अप्रैल—खूब भले-भले काम करने का महीना है!
जैसे-जैसे तूफान घनी आबादीवाले इलाके की तरफ बढ़ता है, वैसे-वैसे लोगों को खतरे से आगाह करने की ज़रूरत बढ़ती जाती है। जितना ज़्यादा तूफान करीब आता है, उतने ही ज़्यादा ज़बरदस्त तरीके से लोगों को आगाह किया जाना चाहिए। मगर ऐसा क्यों करना चाहिए? क्योंकि लोगों की ज़िंदगी का सवाल है! कुछ लोगों ने शायद पहले दी गई चेतावनियाँ न सुनी हों। और जिन्होंने सुनी भी थीं तो उन्होंने इन पर ध्यान नहीं दिया। परमेश्वर से मिली चेतावनी के बारे में भी लोगों का रवैया ऐसा ही है। इसलिए, इससे पहले कि परमेश्वर का क्रोध भड़ककर “बवण्डर” के रूप में इस दुष्ट दुनिया का नामो-निशान मिटा दे, हमें ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों को आगाह करना है। (नीति. 10:25) करोड़ों लोग ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं! उन्हें चेतावनी दी जानी चाहिए। इसलिए हमें प्रचार करने के ‘भले काम में सरगर्म’ होना चाहिए।—तीतु. 2:11-14.
2 काफी सालों से ऐसा होता आया है कि जब संध्या-भोज करीब आता है तो यहोवा के सेवक जोश से प्रचार करने में लग जाते हैं। सन् 1939 की इनफोर्मेंट (आज इसका नाम हमारी राज्य सेवकाई है।) में हिम्मत बढ़ानेवाली बात कही गई थी। उसमें लिखा था: “बसंत ऋतु करीब आ रही है और उस वक्त मौसम भी अच्छा होगा, इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि प्रकाशक प्रचार में दुगुना वक्त बिता सकेंगे और पायनियर काफी ज़्यादा घंटे प्रचार कर सकेंगे। अप्रैल में पाँच शनिवार और पाँच रविवार हैं, इसलिए हर शनिवार और रविवार को . . . खूब प्रचार कीजिए।” साठ साल पहले भाई-बहनों के सामने ऐसा ही चुनौती-भरा लक्ष्य रखा गया था। सन् 1939 की तरह इस साल भी अप्रैल में पाँच शनिवार और पाँच रविवार हैं। आपने इस महीने क्या करने की ठानी है? इस साल अप्रैल के लिए आपने अपने कैलॆंडर पर क्या-क्या करने के बारे में लिखा है? आध्यात्मिक कामों के लिए रखे गए इस खास महीने में, आप भी यहोवा के बाकी लोगों के साथ भले भले काम करने में हिस्सा लेने की तैयारी कीजिए।
3 हम क्या करने की उम्मीद करते हैं: इस पूरे साल का सबसे खास दिन 19 अप्रैल है, जब यीशु की मौत की यादगार मनाई जाएगी। आइए इस खास मौके पर आने का न्यौता ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों को देने की कोशिश करें। जैसा कि पिछले महीने बताया गया था कि आपको एक ऐसी लिस्ट बना लेनी चाहिए जिसमें उन सब लोगों के नाम हों जिन्हें आप निमंत्रण देनेवाले हैं, और बाद में यह देख लेना चाहिए कि कोई छूट तो नहीं गया। इस लिस्ट में इन लोगों के नाम हो सकते हैं, कलीसिया के प्रकाशक जो अभी प्रचार या मीटिंगों में नहीं आते, आपकी सभी बाइबल स्ट्डी और रिटर्न विज़िट, ऐसे लोग जिनके साथ आप पहले अध्ययन करते थे, साथ नौकरी करनेवाले, स्कूल के साथी, पड़ोसी, रिश्तेदार और दूसरे जान-पहचानवाले लोग। जिन भाई-बहनों के पास अपनी गाड़ी है वे स्मारक में आने के लिए दूसरों की मदद कर सकते हैं। स्मारक की शाम हम सभी के पास यह मौका होगा कि हाज़िर होनेवालों का हम दिल से स्वागत करें। स्मारक के बाद रुचि रखनेवालों को हम आध्यात्मिक तरीके से और ज़्यादा मदद दे सकते हैं।
4 यहोवा परमेश्वर ने हमारे लिए जो कुछ किया है उसकी हम दिल से कदर करते हैं यह दिखाने के लिए हमें स्मारक से पहले और उसके बाद के दिनों में भी “भले भले कामों में सरगर्म” होना चाहिए। दिन बड़े होने की वज़ह से बहुत-से लोग ज़्यादा समय प्रचार कर सकेंगे। अगर आप ऑग्ज़लरी पायनियरिंग कर रहे हैं तो आप अपनी तरफ से ज़्यादा-से-ज़्यादा प्रचार करके 50 या इससे अधिक घंटे प्रचार में देना चाहेंगे। (मत्ती 5:37) महीने की शुरूआत में आपने जो शेड्यूल बनाया है उसका अच्छी तरह से पालन करते रहिए। (सभो. 3:1; 1 कुरि. 14:40) इसके अलावा हम बाकी भाई-बहन, पायनियरों का प्रचार में साथ देने और उनकी हिम्मत बढ़ाने और इस तरह उनकी मदद करने के लिए जो कुछ कर सकते हैं वह करें। (2 राजा 10:15, 16 से तुलना कीजिए।) अगर हम अप्रैल में जोश से सच्चाई के बीज बोएँगे तो हमें खुशी के साथ यहोवा से आशीष भी मिलेगी। (मला. 3:10) ऐसा भी हो सकता है कि यह महीना हमारे लिए ऑग्ज़लरी या रेग्युलर पायनियरिंग करने के लिए पहला कदम साबित हो। अप्रैल में हम परमेश्वर के काम में ज़्यादा हिस्सा लेंगे, और हमारी यह दुआ है कि आगे आनेवाले महीनों में भी यह जोश कायम रहे और हम लगातार राज्य सुसमाचार सुनाते रहें।
5 बेशक, अप्रैल में हज़ारों यहोवा के साक्षी नई बाइबल स्ट्डी शुरू करेंगे। क्या आप भी एक नई स्ट्डी शुरू करना नहीं चाहेंगे? यहोवा से प्रार्थना करते वक्त एक नई स्ट्डी पाने में मदद के लिए विनती कीजिए, और प्रार्थना के मुताबिक काम भी कीजिए। आप पूरा विश्वास रख सकते हैं कि सच्चाई सिखाने के लिए अच्छे दिल के इंसान को ढूँढ़ने में यहोवा आपकी विनती ज़रूर सुनेगा और मदद भी करेगा।—1 यूहन्ना 3:22.
6 यहाँ कुछ आज़माए हुए तरीके बताए जा रहे हैं, जिनके द्वारा आप बातचीत शुरू कर सकते हैं। आप यह सवाल पूछते हुए शुरू कर सकते हैं: “आप क्या सोचते हैं, आजकल जवान लोग जो हिंसा के काम कर रहे हैं उसकी वज़ह क्या भूत-प्रेत हैं या माता-पिता बच्चों को ठीक ढंग से ट्रेनिंग नहीं देते?” जवाब के लिए रुकिए। अगर वह आदमी कहता है कि इसकी वज़ह “भूत-प्रेत” है तो आप प्रकाशितवाक्य 12:9, 12 पढ़िए और बताइए कि इसके लिए शैतान कसूरवार है क्योंकि उसी ने इस दुनिया में गड़बड़ी फैलाई हुए है। इसके बाद माँग ब्रोशर में अध्याय 4 खोलकर उस आदमी से पूछिए कि वह क्या सोचता है कि शैतान कहाँ से आया। इसके बाद एक और दो पैराग्राफ पढ़िए फिर उस पर बातचीत कीजिए। लेकिन अगर वह आदमी कहता है कि “माता-पिता बच्चों को ठीक ढंग से ट्रेनिंग नहीं देते,” जिसकी वज़ह से स्कूलों में मार-धाड़ होती है, तो आप 2 तीमुथियुस 3:1-3 पढ़िए और लोगों के उन अवगुणों पर ध्यान दिलाइए जिनकी वज़ह से यह समस्या बढ़ती जा रही है। अब माँग ब्रोशर से अध्याय 8 खोलिए और पैराग्राफ 5 पढ़िए, बातचीत जारी रखिए। आखिर में अगर आप उस आदमी से दुबारा मुलाकात करने का वक्त ले पाते हैं तो इसका मतलब है कि उसके साथ बाइबल स्ट्डी करते रहने का आपको मौका मिल गया है। अगली मुलाकात में आप उस आदमी से पूछ सकते हैं कि क्या उसकी नज़र में कोई ऐसा व्यक्ति है जो इन बातों को सीखना चाहेगा, जो वह खुद सीख रहा है।
7 अप्रैल में “भले भले कामों में सरगर्म” रहने का एक और तरीका है कि अलग-अलग तरीके से प्रचार किया जाए। क्या आपने पार्क में या पार्किंग की जगह, बस स्टॉप या रेलवे स्टेशन पर प्रचार करने के बारे में सोचा है? या क्या आप सड़क पर या व्यापार क्षेत्रों में या टेलीफोन से प्रचार करने के तरीकों को आज़माना चाहते हैं? इस महीने में क्यों न आप अपने इन इरादों को हकीकत में बदल दें? इसके लिए यहोवा आपको हिम्मत जुटाने में मदद ज़रूर देगा। (प्रेरि. 4:31; 1 थिस्स. 2:2ख) आप उन पायनियरों या अनुभवी प्रचारकों के साथ काम कर सकते हैं जो इन तरीकों द्वारा प्रचार करने में माहिर हैं।
8 जो कोई प्रचार काम में ज़्यादा समय बिताना चाहता है वह अनौपचारिक तरीके से भी साक्षी देगा। इसके लिए किसी से बस दोस्ताना बातचीत करने की ज़रूरत पड़ती है। एक ऐसे विषय पर बातचीत शुरू कर दीजिए जो अधिकतर लोग पसंद करते हैं, और इसके लिए आप पैराग्राफ 6 में बताया गया तरीका इस्तेमाल कर सकते हैं। बीच-बीच में मिलनेवाले चंद मिनटों को यूँ ही बरबाद करने के बजाय इनका अच्छा इस्तेमाल कीजिए। क्यों न अनौपचारिक साक्षी देने के लिए मिलनेवाले पाँच, दस या पंद्रह मिनटों का भी अच्छा इस्तेमाल करें?
9 याद करने का समय: याद कीजिए कि 1999-2000 के ज़िला अधिवेशन, “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन” में दिखाए गए ड्रामे में कितनी ज़रूरी बातें समझाई गई थीं। उस ड्रामे का विषय था परमेश्वर से मिली अपनी विरासत की कदर करना। इसमें एसाव और याकूब के बीच बताए गए फर्क पर आपने ज़रूर ध्यान दिया होगा। एसाव ने यह कहा कि वह याकूब की तरह आध्यात्मिक बातों में रुचि लेता है, मगर उसके कामों में यह बात दिखाई नहीं दी। (उत्प. 25:29-34) यह हमारे लिए कितनी बड़ी चेतावनी है! आइए याकूब की तरह खूब मेहनत करें और यहोवा से आशिष पाने के लिए कड़ा संघर्ष करें। (उत्प. 32:24-29) अप्रैल और इसके बाद के महीनों में हम क्यों न अपने जोश को फिर से बढ़ाने की कोशिश करें, साथ ही परमेश्वर से मिली इस अनोखी विरासत को कभी-भी तुच्छ न समझें?
10 “यहोवा का भयानक दिन निकट है, वह बहुत वेग से समीप चला आता है।” (सप. 1:14) इसलिए राज्य का संदेश सुनाना बहुत ज़रूरी है। लोगों की ज़िंदगी का सवाल है! हमारी आशा है कि यह महीना यहोवा के सभी लोगों के लिए आशीषें लाए और हम सब एक साथ मिलकर यह दिखाएँ कि हम “भले भले कामों में सरगर्म” हैं।
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स्मारक के मौके पर इन बातों का ध्यान रखिए
इस साल स्मारक बुधवार 19 अप्रैल को मनाया जाएगा। आगे दी गई बातों पर प्राचीनों को खास ध्यान देना चाहिए:
▪ मीटिंग के लिए ऐसा वक्त चुनिए जिससे स्मारक-प्रतीक सूर्यास्त के बाद ही दिए जाएँ।
▪ स्मारक की जगह और वक्त के बारे में पहले से सब लोगों को और भाषण देनेवाले भाई को बता देना चाहिए।
▪ सही किस्म की रोटी और दाखरस का प्रबंध करना चाहिए और इस मौके के लिए इन्हें तैयार रखना चाहिए।—फरवरी 15, 1985 की अँग्रेज़ी प्रहरीदुर्ग पेज 19 देखिए।
▪ पहले से ही ग्लास, टेबल और टेबल-क्लॉथ हॉल में सही स्थान पर लाकर रख देने चाहिए।
▪ पहले से ही किंगडम हॉल या मीटिंग की जगह को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए।
▪ अटैन्डैन्ट और प्रतीक देनेवाले भाइयों को ध्यान से चुना जाना चाहिए और पहले से उन्हें समझा देना चाहिए कि उन्हें क्या-क्या करना है और किस तरीके से करना है।
▪ अगर कोई अभिषिक्त भाई या बहन स्मारक में हाज़िर नहीं हो सकते हैं तो उनके लिए प्रतीक देने का प्रबंध करना चाहिए।
▪ जब किसी किंगडम हॉल को एक से ज़्यादा कलीसियाएँ इस्तेमाल करती हैं तो कलीसियाओं के बीच बहुत अच्छा तालमेल होना चाहिए। ऐसा करने से फालतू में हॉल के गेट के पास या बाहर रास्ते पर और पार्किंग की जगह में लोगों का जमघट नहीं लगेगा।