क्या अगस्त का महीना एक खास महीना होगा?
यहोवा के लोगों के लिए १९६३ का साल एक खास साल था। पता है क्यों? क्योंकि उस समय दुनिया भर में प्रकाशकों की संख्या पहली बार दस लाख तक पहुँची थी। अगर आप उस वक्त सच्चाई में थे, तो आपको याद होगा कि राज्य संदेश का प्रचार करनेवाले इतने सारे लोगों को देखकर हम कितने खुश हुए थे! अब तो अकेले अमरीका में ही इतने सारे प्रकाशक मिल सकते हैं। मगर अमरीका में करीब ९०,००० प्रकाशक ऐसे हैं, जो हर महीने सेवकाई की रिपोर्ट नहीं डालते। भारत का भी यही हाल है।
२ चुनौती के लिए तैयार हो जाइए: संस्था की यह कोशिश रहेगी कि अगस्त के महीने में अमरीका में दस लाख प्रकाशकों का एक नया रिकार्ड कायम हो। भारत के लिए हमारी कोशिश २०,००० प्रकाशकों की होगी। अगर हमारी यह कोशिश कामयाब रही तो यहाँ भी अगस्त का महीना एक खास महीना साबित होगा! अगर हम सभी अपना-अपना भाग अदा करें तो हम ऐसा ज़रूर कर सकते हैं।
३ जो लोग छुट्टियों में कहीं जाने की सोच रहे हैं, वे जाने से पहले सेवकाई में थोड़ा समय बिता सकते हैं। अपने साथ कुछ ट्रैक्ट, ब्रोशर या पत्रिकाएँ रखिए ताकि आप सफर के दौरान भी मिलनेवाले लोगों को गवाही दे सकें। छुट्टियाँ बिताने की जगह पर भी आप वहाँ के प्रकाशकों के साथ सेवकाई का आनंद ले सकते हैं।
४ बीमार होने पर भी आप सेवकाई में हिस्सा ले सकते हैं। आप डॉक्टरों, नर्सों या मिलनेवाले लोगों को गवाही दे सकते हैं। आप चिट्ठियाँ लिखकर या फिर टेलिफोन से भी गवाही दे सकते हैं।
५ कलीसिया के कुछ भाई-बहनों को बेशक अच्छा लगेगा अगर अगस्त के महीने में क्षेत्र सेवा में भाग लेने के लिए कोई उनकी मदद करे। इसके लिए प्राचीनों, सहायक सेवकों और अध्ययन करवानेवालों को इंतज़ाम करना चाहिए। किसी भी हालत में, महीने के आखिर में अपनी क्षेत्र सेवा की रिपोर्ट डालना न भूलें ताकि अगस्त में आप भी प्रकाशकों की गिनती में हों।
६ इस अमानत को अनमोल समझिए: सेवकाई एक “उत्तम धरोहर” है। (२ तीमु. १:१४; NHT) इसलिए सुसमाचार प्रचार करने का जो वरदान हमें दिया गया है, उसकी हम गहरी कदर करते हैं। (१ थिस्स. २:४) यहोवा ने हमारे लिए इतना कुछ किया है यह सोचकर ही हममें अंदरूनी इच्छा पैदा होनी चाहिए कि आनेवाले सालों के दौरान इस बेहद ज़रूरी काम में लगातार हिस्सा लेते रहें। कोई भी बाधा क्यों न आए लगातार प्रचार करते रहने में हमें उसे रुकावट बनने नहीं देना चाहिए। आइए, हम इस अगस्त के महीने को यहोवा की सेवा में एक खास महीना बनाएँ और यह दृढ़ संकल्प करें कि आनेवाले महीनों में भी हम यहोवा के बारे में निरंतर गवाही देते रहेंगे!—भज. ३४:१.