख का। उसमें सभी समर्पित पुरुषों और महिलाओं से एक अपील की गई थी, “जिन्हें प्रभु ने अपने सत्य का ज्ञान सौंपा है,” कि जितना भी हो सके उतना समय वे बाइबल सच्चाई फैलाने में हिस्सा लेने के लिए इस्तेमाल करें। जो लोग अपना आधा या आधे से ज़्यादा समय एकनिष्ठ रूप से प्रभु के कार्य के लिए दे सकते थे उन्हें कॉलपोर्टर सुसमाचारक—आज के पायनियरों के अग्रदूतों—के तौर पर स्वेच्छा से सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
२ हालाँकि १८०० से समय अब बहुत बदल गया है, लेकिन एक तथ्य वैसा ही है—परमेश्वर के समर्पित सेवक सुसमाचार फैलाने में यथासंभव समय का इस्तेमाल करते रहना चाहते हैं। जब वे राज्य सेवकाई में अतिरिक्त समय लगाते हैं, सहयोगी पायनियरों के तौर पर सेवा करना कलीसिया प्रकाशकों को अपनी प्रभावकारिता बढ़ाने में मदद देता है।—कुलु. ४:१७; २ तीमु. ४:५.
३ इसके प्रारंभ से ही संसार-भर में लाखों भाई-बहनों ने सहयोगी पायनियर-कार्य का आनंद उठाया है। भारत में पायनियर सेवकाई के इस पहलू के लिए उत्साह इस हद तक बढ़ा कि अप्रैल १९९४ में, एक समय जब देश में मात्र १४,००० प्रकाशक थे, क़रीब २,००० सहयोगी पायनियरों का शिखर प्राप्त हुआ! भारत में उस समय तक गतिविधि का वह सबसे महत्त्वपूर्ण महीना था, और सेवकाई के प्रत्येक पहलू में नए शिखर प्राप्त किए जा रहे थे, जिसमें सेवकाई में ३,३३,४८९ घंटों की शिखर संख्या और ७१,९९८ पुस्तिकाओं और वितरित किए गए ३,२३५ अभिदानों की शिखर संख्या शामिल है। इन तीन शिखरों में उसके बाद के दो सालों तक उन्नति नहीं की गई है। अब जबकि देश में १७,००० प्रकाशक हैं, अप्रैल १९९४ की शानदार गतिविधि को पार—यहाँ तक कि दोगुना—करने की क्षमता निश्चित रूप से मौजूद है।
४ हम आपको मार्च, अप्रैल, और मई के एक या अधिक महीनों के दौरान सहयोगी पायनियर-कार्य करने का लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। मार्च को शामिल क्यों करें? क्योंकि इस साल मसीह की मृत्यु का स्मारक रविवार, मार्च २३ को पड़ता है। इससे बेहतर कोई और तरीक़ा नहीं कि हम स्मारक से पहले के हफ़्तों में राज्य-प्रचार कार्य में जोश के साथ हिस्सा लें, जिसे हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता, यीशु मसीह ने आरंभ किया। मार्च में जब बड़ी साक्षी दी जा रही होगी, हम मसीह की मृत्यु के स्मारकोत्सव में शामिल होने के लिए अनेक रुचि दिखानेवालों को आमंत्रित कर सकते हैं। मार्च इस मायने में भी ख़ास होगा क्योंकि पहली बार, हम नई पुस्तक, पारिवारिक सुख का रहस्य प्रस्तुत कर रहे होंगे। इसके अतिरिक्त, मार्च के महीने में पाँच शनिवार और पाँच रविवार हैं, जो क्षेत्र सेवा में तगड़ी सप्ताहांत गतिविधि के लिए मौक़ा देंगे। बेशक़, अप्रैल और मई के महीनों के दौरान, सेवकाई में एक सतत जोशपूर्ण प्रयास, हमें ब्रोशर परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है? का इस्तेमाल करते हुए मिली रुचि पर पुनःभेंट करने और नए गृह बाइबल अध्ययन आरंभ करने का मौक़ा देगा। हम अपने क्षेत्र को प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! के सामयिक और समयोचित अंकों के साथ, ख़ासतौर पर सप्ताहांत में, अच्छी तरह से पूरा भी करेंगे।
५ सहयोगी पायनियर होने के लिए कौन योग्य हैं?: अपनी सेवकाई को पूरा करने के लिए संगठित (अंग्रेज़ी) का पृष्ठ ११४ समझाता है: “आपकी जो भी व्यक्तिगत परिस्थितियाँ हों, यदि आप बपतिस्मा-प्राप्त हैं, अच्छी नैतिक स्थिति में हैं, क्षेत्र सेवकाई में एक महीने में ६० घंटे व्यतीत करने की माँग को पूरा करने का प्रबंध कर सकते हैं और मानते हैं कि आप एक सहयोगी पायनियर के तौर पर एक या अधिक महीने सेवा कर सकते हैं, तो कलीसिया प्राचीनों को सेवा के इस विशेषाधिकार के लिए आपके आवेदन पर विचार करने में ख़ुशी होगी।” क्या आप इस विशेषाधिकार के लिए अप्रैल में समय निकाल सकते हैं? और शायद मार्च में भी? और मई? सभी तीन महीनों में न सही कम-से-कम अप्रैल में सहयोगी पायनियर-कार्य करने का विशेष प्रयास करने के लिए हम आपको प्रोत्साहित करते हैं।
६ प्राचीनों के निकाय की ओर से एक सकारात्मक मनोवृत्ति साथ ही बाक़ी के प्रकाशकों के हार्दिक समर्थन से ४,००० सहयोगी पायनियरों के लिए इस पुकार की प्रतिक्रिया को एक सुस्पष्ट सफलता बनना चाहिए। प्रत्येक कलीसिया अप्रैल के दौरान अपने कम-से-कम २५ से ३० प्रतिशत प्रकाशकों को सहयोगी पायनियर के तौर पर भर्ती करने का लक्ष्य रख सकती है; कुछ कलीसियाओं में, शायद एक बड़ा प्रतिशत इस विशेषाधिकार में भाग लेने में समर्थ हो सके। प्राचीन और सहायक सेवक सबसे पहले नाम लिखवा कर एक अच्छा आदर्श रख सकते हैं। (इब्रा. १३:७) सभी परिवारों के मुखियाओं को यह निश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि अप्रैल या आनेवाले महीनों में उनके घर से कितने लोग सहयोगी पायनियरों की श्रेणी में शामिल हो सकते हैं।—भज. १४८:१२, १३. प्रेरितों २१:८, ९ से तुलना कीजिए।
७ ऐसा निष्कर्ष निकालने की जल्दी मत कीजिए कि आपके पूर्ण-समय के लौकिक कार्य, स्कूल कार्यक्रम, पारिवारिक ज़िम्मेदारियों, या अन्य शास्त्रीय बाध्यताओं के कारण सहयोगी पायनियर कार्य आपकी पहुँच के बाहर है। कुछ लोगों के लिए शायद भाग लेना आसान न हो; फिर भी, अच्छी व्यवस्था और यहोवा की आशीष के साथ, वे सफल हो सकते हैं। (भज. ३७:५; नीति. १६:३) पायनियर सेवा में हिस्सा लेने की इच्छा को आपकी परिस्थितियों पर क़ाबू पाने दीजिए; न कि आपकी परिस्थितियों को आपकी पायनियर करने की इच्छा पर। (नीति. १३:१९क) इस प्रकार, यहोवा और संगी मनुष्यों के लिए प्रबल प्रेम के साथ, कई लोग अपने जीवन का साप्ताहिक नित्यक्रम ऐसे समायोजित करने में समर्थ होते हैं ताकि हर महीने अपनी सेवकाई को थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ा सकें। (लूका १०:२७, २८) उनके लिए ढेरों आशीषें रखी हैं जो राज्य सेवा में ज़ोर-शोर से यत्न करते हैं।—१ तीमु. ४:१०.
८ सहयोगी पायनियर-कार्य जो निष्पन्न करता है: परमेश्वर के हज़ारों सेवक सहयोगी पायनियर-कार्य करने में पूरे तन-मन से जो प्रयास करते हैं, वह यहोवा की स्तुति के एक बड़े शोर में परिणित होता है। जब ये राज्य उद्घोषक और ज़्यादा लोगों को सुसमाचार पहुँचाने के लिए यत्न करते हैं, तब वे व्यक्तिगत रूप से यहोवा के और नज़दीक आते हैं क्योंकि वे उसकी आत्मा और आशीष के लिए उस पर और अधिक निर्भर होना सीखते हैं।
९ हमारे बीच में सहयोगी, नियमित, और ख़ास पायनियरों का सक्रिय होना कलीसिया में ओजस्विता की एक ताज़ी आत्मा उत्पन्न करता है। उनका उत्साह संक्रामक होता है जब वे अपने क्षेत्र-अनुभवों के बारे में बातचीत करते हैं। यह दूसरों को अपनी प्राथमिकताएँ और सेवकाई के सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य में ज़्यादा हिस्सा लेने की संभावना की जाँच करने के लिए प्रेरित करता है। एक बहन ने ७० की उम्र में अपने बपतिस्मे के तुरन्त बाद निरंतर रूप से सहयोगी पायनियर-कार्य शुरू कर दिया। कुछ साल बाद यह पूछे जाने पर कि उस उम्र में, वह हर महीने एक सहयोगी पायनियर के रूप में सेवकाई में इतना यत्न क्यों कर रही थी, उसने कहा कि उसे ऐसा लगा जैसे उसके जीवन के पहले ७० साल व्यर्थ हो गए थे, और वह अपने जीवन के बाक़ी साल ज़रा भी व्यर्थ नहीं करना चाहती थी!
१० सहयोगी पायनियर-कार्य में भाग लेनेवाला प्रत्येक व्यक्ति सेवकाई में एक उन्नत दक्षता विकसित करता है। एक युवा साक्षी ने स्वीकार किया: ‘बचपन में मैं अपने माता-पिता के साथ उनके प्रचार कार्यों में जाता था। क्षेत्र सेवकाई सचमुच मज़ेदार थी। लेकिन, कुछ समय बाद, मुझे एहसास हुआ कि स्कूल में मैं दूसरों से अलग था। उसके बाद अपने सहपाठियों को सच्चाई के बारे में बताना मेरे लिए अजीब-सा हो गया। घर-घर प्रचार करते समय, मैं स्कूल के किसी परिचित के मिल जाने के विचार से डरने लगा। मेरे ख़्याल से मेरी समस्या थी मनुष्य का भय। [नीति. २९:२५] स्कूल की पढ़ाई ख़त्म करने के बाद, मैंने अस्थायी तौर पर पायनियर-कार्य आज़माने का निर्णय किया। इसके फलस्वरूप, प्रचार कार्य मुझे ऐसा आकर्षक लगने लगा जैसा पहले कभी नहीं लगा था। अब मैं इसे खिलवाड़ नहीं समझता, न ही यह एक भारी बोझ था। अपने बाइबल विद्यार्थियों को सच्चाई में प्रगति करते देख, मैंने इस प्रमाण को देखकर गहरे संतोष का अनुभव किया कि यहोवा परमेश्वर मेरे प्रयासों को समर्थन दे रहा था।’ इस युवा ने आगे चलकर एक नियमित पायनियर के तौर पर सेवा की।
११ एक व्यावहारिक दृष्टिकोण से, जब कलीसिया में कई जन सहयोगी पायनियर के तौर पर सेवा करते हैं, तो क्षेत्र अच्छी तरह से पूरा होता है। जो भाई क्षेत्रों की नियुक्ति की देखरेख करता है, वह कभी-कभार किए गए हिस्सों को पूरा करने में सहयोगी पायनियरों की सहायता माँग सकता है। लंच बाँध कर ले जाना और एक पूरा दिन सेवा में बिताना क्षेत्र के दूरस्थ कोनों में भी कार्य करना संभव करेगा।
१२ प्राचीनों को पूर्व तैयारी करनी है: अगले तीन महीनों के दौरान, सप्ताह में अनेक अवसरों पर विभिन्न प्रकार की प्रचार गतिविधियों की योजना बनाने के प्रबंध किए जाने चाहिए। इसमें देर दोपहर और शाम का समय भी शामिल है, ताकि अधिक से अधिक प्रकाशक भाग ले सकें। नियमित घर-घर का कार्य करने के अलावा, सड़क गवाही कार्य, व्यापारिक क्षेत्र में कार्य करना, और घर-पर-नहीं से मिलने के लिए समय भी शामिल कीजिए। ऐसा करने के द्वारा, प्राचीन उनकी सहायता करते हैं जो पायनियर कार्य कर रहे हैं कि वे कलीसिया के साथ ऐसे समय पर सेवा में हिस्सा लें जो पायनियरों के लिए सबसे व्यावहारिक और सुविधाजनक होगा। कलीसिया को सभी क्षेत्र सेवा प्रबन्धों के बारे में भली-भांति अवगत होना चाहिए। सेवा के लिए सभाओं का संचालन अच्छी तरह से व्यवस्थित होना चाहिए। इसके अलावा, समुचित क्षेत्र उपलब्ध करवाना चाहिए और पर्याप्त पत्रिकाएँ और अन्य साहित्य के लिए तत्परता से ऑर्डर करना चाहिए।
१३ अपनी व्यक्तिगत सेवा तालिका तैयार कीजिए: एक भाई ने, जो पहले सहयोगी पायनियर-कार्य के बारे में आशंकित था, कहा: “जितना मैंने सोचा था उससे तो यह सचमुच बहुत ही आसान है। इसके लिए मात्र एक अच्छे कार्यक्रम की ज़रूरत है।” इस अंतःपत्र के पिछले पन्ने पर, क्या आप एक नमूना सहयोगी पायनियर तालिका देखते हैं जो आपके लिए व्यावहारिक होगी? सहयोगी पायनियरों से सेवकाई के लिए प्रत्येक सप्ताह पन्द्रह घंटों की माँग की जाती है।
१४ सहयोगी पायनियरों के तौर पर सेवा करने के लिए, गृहिणियाँ और दूसरी-शिफ़्ट में काम करनेवाले लोग क्षेत्र सेवा के लिए अकसर सवेरे का समय तय कर सकते हैं। स्कूल जानेवाले बच्चे और तीसरी-शिफ़्ट में काम करनेवाले लोग आम तौर पर देर दोपहर के समय को प्रचार कार्य में समर्पित कर सकते हैं। पूर्ण-समय के लौकिक काम करनेवालों ने संध्या गवाही कार्य करने के अलावा, या तो सप्ताह में एक दिन छुट्टी लेकर या सेवकाई में पूरे सप्ताहांत समर्पित करना संभव पाया है। अनेक जिनकी क्षेत्र सेवा अधिकतर सप्ताहांत गतिविधि तक सीमित है, ऐसे महीने चुनते हैं जिनमें पाँच पूरे सप्ताहांत होते हैं। इस साल, यह मार्च, अगस्त और नवम्बर के बारे में भी सच है। पृष्ठ ६ पर दिए गए ख़ाली कार्यक्रम का इस्तेमाल करते हुए जो कि एक गाइड के तौर पर दिया गया है, इस बात पर ध्यानपूर्वक और प्रार्थनापूर्वक विचार कीजिए कि आपकी व्यक्तिगत परिस्थिति के लिए एक व्यावहारिक व्यक्तिगत सेवा तालिका क्या होगी।
१५ सहयोगी पायनियर-कार्य करने के प्रबन्ध का एक फ़ायदा इसकी नम्यता है। आप वे महीने चुन सकते हैं जब आप पायनियर कार्य करेंगे, और आप जितनी बार चाहें सेवा कर सकते हैं। यदि आप लगातार रूप से सहयोगी-पायनियर कार्य करना चाहते हैं लेकिन वैसा नहीं कर सकते, तो क्या आपने पूरे साल के दौरान हर दूसरे महीने नाम लिखाने के बारे में सोचा है? दूसरी ओर, कुछ लोग लम्बे समय तक सहयोगी पायनियर के तौर पर लगातार सेवा करने में समर्थ हैं।
१६ पूर्ण-समय के पायनियर-कार्य के लिए एक तैयारी: कई लोग जिनके पास पायनियर आत्मा है वे नियमित पायनियर के तौर पर सेवा करना चाहेंगे, लेकिन वे सोचते हैं कि क्या उनके पास इसके लिए समय, परिस्थिति, या दम है। निःसन्देह जो अभी नियमित पायनियर-कार्य कर रहे हैं, उनमें से अधिकांश ने पहले सहयोगी पायनियर सेवा को पूर्ण-समय के कार्य के लिए तैयार होने के लिए इस्तेमाल किया। अपनी सहयोगी पायनियर तालिका में प्रत्येक दिन एक घंटा, या प्रत्येक सप्ताह में एक पूरा दिन बढ़ाने के द्वारा, नियमित पायनियर तालिका को पूरा करना संभव है। यह जानने के लिए कि क्या यह आपके लिए संभव है, क्यों नहीं सहयोगी पायनियर-कार्य के एक या अधिक महीनों के दौरान सेवकाई में ९० घंटे समर्पित करने का प्रयास करें? साथ ही साथ, आप पुनःभेंट और बाइबल अध्ययन विकसित कर रहे होंगे, जो आपको एक संतुलित पायनियर सेवकाई का आनंद उठाने का मौक़ा देगा।
१७ एक बहन ने छः साल के लगातार सहयोगी पायनियर-कार्य का आनंद उठाया। उस पूरे समय के दौरान उसका लक्ष्य नियमित पायनियर सेवा में प्रवेश करने का था। इसे पाने के लिए, उसने चार भिन्न लौकिक कार्य ऐसी स्थिति पाने की उम्मीद में आज़माए जो कि नियमित पायनियरों के लिए ९०-घंटों की आवश्यकता को उसके लिए संभव करेगी। प्रत्येक महीने, उसने एक या दो तालिकाएँ यह अनुमान लगाने के लिए तैयार कीं कि क्या ऐसा संभव होगा या नहीं। लेकिन उनकी जाँच करने पर, उसने महसूस किया कि पूर्ण-समय की सेवकाई उसकी पहुँच से बाहर थी। फिर भी, वह यहोवा से उसके निर्देशन की विनती करती रही। फिर एक दिन सेवा सभा के लिए तैयारी करते समय, उसने अक्तूबर १९९१ की हमारी राज्य सेवकाई में एक लेख पढ़ा, जिसने कहा: “घंटों की आवश्यकता पर अनावश्यक ज़ोर देने के बजाय, क्यों न इकट्ठा करने के काम में हिस्सा लेने के बढ़े हुए मौक़े पर ध्यान केन्द्रित करें? (यूह. ४:३५, ३६)” वह वर्णन करती है: “मैंने इस वाक्य को पाँच या छः बार पढ़ा, और मैं बिलकुल निश्चित थी कि यह यहोवा का जवाब था। उसी समय मैंने नियमित पायनियर सेवा में प्रवेश करने का निर्णय लिया।” हालाँकि उसके अंशकालिक लौकिक काम की तालिका सबसे आदर्श नहीं थी, उसने नियमित पायनियर-कार्य करने की अर्ज़ी दे दी। एक सप्ताह बाद उसका कार्यक्रम बदल दिया गया, और उसे लौकिक काम करने के ऐसे घंटे मिले जो उसके लिए एकदम उपयुक्त थे। उसने निष्कर्ष निकाला, “क्या यह यहोवा का हाथ नहीं है?,” और आगे कहा: “जब आप यहोवा से मार्गदर्शन की माँग करते हैं और उसे प्राप्त करते हैं, तब उस से भागिए मत—उसे स्वीकार कीजिए।” यदि नियमित पायनियर-कार्य करने की आपकी हार्दिक इच्छा है, तो शायद सहयोगी पायनियर-कार्य के इन तीन महीनों मार्च, अप्रैल, और मई के अंत तक, आप निश्चिंत हो जाएँगे कि आप भी पूर्ण-समय सेवकाई में सफल हो सकते हैं।
१८ हम निश्चिंत हैं कि यहोवा अपने लोगों के जोश पर आशीष देगा और उनके प्रयासों को सहारा देगा जैसे-जैसे वे इस गतिविधि के ख़ास वसंत ऋतु के समय के दौरान उद्धार के सुसमाचार की घोषणा करते हैं। (यशा. ५२:७; रोमि. १०:१५) अप्रैल में, और शायद मार्च और मई में भी भाग लेने के द्वारा क्या आप ४,००० सहयोगी पायनियरों की पुकार का जवाब देंगे?
[पेज 3 पर बक्स]
एक सहयोगी पायनियर के तौर पर कैसे सफल हों
▪ अपनी संभावनाओं के बारे में सकारात्मक रहिए
▪ अपने प्रयासों पर आशीष पाने के लिए यहोवा से प्रार्थना कीजिए
▪ दूसरे प्रकाशक को आपके साथ पायनियर-कार्य करने के लिए आमंत्रित कीजिए
▪ एक व्यावहारिक सेवकाई तालिका बनाइए
▪ पर्याप्त मात्रा में पत्रिकाएँ ऑर्डर कीजिए
▪ कलीसिया के सेवा के प्रबंधों का समर्थन कीजिए
▪ अनौपचारिक रूप से साक्षी देने के अवसर ढूँढ़िए